अयोध्या फैसला आते ही पूरे यूपी में बंद किया जा सकता है इंटरनेट, 31 जिले संवेदनशील घोषित, अस्थाई जेल बनाई गई
अयोध्या मामले में फैसला आते ही पूरे उत्तर प्रदेश में इंटरनेट सेवाएं बंद की जा सकती हैं। यूपी के डीजीपी के मुताबिक ऐसा एहतियात के तौर पर किया जाएगा। उन्होने बताया कि कई जिलों में अस्थाई जेल भी बनाई गई है
देश की सबसे बड़ी अब से कुछ देर में देश का सबसे अहम फैसला सुनाने वाली है। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस की अगुवाई वाली 5 जजों की बेंच अयोध्या मामले में फैसला देगी।
सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में 40 दिन तक लगातार सुनवाई करने के बाद 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस दौरान हिंदू और मुस्लिम पक्ष दोनों की तरफ से जोरदार दलीलें कोर्ट के सामने रखी गईं।
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सुरक्षा
इस फैसले की संवेदनशीलता को देखते हुए पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था चौकस दी गई है। उत्तर प्रदेश में विशेष व्यवस्थाओं के तहत सभी स्कूल कॉलेज सोमवार तक बंद हैं, कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और पूरे राज्य में धारा 144 लगा दी गई है।
अयोध्या की हवाई निगरानी
अयोध्या और आसपास के इलाकों की हवाई निगरानी की जा रही है। यूपी के डीजीपी ओ पी सिंह कहा कहना है कि, ”हमने धार्मिक नेताओं और नागरिकों के साथ राज्य भर में लगभग 10,000 बैठकें कीं। हमने राज्य के लोगों से अपील की है कि वह सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाए। अयोध्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। हवाई सर्विलांस किया जा रहा है। खुफिया तंत्र को तैयार किया गया है, तलाशी की जा रही है। एडीजी रैंक के अधिकारी की अयोध्या में तैनाती की गई है ताकि ऑपरेशन पर नजर बनाकर रखी जा सके।“
रामलला के पुजारी ने की शांति बनाए रखने की अपील
रामलला के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा, 'मैं सभी से अपील करता हूं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें और शांति बनाए रखें। प्रधानमंत्री ने सही कहा है कि अयोध्या का फैसला किसी की हार या जीत नहीं है।'
यूपी के 31 जिले संवेदनशली घोषित, अस्थाई जेल बनाई गई
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि प्रदेश के 31 जिले संवेदनशील हैं। केंद्र से मिले 40 कंपनी अर्धसैनिक बल को इन्हीं जिलों में तैनात किया जाएगा। सबसे कड़ी सुरक्षा अयोध्या में होगी। उन्होंने संकेत दिए कि फैसला आते ही प्रदेश में इंटरनेट सेवा बंद की जा सकती है। धारा 144 लगाए जाने के साथ सभी जिलों में अस्थायी जेल बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वाले 673 लोग निगरानी में हैं। 10 नवंबर को बारावफात और 11 से 13 को कार्तिक पूर्णिमा के लिए भी पुलिस को हाई अलर्ट किया गया है। 31 जिलों में अयोध्या, आगरा, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, प्रयागराज, लखनऊ, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शामली, बागपत, बुलंदशहर, रामपुर, मैनपुरी भी शामिल हैं।
16000 वॉलियंटर्स तैनात
अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार या किसी भी संप्रदाय के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट के प्रसार पर नजर रखने के लिए जिले के 1600 स्थानों पर 16 हजार वॉलंटियर तैनात किए हैं। गड़बड़ी रोकने के लिए 3,000 लोगों को चिह्नित करके उनकी निगरानी की जा रही है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia