अखिलेश का योगी सरकार पर गंभीर आरोप, बोले- निजी अस्पतालों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी अस्पतालों को किया जा रहा बर्बाद
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर घेरा। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये सरकार जान बूझकर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं को इसलिए खत्म कर रही है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पतालों में इलाज करवाएं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था चाहे वह जिला अस्पताल हो, पीएचसी, सीएचसी हो या मेडिकल कॉलेज हो, ये सरकार जान-बूझकर सरकारी व्यवस्थाओं को इसलिए खत्म कर रही है, जिससे लोग ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट में इलाज कराएं।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बुधवार को सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर घेरा। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये सरकार जान बूझकर सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं को इसलिए खत्म कर रही है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पतालों में इलाज करवाएं। सरकार की जो जिम्मेदारी है कि गरीब को सरकारी अस्पतालों में इलाज मिल जाए, वो जिम्मेदारी सरकार नहीं निभा रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में हर अस्पताल में दलाल बैठे हुए हैं, जो प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को ले जाते हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "क्या गेहूं सरकार ने खरीदा या निजी कंपनियों को खरीदवाया? मैं कहना चाहता हूं कि खेती के उपकरणों पर जीएसटी 12 फीसद से 18 प्रतिशत है। क्या डबल इंजन की सरकार किसानों की मदद के लिए जीएसटी कम करेगी या अपने खजाने से किसानों को सुविधा देगी?"
इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार 69,000 शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों को आरक्षण नहीं देना चाहती है। जिन अभ्यर्थियों को आरक्षण के तहत नौकरियां मिल जानी चाहिए थी, अब तक नहीं मिली। उन्होंने संकेत दिए कि सपा आरक्षण का मुद्दा उठाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य को लेकर व्यवस्था बदहाल है। सड़कों पर जानवर घूम रहे हैं। पहले जारी किया गया बजट अभी तक खर्च नहीं हुआ है। सरकार ने जान-बूझकर सत्र छोटा रखा है क्योंकि सरकार जनता के सवालों का जवाब नहीं देना चाहती है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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