जेईई एडवांस का पेपर देख ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसरों के उड़े होश, बोले- दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा

भारत में इंजीनियरिंग के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस का पेपर देख ऑस्ट्रेलिया के कई प्रोफेसर का सिर चकरा गया। उन्होंने इस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षा करार दिया है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

देश में इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों का सपना होता है आईआईटी संस्थानों में पढ़ना। लेकिन आईआईटी संस्थानों में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले लाखों छात्रों में से महज कुछ हजार ही इसे पास कर पाते हैं। इसकी वजह जेईई एडवांस की परीक्षा का काफी कठिन होना है। परीक्षा में बैठने वाले छात्र भी शिकायत करते रहे हैं कि ये परीक्षा काफी कठिन है। लेकिन ये परीक्षा कितनी कठिन है इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि सिर्फ छात्र ही नहीं कई प्रोफेसर तक ने इस परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा करार दिया है।

दरअसल ऑस्ट्रेलिया के कई प्रोफेसरों ने जेईई एडवांस का पेपर देखने के बाद इसे दुनिया की सबसे कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा बताया है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न यूनिवर्सिटी की एक अंडरग्रेजुएट छात्रा तेबी ने एक वीडियो बनाया है जिसमें ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर ये प्रतिक्रिया देते नजर आ रहे हैं। तेबी ने भारत के आईआईटी प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस का प्रश्न पत्र इन ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेसर को दिखाकर उनकी प्रतिक्रिया मांगी थी।

भारत के जेईई एडवांस का पेपर देखने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न के केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ जेम्स हचिंसन ने तो यहां तक कह दिया कि अगर उन्हें यह पेपर हल करने के लिए दिया गया होता तो वह चिल्लाते हुए एग्जाम रूम से बाहर भाग घए होते। वहीं मैथ्स के प्रोफेसर बैरी ह्यूग्स ने मैथ्स और फिजिक्स के सवाल देखकर कहा कि ऐसे ट्रिकी सवाल स्कूल स्तर के छात्र हल करते हैं तो वे काबिलेतारीफ हैं।

यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर राजकुमार बुया ने बताया कि इस पेपर में कई ऐसे सवाल पूछे गए हैं, जिनके जवाब ऑस्ट्रेलिया में इंजीनियरिंग थर्ड और फाइनल ईयर के छात्र भी नहीं दे सके। वहीं डॉ. जैसमिना लेजेंडिक ने जेईई पेपर में पूछे गए प्रश्नों को स्कूली स्तर के छात्रों के लिए बहुत कठिन बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे सवाल सीनियर लेवेल में भी कम पूछे जाते हैं। वहीं मेलबर्न यूनिवर्सिटी में ही कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के प्रोफेसर उदय परमपल्ली ने तो यहां तक कहा कि जेईई के पेपर में कई ऐसे विषयों से सवाल पूछे गए हैं जिन्हें उन्होंने वहां मास्टर्स और पीएचडी के दौरान जाना।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia