हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर हंगामे के बीच खड़गे बोले, LIC-SBI निवेशक गंवा रहे करोड़ों रुपये, JPC गठन कर मामले की हो जांच
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने तय किया है कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा एलआईसी में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है।
सदन के पटल पर रणनीति बनाने के लिए संसद में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों से सांसद शामिल हुए। बैठक में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और बजट समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद विपक्षी दलों के सांसद संसद की कार्यवाही में शामिल हुए और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर चर्चा की मांग, लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिली। इसके बाद सदन में विपक्षी दलों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने विजय चौक पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “सभी पार्टियों के नेताओं ने मिलकर एक फैसला लिया है कि आर्थिक दृष्टि से देश में जो घटनाएं हो रही हैं उसे सदन में उठाना है इसलिए हमने एक नोटिस दिया था। हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे, लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है।”
खड़गे ने कहा, “हमने तय किया है कि सदन में इस पर चर्चा करेंगे कि जिनका पैसा एलआईसी में है या अन्य संस्थानों में है वो कैसे बर्बाद हो रहा है। लोगों का पैसा चंद कंपनियों को दिया जा रहा है जिसकी रिपोर्ट आने से कंपनी के शेयर्स गिर गए हैं। एलआईसी, एसबीआई समेत अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हम चाहते हैं कि (केंद्र) इसकी जांच के लिए एक जेपीसी का गठन करे या सीजेआई की निगरानी में एक दिन-प्रतिदिन की रिपोर्ट ले। एलआईसी, एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में निवेश कर लोग करोड़ों रुपये गंवा रहे हैं। सच जानने के लिए संसद में चर्चा की जरूरत।”
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