भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा अस्थायी रूप से रोकी गई, अब तक 1.50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
उत्तर और दक्षिण कश्मीर के दोनों बेस कैंप से चलने वाली यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण शनिवार को अमरनाथ तीर्थयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। उत्तर और दक्षिण कश्मीर के दोनों बेस कैंप से चलने वाली यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण उत्तरी कश्मीर के बालटाल और दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप से यात्रियों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोक दी गई है।
अब तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन किये हैं।
तीर्थयात्रा 29 जून को अनंतनाग के 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गंदेरबल में बालटाल मार्ग से शुरू हुई थी और यह 19 अगस्त को समाप्त होगी।
पिछले साल साढ़े चार लाख लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ गुफा में बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन किए थे।
बालटाल बेस कैंप से यात्रियों को गुफा मंदिर तक पैदल या टट्टुओं पर 14 किलोमीटर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है, जबकि पारंपरिक नुनवान (पहलगाम) बेस कैंप से जाने वालों को 48 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है, जिसमें चार दिन एक तरफ से लगते हैं।
पहलगाम-गुफा मंदिर मार्ग में पहलगाम से चंदनवारी (24 किलोमीटर), चंदनवारी से शेषनाग (13 किलोमीटर), शेषनाग से पंचतरणी (5 किलोमीटर) और पंचतरणी से गुफा मंदिर (6 किलोमीटर) शामिल हैं।
14 किलोमीटर लंबे बालटाल बेस कैंप मार्ग से जाने वाले लोग गुफा मंदिर के अंदर ‘दर्शन’ के बाद उसी दिन बेस कैंप लौट आते हैं।
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