आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका, चुनाव आयोग ने 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किया
दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को चुनाव आयोग से बड़ा झटका लगा है। लाभ के पद के एक मामले में केंद्रीय चुनाव आयोग ने पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की है।
दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। लाभ के पद के मामले में चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, चुनाव आयेाग ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दी है। चुनाव आयोग के इस फैसले से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार मुश्किल में फंसती नजर आ रही है। आप के कुल 21 विधायकों के खिलाफ ये मामला था। हालांकि, विधायक जनरैल सिंह के पिछले साल इस्तीफा दे देने के बाद इस मामले में फंसे विधायकों की संख्या 20 हो गई थी।
हालांकि, इस मामले में चुनाव आयोग ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। आयोग ने अपने बयान में कहा, आप विधायकों के मामले में सिफारिश अभी राष्ट्रपति के समक्ष विचाराधीन है। इसलिए यह बताना संभव नहीं है कि क्या सिफारिश की गई है।
मामला दिल्ली में आप की सरकार आने के बाद पार्टी के कई विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने का है। दिल्ली की आप सरकार ने मार्च 2015 में पार्टी के 21 विधायकों को संसदीय सचिव पद पर नियुक्त किया था। इसे लाभ के पद का मामला बताते हुए दिल्ली के एक वकील प्रशांत पटेल ने राष्ट्रपति के पास शिकायत की थी। पटेल ने अपनी शिकायत में इन सभी 21 विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी। पटेल की शिकात के बाद से ही इन विधायकों की सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा था।
चुनाव आयोग का फैसला सामने आने के बाद दिल्ली की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर केजरीवाल सरकार से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने लिखा, “लाभ के पद के मामले में चुनाव आयोग ने 20 आप विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। दिल्ली में मध्यावधि चुनाव होना तय है ऐसे में आप सरकार को जनता को जवाब देना होगा। हम राष्ट्रपति से इस मामले के जल्द निपटारे की अपील करते हैं।”
दिल्ली की आप सरकार के पूर्व मंत्री बागी आप विधायक कपिल मिश्रा ने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के 20 विधायकों को एक आदमी के लालच की कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि इन सभी सीटों पर केजरीवाल को लोगों की जमानत जब्द हो जाएगी।
कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आम आदमी पार्टी का भ्रष्टाचार अब जगजाहिर हो चुका है। माकन ने आरोप लगाया कि केजरीवाल की पार्टी ने दिल्ली से राज्यसभा सीट भी बेच दी है।
अरविंद केजरीवाल की पूर्व सहयोगी योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज इंडिया के दिल्ली के अध्यक्ष अनुपम कुमार ने इस फैसले पर कहा कि ये होना था। उन्होंने कहा कि आज के वक्त में आप में सिर्फ एक आदमी और उसके कुछ समर्थकों की ही चलती है।
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति 22 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में इस समय मामले के निपटाने को लेकर सवाल भी उठ सकते हैं। आरोप लगने के बाद से ही सत्ताधारी आम आदमी पार्टी अपना बचाव करती रही है। पार्टी जोर देती रही है कि इसका फैसला चुनाव आयोग नहीं कर सकता।
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