योगी राज में कर्ज में डूबे एक और किसान ने की खुदकुशी! फसल खराब होने से था परेशान
किसान के गांव के लोगों के मुताबिक, सत्येंद्र अपनी फसल बर्बाद होने के बाद सदमे की स्थिति में था। उन्होंने कहा कि वह भारी कर्ज में था और उसे चुकाने के लिए दबाव में था। सत्येंद्र के बड़े भाई यतेंद्र कुमार ने कहा कि सत्येंद्र पिछले कुछ दिनों से ठीक से नहीं खा रहा था, और कभी-कभी हमसे बात करता था।
उत्तर प्रदेश के योगी राज में एक और किसान ने खुदकुशी कर ली है। भारी बारिश की वजह से फसल को हुए नुकसान के बाद जटाऊ गांव में एक 27 वर्षीय किसान ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सत्येंद्र कुमार ने अपनी 3 बीघा जमीन पर मिर्ची बोई थी और 20 बीघा किराए पर ली थी। बारिश के कारण उसकी फसल बर्बाद हो गई।
सत्येंद्र दो लड़कों का पिता था, एक बेटा दो साल का और एक छह महीने का है। जानकारी के अनुसार, उसका शव कमरे में पंखे से लटकता मिला। फिरोजाबाद जिला प्रशासन ने किसान के परिवार को मदद का आश्वासन दिया है।
किसान के गांव के लोगों के मुताबिक, सत्येंद्र अपनी फसल बर्बाद होने के बाद सदमे की स्थिति में था। उन्होंने कहा कि वह भारी कर्ज में था और उसे चुकाने के लिए दबाव में था। सत्येंद्र के बड़े भाई यतेंद्र कुमार ने कहा कि सत्येंद्र पिछले कुछ दिनों से ठीक से नहीं खा रहा था, और कभी-कभी हमसे बात करता था। वह कर्ज की वजह से परेशान था।
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि हम इस बात से पूरी तरह अनजान थे कि वह इतना बड़ा कदम उठाएंगे। वह अपने पीछे दो छोटे बच्चे छोड़ गए हैं। अनुमंडल दंडाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। बारिश से हुई फसल के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि परिवार को आवश्यक सहायता मिले।
पिछले महीने फिरोजाबाद जिले के नरखी प्रखंड में एक 42 वर्षीय किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी, जब बारिश और ओलावृष्टि से उसकी गेहूं और सरसों की फसल नष्ट हो गई थी। रामेश्वर कुमार जिनका शव 18 जनवरी को एक खेत में मिला था, उन्होंने 10 बीघा जमीन पर आलू बोया था और 15 बीघा किराए पर लिया था।
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