बहराइच सांप्रदायिक हिंसा: इलाके में दूसरे दिन भी बाजार और इंटरनेट सेवा बंद, 50 से अधिक लोग गिरफ्तार
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार और सोमवार को हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं जबकि कुछ और शिकायतें दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महाराजगंज कस्बे में सांप्रदायिक हिंसा के बाद भारी पुलिस बल और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के बीच लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी बाजार बंद रहे और स्थानीय लोग घरों के अंदर ही रहे।
सांप्रदायिक हिंसा के मामले में अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं भी बंद है। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि तनावग्रस्त इलाके में हालात सामान्य होते दिखाई दे रहे हैं।
रविवार को बहराइच में दुर्गा पूजा के मौके पर मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़कने पर 22 वर्षीय युवक राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई और पथराव तथा गोलीबारी में करीब छह लोग घायल हो गए थे।
इस घटना के बाद इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया और पुलिस ने कार्रवाई की।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, “असामाजिक तत्वों की पहचान करने के प्रयास चल रहे हैं और पुलिस अधिकारी उन पर कार्रवाई कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा, “अब तक 50 से अधिक गिरफ्तारियां की गई हैं और जल्द ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।”
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी गिरफ्तारियां एहतियातन की गई हैं, सिवाय दो आरोपियों के जिन्हें रविवार की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार और सोमवार को हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं जबकि कुछ और शिकायतें दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने संवाददाताओं का बताया, ‘‘स्थिति सामान्य हो रही है। बहराइच और सीतापुर के बीच का मार्ग फिर से खोल दिया गया है। पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स, प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी के जवानों के साथ-साथ जिला पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मदद से महाराजगंज के 20 किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा और गश्त सुनिश्चित की जा रही है। विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।’’
देवीपाटन रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि घटना के बाद स्थानीय हरदी थाने में छह नामजद और चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कथित हत्या और हिंसा के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
सिंह ने कहा, ‘‘जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें अब्दुल हमीद, उसका बेटा सरफराज उर्फ रिंकू, फहीम, राजा उर्फ शाहिद (चारों महाराजगंज के), ननकऊ और मारूफ अली (दोनों रेहुआ मंसूर गांव के) तथा चार अज्ञात लोग हैं।’’
इस बीच, रेहुआ मंसूर गांव और महाराजगंज शहर के स्थानीय लोग ज्यादातर अपने घरों के अंदर ही रहे और क्षेत्र में मोबाइल तथा ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं बंद होने का भी प्रभाव देखा गया। जिले के अन्य हिस्सों में बाजार खुले रहे।
एक निजी इंटरनेट सेवा प्रदाता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘सोमवार सुबह मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई जबकि शाम को ब्रॉडबैंड सेवा बंद की गई। हमें सरकारी अधिकारियों ने ऐसा करने के लिए कहा है।’’
उन्होंने कहा कि बुधवार तक इंटरनेट सेवाएं फिर से शुरू होने की उम्मीद है। स्थानीय नगर निकाय ने सड़कों से जले हुए वाहन हटाने शुरू कर दिए हैं, जिन्हें हिंसा के दौरान आग लगा दी गई थी। निकाय ने दुकानों में आगजनी के कारण हुई गंदगी को भी साफ किया।
बहराइच जिले की नेपाल सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डिप्टी कमांडेंट दिलीप कुमार ने बताया, “ यहां नेपाल सीमा पर पहले से ही चौबीसों घंटे बल की तैनाती है। हालांकि, मौजूदा स्थिति के कारण हमने सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी है।”
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