पहले मालगाड़ी से टकराई कोरोमंडल एक्सप्रेस, फिर हावड़ा-बेंगलुरु ट्रेन आ भिड़ी, जानें कैसे हुई 3 ट्रेनों की टक्कर
बताया जा रहा है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस डिरेल होकर पहले मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ गई और फिर इसकी बोगियों से हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस आकर भिड़ गई।
ओडिशा के बालासोर जिले में बालासोर स्टेशन के नजदीक बहानगा बाजार स्टेशन के पास भीषण ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 238 हो गई है, जबकि कम से कम 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं, जिसमें से कई लोगों की हालत गंभीर है।
बता दें, शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और एसएमवीटी-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस के 17 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा पिछले 15 वर्षों में देश में सबसे भीषण रेल दुर्घटनाओं में से एक है। फिलहाल इस ट्रेन हादसे की जांच ए.एम. चौधरी (सीआरएस/एसई सर्किल) करेंगे। उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ओडिशा के बालासोर में हुए इस दर्दनाक ट्रेन हादसे को लेकर लोगों के जहन में कई सवाल हैं। दरअसल, शुक्रवार शाम को जब ये ट्रेन हादसे की खबर सामने आई थी तो ये पता चला कि हादसा मालगाड़ी और एक एक्सप्रेस ट्रेन के टकराने से हुई, इस बात को रेलवे के अधिकारी भी बार बार दोहरा रहे थे, लेकिन हैरानी तो तब हुई जब पता चला की हादसा दो ट्रेनों के बीच नहीं बल्कि तीन ट्रेनों में हुई है। लोग हैरान थे कि आखिर तीन ट्रेनों में कैसे टक्कर हो सकती है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर ये हादसा हुआ कैसे और कैसे तीन ट्रेनें आपस में भिड़ीं?
आखिर कैसे भिड़ीं तीन ट्रेनें?
खबरों के मुताबिक जब ये हदसा हुआ तब आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। इस दौरान हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) जो चेन्नई जा रही थी वो बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले डिरेल हुई। हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का ईंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया। इसके साथ ही हादसे का शिकार हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की पीछे वाली कई बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरी।
बस इसी दौरान उस तीसरे ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस (12864) कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से टकरा गई। यानी पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई और फिर कोरोमंडल एक्सप्रेस की पड़ी बोगियों से हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस टकराई।
कितने कोच हुए क्षतिग्रस्त
हादसे को लेकर रेलवे की ओर से जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) के कोच बी2 से बी9 तक के कोच पलट गए थे। वहीं ए1-ए2 कोच भी ट्रैक पर औंधे जा पड़े। वहीं, कोच B1 के साथ-साथ इंजन पटरी से उतर गया और अंतत: कोच एच1 और जीएस कोच ट्रैक पर रह गए। वहीं, बेंगलुरू हावड़ा मेल (12864) का एक जीएस कोच क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके साथ ही पीछे की ओर का जीएस कोच और दो बोगियां पटरी से उतर कर पलट गईं। वहीं कोच ए1 से इंजन तक की बोगी ट्रैक पर रहीं।
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