कोरोना वैक्सीन की वजह से होता है बांझपन? इस दावे पर स्वास्थ्य मंत्रालय का आया बयान, जानें क्या कहा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कोई भी वैज्ञानिक सबूत सामने नहीं आए हैं, जो यह साबित करता हो कि कोरोना वैक्सीन की वजह से बांझपन होता है। मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की बातों पर ध्यान ना दें।
देश में जब से कोरोना वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू हुआ तबसे अब तक वैक्सीन को लेकर कई तरह के अफवाह सामने आ चुके हैं। इस बीच एक और अफवाह सामने आया है कि वैक्सीन लगाने से बांझपन होता है। इस दावे पर स्वास्थ्य मंत्रालय की सफाई आई है। ऐसे किसी भी तरह के दावे को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसा कोई भी वैज्ञानिक सबूत सामने नहीं आए हैं, जो यह साबित करता हो कि कोरोना वैक्सीन की वजह से बांझपन होता है। मंत्रालय ने कहा कि इस तरह की बातों पर ध्यान ना दें।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में चिंता जाहिर की गई थी कि वैक्सीनेशन की वजह से पुरुषों, महिलाओं में बांझपन की दिक्कत पैदा हो सकती है। मंत्रालय ने कहा कि पिछले कुछ समय में मीडिया रिपोर्ट्स में फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स में अंधविश्वास और अन्य बातों की चिंता को लेकर मुद्दा उठाया गया था। पोलियो और अन्य वैक्सीनेशन ड्राइव के दौरान भी इस तरह की बातें सामने आई थीं।
दावे पर सफाई देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि सभी वैक्सीन को पहले ही टेस्ट किया गया, हर तरीके से जांचा और परखा जा चुका है। मंत्रालय के अनुसार, इनकी विस्तृत जानकारी वेबसाइट पर भी मौजूद हैं।
इस तरह के दावों से पहले वैक्सीनेशन को लेकर नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ने यह अपील की थी कि गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी टीकाकरण जरूरी है। उसने यह भी कहा था कि बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से यह बेहद अहम है। देश में जारी वैक्सीनेशन अभियान के बीच कई तरह की रुकावटें आ रही हैं। ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन को लेकर डर फैला है। इसे लेकर कई तरह की लोग बातें कर रहे हैं। यही वजह है कि टीकाकरण को लेकर लगातार गलत जानकारी ना फैलाने की अपील सरकार की ओर से की जा रही है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia
Published: 22 Jun 2021, 10:40 AM