'बाबा सिद्दीकी के हत्यारों की नजर अब मुझ पर, लेकिन मुझे डरा नहीं सकते', जीशान सिद्दिकी ने हत्यारों को चुनौती
जीशान ने कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया। लेकिन वे भूल गए - वह एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है। वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया। ’’
एनसीपी नेता बाबा सिद्दिकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने कहा कि उनके पिता के हत्यारों ने ‘उन पर नज़र गड़ा दी’ लेकिन उन्हें डराया नहीं जा सकता। बाबा सिद्दिकी की पिछले दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।
जीशान ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा के लिए मेरे पिता का मुंह बंद कर दिया। लेकिन वे भूल गए - वह एक शेर थे और मैं उनकी दहाड़ को अपने भीतर रखता हूं, उनकी लड़ाई मेरी रगों में है। वह न्याय के लिए खड़े हुए, बदलाव के लिए लड़े और अडिग साहस के साथ तूफानों का सामना किया। ’’
उन्होंने कहा, " जिन्होंने उन्हें मारा, वे अब यह मानकर मेरी ओर देख रहे हैं कि वे जीत गए हैं, मैं उनसे कहता हूं: मेरी रगों में शेर का खून दौड़ता है। मैं अब भी यहां निडर और अडिग हूं। उन्होंने एक को मार डाला, लेकिन मैं उनकी जगह पर खड़ा हूं। यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। आज, मैं वहीं खड़ा हूं जहां वह खड़े थे: जीवित, अथक और तैयार। पूर्वी बांद्रा के मेरे लोगों के लिए, मैं हमेशा आपके साथ हूं।"
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