'3 महीने में फिट हो जाओ, या रिटायर होना पड़ेगा', असम DGP की पुलिसकर्मियों को हिदायद
अधिकारी ने बताया था कि 650 से भी ज़्यादा कर्मियों की एक लिस्ट बनाई है, जो कथित रूप से शराब पीने के आदी हैं या मोटे हैं, और उनमें से जो भी ड्यूटी के लिए अयोग्य पाए जाएंगे, उन्हें गहन समीक्षा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जाएगी।
असम में पुलिस कर्मी, जिनका ज्यादा वजन है, के पास इस साल नवंबर तक वेट कम करने का समय है, अन्यथा उन्हें वीआरएस लेना पड़ेगा। यह बात असम के डीजीपी जी.पी. सिंह ने मंगलवार को कही। इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने घोषणा की थी कि मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति राज्य पुलिस विभाग में काम नहीं कर सकता। ऐसे पुलिस कर्मियों को सरकारी प्रक्रिया का पालन करते हुए वीआरएस लेनी होगी।
सिंह ने कहा, आईपीएस और एपीएस अधिकारियों, बटालियनों और पुलिस विभाग के अन्य कर्मचारियों सहित सभी असम पुलिस कर्मियों के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) की पेशेवर रिकॉडिर्ंग करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा, हम अधिकारियों सहित सभी असम पुलिस कर्मियों को 15 अगस्त तक तीन महीने का समय देने की योजना बना रहे हैं और फिर अगले 15 दिनों में बीएमआई मूल्यांकन करेंगे। जो लोग मोटापे (बीएमआई 30 प्लस) श्रेणी में हैं, उन्हें वजन कम करने के लिए नवंबर तक तीन महीने का और समय दिया जाएगा।
सिंह ने आगे कहा कि जो अधिकारी और कर्मी अपना वजन कम करने में विफल रहेंगे, जब तक कि उन्हें हाइपोथायरायडिज्म आदि जैसी कोई बीमारी न हो, उन्हें वीआरएस का विकल्प दिया जाएगा। डीजीपी ने यह भी उल्लेख किया कि बीएमआई की पेशेवर रीडिंग के लिए जाने वाले वह खुद पहले व्यक्ति होंगे।
असम पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने पिछले हफ्ते बताया था कि उन्होंने 650 से भी ज़्यादा कर्मियों की एक लिस्ट बनाई है, जो कथित रूप से शराब पीने के आदी हैं या मोटे हैं, और उनमें से जो भी ड्यूटी के लिए अयोग्य पाए जाएंगे, उन्हें गहन समीक्षा के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जाएगी।
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