कुंभ का सियासी फायदा उठाने में लगी बीजेपी, जमकर बांटे जा रहे हैं मोदी-योगी के गुणगान वाले किताब और कैंलेंडर
कुंभ मेले में जमकर श्रद्धालुओं के बीच पोस्टर, पुस्तकें, लघु-पुस्तिकाएं और कलेंडर बांटे जा रहे हैं, जिनमें मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाई गई हैं। इन किताबों, कैलेंडरों और लघु-पुस्तिकाओं पर पीएम मोदी और प्रदेश के सीएम योगी की तस्वीरें छायी हुई हैं।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने काफी शोर-शराबे और प्रचार-प्रसार के साथ इस साल प्रयागराज में विशाल कुंभ मेले का आयोजन किया है। लेकिन इस आयोजन के तौर-तरीकों को लेकर काफी सवाल उठाए जा रहे थे। आरोप लगाए जा रहे थे कि केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारें कुंभ मेले का राजनीतिक इस्तेमाल करने की कोशिशें कर रही हैं। धार्मिक आस्था से जुड़े कुंभ मेले के राजनीतिक इस्तेमाल का बीजेपी की सरकारों पर लग रहा यह आरोप अब सच साबित होता नजर रहा है।
इलाहाबाद से हाल ही में प्रयागराज बने इस ऐतिहासिक नगर में चल रहे कुंभ मेले में इन दिनों केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यो की खूब प्रशंसा की जा रही है। पूरा कुंभ मेला क्षेत्र सीएम योगी और पीएम मोदी के पोस्टरों से अटा पड़ा है। इतना ही नहीं, मेले में जमकर श्रद्धालुओं के बीच पोस्टर, पुस्तकें, लघु-पुस्तिकाएं और कलेंडर बांटे जा रहे हैं, जिनमें मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाई गई हैं। इन सभी किताबों, कैलेंडरों और लघु-पुस्तिकाओं पर प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी की तस्वीरें छायी हुई हैं।
मेला परिसर में बांटी जा रही उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना संभाग द्वारा प्रकशित एक किताब का नाम है ‘विकास एवं विश्वास की नई मिसाल’। इसके मुख्य पृष्ठ पर मोदी और योगी के साथ-साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की भी तस्वीर छपी है। किताब में दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश नए भारत (न्यू इंडिया) की नींव के रूप में उभरा है। किताब में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकारों की तारीफ के पुल बांधे गए हैं।
किताब में उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए दावा किया गया है कि पिछले डेढ़ साल से राज्य में अमन और शांति है और यहां निवास करने वाले अलग-अलग धर्मो के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव बना हुआ है। इन सभी किताबों में कहीं भी प्रदेश में हुई मॉब लिंचिंग, गोरक्षकों की हिंसा और सांप्रदायिक घटनाओं का जिक्र तक नहीं किया गया है। खास बात ये है कि इन किताबों में सहारनपुर, बुलंदशहर, अलीगढ़ समेत अन्य जगहों पर हुई हिंसा की घटनाओं का जिक्र तक नहीं किया गया है।
यही नहीं, मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को दीवार में टांगने और जेब में रखे जाने वाले दो अलग-अलग आकार के कैलेंडरों बांटे जा रहे हैं, जिनमें मोदी और योगी की तस्वीरें छपी हैं। इसके अलावा, कुंभ-नगरी की गलियों और घाटों में लगी असंख्य होर्डिग में भी दोनों नेताओं की तस्वीरें हर जगह दिखाई दे रही हैं।
बता दें कि इस वर्ष प्रयागराज में 15 जनवरी से 4 मार्च तक कुंभ मेले का आयोजन किया गया है। इस पूरे मेले के दौरान 6 दिन शाही स्नान का कार्यक्रम है। अधिकारियों का आकलन है कि 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस साल कुंभ के दौरान गंगा में डुबकी लगाएंगे।
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