बाबा सिद्दीकी हत्या केस: ऑस्ट्रियन ग्लॉक और तुर्की की जिगाना पिस्टल से हुई थी हत्या, ट्रिगर दबते ही फायर होती 36 गोलियां

ग्लॉक के अलावा क्राइम ब्रांच ने तुर्की की बनी पिस्टल के इस्तेमाल की पुष्टि की है। हालांकि, किसी विशेष मॉडल का नाम नहीं बताया गया है। माना जा रहा है कि यह जिगाना पिस्टल है, जो उत्तर भारत में गैंगस्टरों द्वारा अत्यधिक प्रयोग की जा रही है।

फाइल फोटोः सोशल मीडिया
फाइल फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

मुंबई में बीते दिनों एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में ऑस्ट्रियन ग्लॉक और तुर्की की जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। क्राइम ब्रांच की टीम ने तीन तरह के हथियारों की बरामदगी की पुष्टि की है, जिसमें एक लोकल पिस्टल भी है।

 ऑस्ट्रियन ग्लॉक पिस्टल विश्व भर में लोकप्रिय है। लेकिन, भारत में यह आम नागरिकों के लिए बैन है। इस पिस्टल से एक बार में 36 गोलियां फायर की जा सकती हैं। यह सेना, पुलिस और विशेष बलों द्वारा 70 से अधिक देशों में इस्तेमाल की जाती है। इसकी 17 राउंड वाली मैगजीन का उपयोग भारत में किया जाता है। इसकी गोली की गति 1230 फीट प्रति सेकेंड और रेंज 50 मीटर है। ग्लॉक पिस्टल की कीमत लगभग 8 लाख रुपये होती है और यह अत्यंत भरोसेमंद मानी जाती है।

ग्लॉक पिस्टल का आकर इतना छोटा होता है कि इसे अपने पर्स में भी रख सकते हैं। इसमें 9 एमएम की कोई भी गोली लग सकती है। इससे फर्क नहीं पड़ता है कि वह गोली किस बंदूक के लिए बनाई गई है। यही वजह है कि इसकी गोलियां ढूंढने में बहुत ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है। यह बहुत ही आसानी से मिल जाती है।

 ग्लॉक के अलावा क्राइम ब्रांच ने तुर्की की बनी पिस्टल के इस्तेमाल की पुष्टि की है। हालांकि, किसी विशेष मॉडल का नाम नहीं बताया गया है। माना जा रहा है कि यह जिगाना पिस्टल है, जो उत्तर भारत में गैंगस्टरों द्वारा अत्यधिक प्रयोग की जा रही है। जिगाना पिस्टल की कीमत 4 से 7 लाख रुपये के बीच होती है और यह आमतौर पर पंजाब के हथियार तस्करों द्वारा स्मगल की जाती है।


जिगाना पिस्टल लॉक्ड ब्रीच, शॉर्ट-रिकॉइल ऑपरेटेड वेपंस की श्रेणी में आती है, जिसमें डबल-एक्शन ट्रिगर यूनिट और 15 से 17 राउंड की क्षमता वाली मैगजीन होती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इन पिस्टल्स को भारत में भेजती है, जिनमें से कई बार इन्हें ड्रोन के जरिए गिराया जाता है। कई बार नेपाल के रास्‍ते भी जिगाना पिस्टल भारत पहुंचती है और फिर इन्‍हें यूपी, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के गैंगस्टर को बेचा जाता है। इस पिस्टल का इस्तेमाल मलेशिया और अजरबैजान की सेना के साथ फिलीपींस पुलिस और अमेरिकी कोस्ट गार्ड करते हैं।

बीते कुछ सालों से जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल कई प्रमुख गैंगस्टरों द्वारा किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इसके कई मामले पकड़े हैं, जिसमें गोगी गैंग के सदस्य जिगाना पिस्टल के साथ गिरफ्तार हुए थे। इसके अलावा, माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड में भी इस पिस्टल की बात कही गई थी।


जनवरी 2022 में गोगी गैंग के शूटर करमवीर को जिगाना पिस्टल और 20 जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा गया था। अक्टूबर 2021 में गोगी-बिश्नोई गुट के चार शूटर जिगाना समेत 9 पिस्टल के साथ पकड़े गए थे। अप्रैल 2021 में लॉरेंस बिश्‍नोई-काला जठेड़ी गैंग के पांच शूटर्स पकड़े गए, इनके पास से दो जिगाना पिस्टल मिली थी। नवंबर 2020 में गैंगस्टर हाशिम बाबा को जिगाना पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था। मार्च 2020 में जितेंदर गोगी, कुलदीप फज्जा और रोहित मोइ को अरेस्ट किया गया उनके पास से भी जिगाना पिस्टल मिली थी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia