दिल्ली में वायु प्रदूषण: मेट्रो आज से अपने सभी रूट पर 40 अतिरिक्त ट्रेनें चलाएगी, लोगों को मिलेगी राहत
दिल्ली-एनसीआर में यात्रियों के बीच सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को तेज करने के लिए इसकी योजना बनाई गई है। आमतौर पर, दिल्ली मेट्रो ट्रेनों द्वारा प्रतिदिन 4,300 से अधिक यात्राएं की जाती हैं।
बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर और ग्रेप-2 लागू होने के कारण, दिल्ली मेट्रो ने मंगलवार को घोषणा की कि वह बुधवार से अपने नेटवर्क पर सप्ताह के दिनों (सोमवार से शुक्रवार) में 40 अतिरिक्त ट्रेन ट्रीप चलाएगी।
डीएमआरसी के प्रवक्ता ने कहा, ''ग्रेप-2 चरण के तहत प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न उपायों के तहत, डीएमआरसी बुधवार से अपने नेटवर्क पर कार्यदिवसों (सोम-शुक्र) पर 40 अतिरिक्त ट्रेन ट्रीप चलाएगी।''
दिल्ली-एनसीआर में यात्रियों के बीच सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को तेज करने के लिए इसकी योजना बनाई गई है। आमतौर पर, दिल्ली मेट्रो ट्रेनों द्वारा प्रतिदिन 4,300 से अधिक यात्राएं की जाती हैं।
बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर और ग्रेप-2 लागू होने के कारण, दिल्ली मेट्रो ने मंगलवार को घोषणा की कि वह बुधवार से अपने नेटवर्क पर सप्ताह के दिनों (सोमवार से शुक्रवार) में 40 अतिरिक्त ट्रेन ट्रीप चलाएगी।
डीएमआरसी के प्रवक्ता ने कहा, ''ग्रेप-2 चरण के तहत प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा अपनाए जा रहे विभिन्न उपायों के तहत, डीएमआरसी बुधवार से अपने नेटवर्क पर कार्यदिवसों (सोम-शुक्र) पर 40 अतिरिक्त ट्रेन ट्रीप चलाएगी।''
दिल्ली-एनसीआर में यात्रियों के बीच सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को तेज करने के लिए इसकी योजना बनाई गई है। आमतौर पर, दिल्ली मेट्रो ट्रेनों द्वारा प्रतिदिन 4,300 से अधिक यात्राएं की जाती हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने कहा कि प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण वायु गुणवत्ता "बहुत खराब" श्रेणी में आने के कारण दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) चरण- 2 लागू किया गया है।
इसमें औद्योगिक, वाणिज्यिक, आवासीय और कार्यालयों आदि सहित एनसीआर के सभी क्षेत्रों में डीजी सेट के विनियमित संचालन के लिए कार्यक्रम को सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है।
इसमें अतिरिक्त बेड़ा शामिल करके और सेवा की फ्रीक्वेंसी बढ़ाकर सीएनजी/इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं को बढ़ाने की बात कही गई है।
यह भी कहा गया है कि रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों को सर्दियों के दौरान खुले में बायोमास और एमएसडब्ल्यू जलाने से बचने के लिए सुरक्षा कर्मचारियों को आवश्यक रूप से इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
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