योगी राज का बजट: गाय खाएगी स्वस्थ चारा, युवा तलें पकौड़ा
यूपी की योगी सरकार के बजट में युवाओं से ज्यादा गायों का विशेष ख्याल रखा गया है। बजट के आवंटनों को देखने से स्पष्ट हो जाता है कि पीएम मोदी की तरह सीएम योगी भी युवाओं से पकौड़े ही तलवाना चाहते हैं।
युवा भारत और युवाओं को रोजगार देने के दावे करने वाली बीजेपी युवाओं को लेकर कितना गंभीर है, यह उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार के बजट से पता चलता है। बजट के बारे में दावा किया जा रहा है कि इसमें सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है और विशेषकर युवाओं के रोजगार पर विशेष ध्यान दिया गया है। लेकिन सच्चाई इसे कहीं दूर है।
बजट में राज्य के युवाओं पर आवारा बेसहारा गायें ज्यादा भारी पड़ी हैं। इसीलिए अपने गो प्रेम के लिए मशहूर योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बजट में गायों का विशेष ख्याल रखा है। बजट में बेसहारा गायों के लिए कान्हा गौ-शाला एवं बेसहारा पशु आश्रय योजना के नाम पर 98 करोड़ 50 लाख रुपये की व्यवस्था की गई है। जबकि प्रदेश के युवाओं के रोजगार के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के लिए सिर्फ 100 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। और अगर युवाओं के शिक्षा की बात की जाए तो यहां भी योगी सरकार की युवाओं को लेकर गंभीरता साफ नजर आती है। बजट में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान हेतु मात्र 167 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
जबकि योगी सरकार का गाय और पशु प्रेम पूरे बजट में साफ दिखता है। योगी सरकार ने बेसहारा गायों के लिए 100 करोड़ के अलावा लघु एवं सीमांत कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए संचालित पं दीनदयाल उपाध्याय लघु डेयरी योजना हेतु लगभग 75 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वहीं पं दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेले के आयोजन के लिए भी बजट में 15 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय पशु स्वास्थ्य तथा रोग नियंत्रण कार्यक्रम के लिए अलग से लगभग 100 करोड़ रुपये दिए गए हैं। जबकि पशु आरोग्य व नस्ल सुधार योजना के लिए 27 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। वहीं, दुग्ध विकास के लिए डेयरी विकास फंड की स्थापना के लिए 15 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। जबकि दुग्ध उत्पादन के लिए 52 लाख रुपये के नंद बाबा पुरस्कार और 54 लाख रुपये के गोकुल पुरस्कार की भी घोषणा की गई है।
बीजेपी सरकार की बजट घोषणाओं में युवाओं से ज्यादा गायों का ख्याल रखे जाने पर समाजवादी पार्टी ने भी सवाल उठाया है। समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता ऋचा सिंह ने कहा, “योगी सरकार के बजट में जहां गाय के लिए 98.5 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, वहीं युवाओं के रोजगार के लिए सिर्फ 100 करोड़ रुपये दिया गया है।” ऋचा सिंह ने कहा कि इससे साफ पचा चलता है कि बीजेपी की सरकारें युवाओं के रोजगार को लेकर कितनी गंभीर हैं।
बजट के आवंटनों का देखने से साफ नजर आता है कि बीजेपी की योगी सरकार की नजर में युवाओं से ज्यादा बेसहारा और आवारा गायों का महत्व है। ठीक पीएम मोदी की तरह ही योगी आदित्यनाथ भी अक्सर युवाओं और युवा शक्ति की बात करते रहते हैं, लेकिन बजट देख कर लगता है कि योगी भी पीएम मोदी की ही तरह देश क युवाओं से पकौड़े ही तलवाना चाहते हैं।
बता दें कि योगी सरकार के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने 16 फरवरी को 4 लाख 28 हजार करोड़ का मेगा बजट पेश किया, जो कि पिछले साल की तुलना में 11.4 प्रतिशत ज्यादा है पिछले साल 3.84 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया था।
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