BJP को सहयोगी दलों की कद्र नहीं, सभी किसानों के पक्ष में आएं और NDA को दें तिलांजलि: कांग्रेस सांसद

कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने कहा, “बीजेपी अपने सहयोगी दलों की भी कद्र नहीं करती है। सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल और अब हनुमान बेनीवाल ने एनडीए छोड़ दिया। जेडीयू के साथ यह बिहार में सरकार चला रहे हैं, अरूणाचल में उनके 6 विधायकों को बीजेपी में शामिल करा लिया।”

फोटो: सोशल मीडिया
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विनय कुमार

किसान और सरकार के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के लिए कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन मसले का समाधान तलाशने में दोनों पक्ष विफल रहे हैं। अगले दौर की वार्ता 29 दिसंबर को प्रस्तावित है। इस बीच कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने कहा, “बीजेपी अपने सहयोगी दलों की भी कद्र नहीं करती है। सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल और अब हनुमान बेनीवाल ने एनडीए छोड़ दिया। जेडीयू के साथ यह बिहार में सरकार चला रहे हैं, अरूणाचल में उनके 6 विधायकों को भाजपा में शामिल करा लिया।”

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, “मेरी एनडीए के दूसरे सहयोगी दलों से अपील है कि वे किसानों के पक्ष में आएं और NDA को तिलांजलि दें।”

बता दें कि किसानों को संबोधित करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा था, "बीजेपी के साथ आरएलपी का गठबंधन शनिवार को समाप्त हो गया है।" बेनीवाल ने कहा था, "मैं एनडीए के साथ फेवीकोल से नहीं जुड़ा हूं। मैंने एनडीए से खुद को अलग कर लिया है। मैंने तीन कृषि कानूनों के विरोध में गठबंधन छोड़ दिया है, जोकि किसान विरोधी है। बेनीवाल ने साथ ही कहा था कि अगर केंद्र कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगा, तो वह लोकसभा से भी इस्तीफा दे देंगे।


गौरतलब है कि आरएलपी का एनडीए गठबंधन से अलग होने का निर्णय कृषि कानून पारित होने के बाद बीते तीन महीने में एनडीए गठबंधन के लिए दूसरा झटका लग चुका है। इससे पहले 26 सितंबर को, शिरोमणी अकाली दल ने तीनों कृषि कानूनों पर मतभेद के बाद एनडीए का साथ छोड़ दिया था।

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