यूपी के किसान ध्यान दें, बारिश से खराब हो गई है गेहूं की फसल तो परेशान न हों! सरकार ने दिया खास निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बारिश से खराब हुए गेहूं क्रय में किसानों को हो रहे भुगतान में कोई कटौती न की जाए। सीएम ने कहा कि किसानों के खाते में समय से राशि का भुगतान किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। खास तौर पर गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में किसान बेहद परेशान हैं। किसानों के सामने परेशानी यह है कि उनकी खराब फसलों को कौन खरीदेगा? इस बीच राज्य सरकार ने किसानों से गेहूं खरीदने के लिए विशेष निर्देश जारी किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बारिश से खराब हुए गेहूं क्रय में किसानों को हो रहे भुगतान में कोई कटौती न की जाए। सीएम ने कहा कि किसानों के खाते में समय से राशि का भुगतान किया जाएगा। खरीद के दौरान होने वाले नुकसान का प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा किए जाएगा।
प्रदेश सरकार ने गेहूं खरीद के लिए खास इंतजाम करने का फैसला किया है। ग्राम पंचायतों के सहयोग से गेहूं की खरीद की जाएगी। इसके अलावा गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या भी प्रदेश में बढ़ाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश से बड़े पैमाने पर गेहूं की फसल खराब हुई है। गेहूं की खेती के मामले में उत्तर प्रदेश अग्रणी प्रदेशों में से एक शुमार है। ऐसे में केंद्र सरकार ने प्रदेश में 18 फिसदी तक टूटन औप सिकुड़न वाले गेहूं को खरीदने का फैसला निर्णय लिया था। इससे पहले सरकार ने 6 प्रतिशत से ज्यादा टूटे-फूटे और सिकुड़े गेहूं नहीं खरीदती थी।
उत्तर प्रदेश में गेहूं 2125 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है। सरकार के आदेश के अनुसार, 6 फिसदी तक दानों के टूटे औ सिकुड़े होने पर कोई कटौती नहीं होगी।
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