बिहारः लॉकडाउन में बीजेपी नेता घर और गांव में करा रहे थे फिल्म की शूटिंग, हंगामा मचा तो जागा प्रशासन, केस दर्ज
बिहार में लॉकडाउन के पालन के लिए नीतीश सरकार जिस समय आम लोगों और गरीब मजदूरों पर सख्ती बरतते हुए डंडे बरसवा रही थी, उसी समय एक बीजेपी नेता अपने घर और गांव में भोजपुरी फिल्म की शूटिंग करवा रहे थे। बार-बार खबर देने पर जागे प्रशासन ने केस दर्ज कर लिया है।
एक तरफ जहां कोरोना वायरस को लेकर किए गए देशव्यापी लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए बिहार सरकार जहां सड़क पर पैदल निकलने वालों पर डंडे बरसा रही है, बाहर से लौटने वाले मजदूरों को रोकने के लिए सीमाएं सील कर रही है, वहीं इन सबसे बेफिक्र बिहार बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री अपने घर पर भोजपुरी फिल्म की शूटिंग करवा रहे थे। ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायत के बाद हरकत में आए प्रशासन ने बीजेपी नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मामला बिहार के सुपौल जिले के पिपरा थाने में आने वाले कटैया गांव का है। जहां के रहने वाले बीजेपी नेता और पूर्व सांसद विश्व मोहन कुमार पर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगा है। मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी नेता विश्व मोहन कुमार ने देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद अपने घर और गांव में एक भोजपुरी फिल्म की शूटिंग कराई। खबरों के मुताबिक शूटिंग के दौरान वहां सैकड़ों लोग जमा भी हुए थे। इस दौरान बीजेपी नेता भी अपने गांव और घर में ही मौजूद थे।
मामला सामने आने के बाद बीजेपी नेता विश्व मोहन कुमार समेत कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है, जिसमें आरोप है कि लॉकडाउन के बावजूद उन्होंने अपने घर पर शूटिंग की अनुमति दी। इस मामले में सुपौल एसएसपी ने फिल्म के निर्माता के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। पुलिस ने शूटिंग में इस्तेमाल कैमरे को सीज कर लिया है। इस दौरान पता चला है कि फिल्म को यहां के अलावा अन्य गांवों में भी शूट किया गया है।
बता दें कि लॉकडाउन के बावजूद पिछले कई दिनों से भोजपुरी फिल्म ‘इश्क दीवाना’ की शूटिंग चल रही थी। इस बीच 30 मार्च को बीजेपी नेता ने भी अपने आवास में फिल्म शूटिंग की अनुमति दे दी। इस दौरान सैकड़ों लोग शूटिंग देखने के लिए जमा भी हुए। खबरों के अनुसार इसी दौरान किसी गांव वाले ने सदर एसडीओ कय्यूम अंसारी को इसकी खबर कर दी। जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसडीओ सदर ने स्थानीय बीडीओ और सीओ को मामले की जांच के आदेश दिए। जिसके बाद उक्त अधिकारी गांव भी पहुंचे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
लेकिन इसके बाद भी बार-बार गांव वालों की तरफ से शिकायत मिलने पर जिले के एसएसपी खुद मामले की जांच के लिए गांव पहुंच गए, जिसमें सारा मामला सामने आ गया। एसएसपी ने फिल्म के निर्माता के साथ ही बीजेपी नेता और पूर्व सांसद के खिलाफ भी केस दर्ज करने का आदेश दिया। एसएसपी ने मौके पर ही सिनेमा कंपनी का कैमरा भी जब्तज कर लिया। पुलिस अब आगे की कार्रवाई कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पहले की शिकायतों पर पिपरा बीडीओ ने अधिकारियों को सही जानकारी नहीं दी थी।
आपको बता दें कि विश्व मोहन कुमार सुपौल के कद्दावर नेता हैं और फिलहाल वह प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता हैं। वह पहले जनता दल (यूनाइटेड) में थे और बिहार सरकार में लघु सिंचाई मंत्री भी रह चुके हैं। 2009 में वह सुपौल से जेडीयू की टिकट पर लोकसभा भी पहुंचे। 2014 के लोकसभा चुनाव में जब जेडीयू ने टिकट नहीं दिया तो उन्हों ने बीजेपी का दामन थाम लिया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान कर रखा है। इस दौरान, जरूरी सेवाओं को छोड़कर लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है। आवश्यरक वस्तुजओं के अलावा हर तरह की दुकानें बंद हैं। सभी तरह की गतिविधियों और सामाजिक कार्यक्रमों पर भी रोक है। फिल्मों की शूटिंग पर भी रोक है। लॉकडाउन का पालन कराने के लिए बिहार समेत तमाम जगहों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है। इन सबके बावजूद बीजेपी नेता का अपने गांव में फिल्म की शूटिंग कराना सवाल खड़े करता है।
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