मुजफ्फरपुर के जिस अस्पताल में ‘चमकी’ ने ली दर्जनों बच्चों की जान, उस अस्पताल में हुआ हादसा, छत का हिस्सा गिरा
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 130 हो गई है। अकेले एसकेएमसीएच में 110 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। अस्पताल में अभी भी दर्जनों मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है।
बिहार के मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चमकी बुखार का कहर जारी है। इस बीच अस्पताल से हादसे की तस्वीर सामने आई है। अस्पताल में आईसीयू के बाहर छत का एक हिस्सा गिर गया है। गनीमत यह रही इसकी चपेट में कोई मरीज नहीं आया। यह वही अस्पताल है जहां चमकी बुखार से 100 से ज्याद बच्चों की मौत हो चुकी है। चमकी बुखार से पीड़ित दर्जनों मरीज इस अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। राज्य से लेकर केंद्र तक दोनों ही सरकारें अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने की बात कर रही हैं। लेकिन अस्पताल की हालत क्या है आप इस हादसे से अंदाजा लगा सकते हैं।
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 130 हो गई है। अकेले एसकेएमसीएच में 110 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। शुरू से ही अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाते आ रहे हैं। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में उस तरह की सुविधाएं और व्यवस्थाएं नहीं हैं, जो आपातकाल में होनी चाहिए। मीडिया में खबरें आने के बाद राज्य की जेडीयू और बीजेपी गठबंदन की सरकार ने व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की कोशिश की वो भी तब जब दर्जनों मरीजों की जान जा चुकी थी। अस्पताल के की छत का एक हिस्सा गिरने के बाद यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभी भी अस्पताल की व्यवस्थाएं ठीक से दुरुस्त नहीं की गई हैं।
इस बीच रविवार को ड्यूटी पर लापरवाही बरतने के आरोप में अस्पताल के डॉक्टर भीमसेन को सस्पेंड कर दिया गया। भीमसेन की जगह पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बच्चों की डॉक्टर को एसकेएमसीएच में तैनात करवाया है।
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