असमः पूर्वोत्तर के विद्रोही समूहों ने गणतंत्र दिवस का किया बहिष्कार, लोगों को घरों में रहने की दी चेतावनी
छह उग्रवादी संगठनों केसीपी, केवाईकेएल, पीआरईपीएके, पीआरईपीएके (प्रो), आरपीएफ और यूएनएलएफ के समूह ने भी मणिपुर में इस दिन के बहिष्कार का आह्वान किया है। ये छह विद्रोही समूह मणिपुर की संप्रभुता की मांग करते रहे हैं।
पूर्वोत्तर में विद्रोही समूहों ने क्षेत्र में गणतंत्र दिवस का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। असम में प्रतिबंधित यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) उग्रवादी समूह ने 18 घंटे के बंद का आह्वान किया है और लोगों से घर के अंदर रहने और इस दिन को जश्न मनाने के बजाय विरोध के रूप में चिह्न्ति करने को कहा है।
संगठन ने एक बयान में कहा, "राहत कार्य, चिकित्सा देखभाल, बिजली, जलापूर्ति, अग्निशमन सेवाएं और प्रेस जैसी आवश्यक सेवाएं आम हड़ताल के दायरे से बाहर रहेंगी।" एक अन्य विद्रोही समूह, नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (एनएससीएन-के) ने भी पूर्वोत्तर में गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार करने के लिए इसी तरह का बयान जारी किया है।
इस बीच, छह उग्रवादी संगठनों केसीपी, केवाईकेएल, पीआरईपीएके, पीआरईपीएके (प्रो), आरपीएफ और यूएनएलएफ के समूह ने भी मणिपुर में इस दिन के बहिष्कार का आह्वान किया है। ये छह विद्रोही समूह मणिपुर की संप्रभुता की मांग करते रहे हैं। इन उग्रवादी संगठनों को मणिपुर के सुदूर इलाकों में खासा प्रभाव माना जाता है।
वहीं, विद्रोही समूहों के गणतंत्र दिवस के बहिष्कार के आह्वान पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। तमाम सुरक्षा एजेंसिया और स्थानीय पुलिस प्रभावित इलाकों में पैनी नजर रख रही हैं और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं। इन संगठनों के प्रभाव वाले इलाकों में विशेष तौर पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है।
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