'योगी जीते तो छोड़ दूंगा यूपी' वाले मुनव्वर राणा के बयान पर BJP बोली- ढूंढ लें दूसरा राज्य, आदित्यनाथ की वापसी तय
मुनव्वर राणा ने कहा कि बीजेपी सरकार का एक ही काम है कि किसी भी तरीके से मुसलमानों को परेशान करो। चाहे वो धर्मांतरण कानून व जनसंख्या नियंत्रण कानून का मामला हो या फिर आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तारी।
मशहूर शायर मुनव्वर राणा के योगी आदित्यनाथ की वापसी पर उत्तर प्रदेश छोड़ने वाले बयान पर बीजेपी का जवाब आया है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मुनव्वर राणा को दूसरा शहर या राज्य ढूंढ लेना चाहिए, क्योंकि 2022 में योगी की वासपी तय है। त्रिपाठी ने कहा कि राणा सियासत में मजहबी रंग घोलने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले मुनव्वर राणा ने कहा था कि अगले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अगर योगी आदित्यनाथ जीते तो वह राज्य छोड़ कोलकाता में बस जाएंगे। उन्होंने शनिवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा और कहा कि ओवैसी मुसलमानों का वोट बांटने और बीजेपी को मदद करने उत्तर प्रदेश आए हैं। मुनव्वर राणा ने कहा कि ओवैसी की वजह से अगर प्रदेश में बीजेपी जीती और योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बने तो वो यूपी छोड़ कोलकाता लौट जाएंगे। उनका कहना है कि यूपी में मुसलमानों का वोट बंट जाता है।
उन्होंने कहा कि ओवैसी यूपी आकर यहां के मुसलमानों को बरगला रहे हैं। इस तरह वह मुसलमानों के वोट बैंक को बांटकर बीजेपी की मदद कर रहे हैं। पिछले दिनों एटीएस द्वारा राजधानी में आतंकियों की गिरफ्तारी को लेकर मुनव्वर राना ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए ये सब किया जा रहा है।
बीजेपी सरकार का एक ही काम है कि किसी भी तरीके से मुसलमानों को परेशान करो। चाहे वो धर्मांतरण कानून व जनसंख्या नियंत्रण कानून का मामला हो या फिर आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तारी।
इससे पहले एक और दो जुलाई का रात को मशहूर शायर मुन्नवर राना के लखनऊ के लालकुआं स्थित फ्लैट पर रायबरेली पुलिस ने उनके बेटे तबरेज राना की तलाश में छापा मारा था। कार्रवाई को लेकर मुन्नवर राना व उनकी बेटियों ने पुलिस पर अभद्रता के आरोप लगाए थे। 28 जून को रायबरेली में राना के बेटे तबरेज पर जानलेवा हमला हुआ था। वहीं, पुलिस ने रायबरेली में चार लोगों को गिरफ्तार कर खुलासा किया था कि तबरेज राना ने चार चाचा व चचेरे भाइयों को फंसाने के लिए खुद अपनी कार पर फायरिंग कराई थी। साजिश रचने को लेकर उसकी तलाश में ही छापा मारा गया था। मुन्नवर राणा का आरोप था कि रात में अचानक पुलिस उनके फ्लैट पर पहुंची और दरवाजा पीटने लगी।
इससे परिवार के लोग दहशत में आ गए। दरवाजा खोला तो आठ-दस पुलिसकर्मी धड़धड़ाते हुए घुसे और हर कमरे में तबरेज को ढूंढने लगे। मुन्नवर राणा के परिवार की महिलाओं और बच्चियों ने देर रात पुलिस के ऐसे फ्लैट में घुसने का विरोध किया। आरोप है कि जब वीडियो बनाना शुरू किया तो एक पुलिसकर्मी ने मोबाइल छीन लिया था।
28 जून को मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राना ने रायबरेली में सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि वह अपनी कार में डीजल लेकर निकल रहे थे तभी एक बाइक पर सवार दो युवकों ने कार पर फायरिंग कर दी। तबरेज का कहना था कि वह अपनी लाइसेंसी गन लेकर नीचे उतरे तो नकाबपोश बदमाश मौके से भाग गए।
पुलिस ने पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लेकर मामले की जांच शुरू की। पुलिस का दावा था कि तबरेज पर हमले का पूरा मामला फर्जी है। खुद तबरेज ने अपने चाचा और चचेरे भाइयों को फसाने के लिए मुकदमा दर्ज कराया था।
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Published: 18 Jul 2021, 1:30 PM