बिहार: मोतिहारी बस हादसे में नहीं हुई थी किसी की मौत, सीएम नीतीश के मंत्री ने दी थी गलत जानकारी
मोतिहारी बस हादसे में किसी की मौत ही नहीं हुई थी, लेकिन 27 लोगों की मौत की जानकारी मिलने पर सीएम नीतीश कुमार ने भी शोक व्यक्त किया था और मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया था।
बिहार में सरकार और प्रशासन के बीच किस तरह का तालमेल है, इस बात का अंदाजा आप मोतिहारी में हुए बस हादसे से लगा सकते हैं। 3 मई को हुए हादसे के तुरंत बाद राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि इस हादसे में 27 लोगों की मौत हुई है, लेकिन अब आपदा प्रबंधन मंत्री का कहना है कि हादसे में किसी की मौत ही नहीं हुई। उन्होंने माना है कि 27 लोगों की मौत की जानकारी उन्होंने दी थी, जो स्थानीय स्तर पर उन्हें मिली थी।
हैरानी की बात यह है कि जिस हादसे में किसी की मौत ही नहीं हुई, उस हादसे में 27 लोगों की मौत बताकर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शोक व्यक्त किया था और मृतकों के परिजनों के लिए तत्काल 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान भी कर दिया था। मोतिहारी हादसे पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा था, “यह बेहद दर्दनाक हादसा है। स्थानीय प्रशासन मौके पर मौजूद है। मृतकों के परिजनों को हर तरीके से मदद मुहैया कराई जाएगी।” यहां सवाल यह है कि जब खुद मुख्यमंत्री यह बात कह रहे थे कि मौके पर स्थानीय प्रशासन मौजू है, तो क्या स्थानीय प्रशासन ने मंत्री और मुख्यमंत्री को गलत जानकारी दी?
बता दें कि गुरुवार यानी 3 मई को मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही एसी बस मोतिहारी जिले में बंगरा के पास अचानक बोकाबू होकर पलट गई थी। हादसे के बाद बस में भीषण आग लगी थी। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया था। इसी हादसे में बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने 27 लोगों के मरने की पुष्टि की थी, जो हुई ही नहीं थी।
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