भागलपुर दंगा मामला: केन्द्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज, बिना इजाजत निकाला था जुलूस 

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत पर भागलपुर मामले में एफआईआर दर्ज कराया गया है। एफआईआर में अर्जित शाश्वत पर बिना इजाजत जुलूस निकालने और हिंसा फैलाने का आरोप है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नियाज़ आलम

भागलपुर के नाथ नगर में शनिवार की शाम हुए सांप्रदायिक तनाव को लेकर बिहार की सियासत पूरी तरह गर्म है। सोमवार को विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही भागलपुर मामले को लेकर विपक्ष ने सदन के अन्दर और बाहर जमकर हंगामा किया। विधायक वेल में उतर आए, जिसके बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने तो यहां तक कह दिया कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बिहार में माहौल बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में ही बिहार में माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है।

इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला किया। तेजस्वी ने कहा है कि हार से घबराकर और बौखलाहट में भागलपुर में दंगा करवाया गया। उन्होंने कहा कि अररिया और दरभंगा के बाद अब भागलपुर। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज करते हुए कहा कि आखिर नीतीश कुमार इतने असहाय, बेबस और लाचार क्यों है? जब गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है तो वह माहौल बिगाड़ने वाले ऐसे तत्वों और शक्तियों को प्रायोजित और प्रोत्साहित क्यों किया जा रहा है?

इस मामले पर हिंन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ई. अजय यादव ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश उपचुनाव के परिणाम को देखते हुए बीजेपी और एनडीए को यह एहसास होने लगा है कि बिना किसी दंगा फसाद के यह लोग चुनाव नहीं जीतने वाले। जहां तक केन्द्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के बेटे अर्जित शास्वत पर एफआईआर दर्ज होने का मामला है तो यह किसी से छिपा नहीं है कि माहौल बिगाड़ने में शाश्वत का ही हाथ है। सबसे पहले जय श्रीराम का नारा लगाते हुए शाश्वत ने ही भीड़ को उत्तेजित किया और जब दंगा भड़क गया तो वह फरार हो गया।

अजय यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी मांग करती है कि कसूरवारों को सजा मिले, ताकि कोई भी बिहार का सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ न सके।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत पर भागलपुर मामले में एफआईआर दर्ज कराया गया है। खास बात यह है कि एफआईआर प्रशासन की ओर से दर्ज कराया गया है। एफआईआर में अर्जित शाश्वत पर बिना इजाजत जुलूस निकालने का आरोप लगाया गया है। इससे साथ ही जुलूस में अश्लील डीजे बजाने और हिंसा फैलाने का भी आरोप है।

शनिवार को भागलपुर में खूब बवाल हुआ था। यहां के नाथ नगर में दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे। जमकर पत्थरबाजी और आगजनी की गई थी। आरोप है कि एक पक्ष ने कई राउंड फायरिंग भी की। उपद्रवियों ने कई गाड़ियां जला दी और दुकानों में भी तोड़फोड़ की।

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