किसान नेताओं से अपील के बाद चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक बहाल, दिल्ली-नोएडा आने-जाने वालों को बड़ी राहत
नोएडा पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने किसानों से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि वे सड़क की एक साइड को खाली कर दें, ताकि यातायात सुचारू हो सके, जिसके बाद किसान नेताओं ने आपस में चर्चा के बाद रास्ता खोल दिया, जिससे यातायात धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी को उत्तर प्रदेश के नोएडा से अलग करने वाली चिल्ला बॉर्डर उन सीमाओं की सूची में नई सीमा है, जो किसानों द्वारा केंद्रीय कानूनों के विरोध में अवरुद्ध की गई है, जिससे दिल्ली-नोएडा के बीच आने-जाने वालों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिसे लेकर पुलिस की अपील के बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क की एक साइड खाली कर दी, जिससे यातायात फिर से बहाल हो गया।
बुधवार को नोएडा पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने किसानों से मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया कि वे सड़क की एक साइड को खाली कर दें, ताकि यातायात सुचारू हो सके और उनके सड़क पर डटे रहने से यातायात बाधित न हो सके। अन्य साथी किसान नेताओं के साथ एक चर्चा के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता भानु प्रताप सोंग ने पुलिस के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई। इसके बाद क्षेत्र में अब यातायात का आवागमन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर विरोध कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसानों के विपरीत चिल्ला सीमा पर प्रदर्शन के लिए जुटे किसान ट्रकों और ट्रॉली के बजाय कारों और बड़ी एसयूवी में आए हैं। किसानों के बड़ी संख्या में गाड़ियों से आने की वजह से भी सड़क के बड़े हिस्से पर जाम लग गया था।
बता दें कि केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच पहले दौर की बातचीत में मंगलवार को कोई निर्णय नहीं निकल सका। इसके बाद बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन सातवें दिन में प्रवेश करते हुए काफी तेज हो गया।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia