बीजेपी सांसद को लगता है संस्कृत बोलने से दूर हो जाती है डायबिटीज़ और कॉलेस्ट्रॉल की समस्या
बीजेपी को लगता है कि संस्कृत बोलने से डायबिटीज़ और कॉलेस्ट्रॉल कम होता है, साथ ही संस्कृत में प्रोग्रामिंग करने से कम्प्यूटर की क्षमता बढ़ जाती है। यह बात कहीं और नहीं बल्कि देश की संसद में बीजेपी सांसद ने कही।
बीजेपी के सांसद गणेश सिंह का मानना है कि संस्कृत बोलने से लोगों को मधुमेह यानी डायबिटीज़ और बढ़े हुए कॉलेस्ट्रॉल से छुटकारा मिल सकता है। लोकसभा में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय विधेयक पर चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश के सतना से बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने दावा किया कि अमेरिका आधारित एक शिक्षण संस्थान की रिसर्च से पता चला है कि रोजाना संस्कृत भाषा बोलने से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है और डायबिटीज व कॉलेस्ट्रॉल कम होता है।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एक अनुसंधान के अनुसार अगर कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग संस्कृत में की जाए तो यह अधिक सुगम हो जाएगी।
इस विधेयक पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने संस्कृत में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि डीएमके के मित्र संस्कृत को लेकर जो कह रहे हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि संस्कृत से तमिल या किसी भी भाषा का नुकसान नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा, “संस्कृत एक समावेशी भाषा है और दुनिया कई भाषाओं से इसका संबंध है।”
वहीं मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पहली बार बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में संस्कृत के प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर फिरोज खान बीएचयू के संस्कृत विभाग में ही हैं और संस्कृत ही पढ़ायेंगे। लोकसभा में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय विधेयक पर चर्चा के दौरान डीएमके सांसद ए राजा, कांग्रेस सांसद बेनी बहनान और बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली ने इस मुद्दे को उठाया था। इस पर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “प्रोफेसर फिरोज खान संस्कृत विभाग में ही हैं, और वहीं रहेंगे, वे संस्कृत ही पढ़ायेंगे।“
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