इंदौर में फर्जी अधिकारियों की बाढ़, नकली जज, नकली एसडीएम के बाद अब नकली क्राइम ब्रांच अफसर गिरफ्तार
इंदौर के एक व्यक्ति की पत्नी और बच्चा लापता हो गया था, इसके लिए उसने सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो एक ठग पवन ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर उससे संपर्क किया। उसके बाद उसने पीड़ित गिरीश को धोखा देकर एक लाख रुपये और घर की रजिस्ट्री के कागजात हथिया लिए।
मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर इन दिनों फर्जी अफसरों के कारण चर्चा में है। पहले नकली एसडीएम, नकली जज पकड़े गए, अब क्राइम ब्रांच का फर्जी अफसर पुलिस की गिरफ्त में आया है। ताजा मामला क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर एक पीड़ित को ठगने से जुड़ा हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में आए व्यक्ति का नाम पवन उर्फ पृथ्वीराज बताया जा रहा है, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर एक पीड़ित को ठगने की कोशिश की।
मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति की पत्नी और बच्चा लापता हो गया था, इसके लिए उसने सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो एक ठग ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर उससे संपर्क किया। उसके बाद पवन ने पीड़ित व्यक्ति गिरीश को धोखा देकर एक लाख रुपये और घर की रजिस्ट्री के कागजात हथिया लिए।
हालांकि, पीड़ित गिरीश ने अपने साथ हुई ठगी के बवजूद हिम्मत दिखाई और पुलिस तक पहुंच गया। उसने पुलिस को बताया कि कैसे पवन अपने को क्राइम ब्रांच का अफसर बताता है और कैसे उसने अपनी अफसरी का झंसा देकर उसके साथ ठगी की। जब यह तय हो गया कि पवन ठगी कर रहा है तो पुलिस ने उसे दबोच लिया।
इससे पहले इंदौर में पुलिस ने एक फर्जी एसडीएम को पकड़ा था। नीलम पाराशर नाम की इस महिला ने राज्यपाल के नाम की चिट्ठी खुद टाइप कर अपने को पदस्थ कर लिया था। इसी तरह खुद को देवास कोर्ट का जज बताकर धौंस देने वाले शातिर बदमाश ने अपने घर में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की तस्वीर लगा रखी थी और वह इंदौर के होटल और पबों की पार्टियों में जाता था और संचालकों को भी धमकाता था। इसी तरह इंदौर में ही पाकिस्तान के कराची से डॉक्टर की डिग्री लेने वाली एक महिला को फर्जी मेडिकल सार्टिफिकेट बनाने के आरोप में पकड़ा गया है।
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