दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के प्रदर्शन से पहले पुलिस-प्रशासन के फूले हाथ-पांव, टिकरी बॉर्डर को किया सील
किसान, प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और तिकुनिया समझौते के तहत घायल हुए किसानों को 10 लाख का मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के विरोध के आह्वान से पहले दिल्ली पुलिस ने दिल्ली-हरियाणा टिकरी सीमा पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सोमवार को किसान दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले हैं। प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली में किसानों का आना जारी है।
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 18 अगस्त को 75 घंटे के धरने की शुरुआत की थी। केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी समेत किसानों की कई मांगे हैं। किसान, प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने और तिकुनिया समझौते के तहत घायल हुए किसानों को 10 लाख का मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
वहीं, प्रदर्शन स्थल पर पानी और शौचालय की व्यवस्था को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने योगी सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि प्रशासन और सरकार अपना दिमाग ठीक कर ले वरना जिला मुख्यालयों पर भी हम पहुंच जाएंगे। किसान नेता टिकैत ने कहा था कि लोग बाहर से आ रहे हैं। धरना प्रदर्शन के लिए तो यहां पानी और शौचालय की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए थी। टिकैत ने कहा अजय मिश्रा टेनी 120बी के मुलजिम हैं कोई भी मुलजिम देश का गृहराज्य मंत्री नहीं रह सकता।
वहीं, राकेश टिकैत से जब यह पूछा गया कि क्या यह प्रदर्शन 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर किया जा रहा है? तो उन्होंने कहा कि यहॉ लोग चुनाव में बेइमानी से जीतेंगे, जनता तो इन्हें वोट देने वाली नहीं है। यह बंदूक के दम पर चुनाव जीतेंगे। हारे हुए उम्मीदार को यह सर्टिफिकेट देंगे।”
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