जम्मू-कश्मीर में सेना-वायुसेना हाई अलर्ट पर, 25000 अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात, अमरनाथ यात्रा के लंगर खाली कराए गए
आखिर मोदी सरकार की जम्मू-कश्मीर में क्या करने की मंशा है। पहले 10 हजार सुरक्षा बलों को घाटी में भेजे जाने के बाद अब खबर आ रही है कि25 हजार और अतिरिक्त सुरक्षा बलों के साथ ही सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया। आखिर क्या होने वाला है कश्मीर में?
पिछले सप्ताह जब मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त 10 हजार सुरक्षा बल तैनात करने का फैसला किया तो पूरे कश्मीर क्षेत्र में भय, आशंका और अनिश्चितता का माहौल बन गया था। हालांकि सरकार ने सफाई दी थी कि ऐसा अमरनाथ यात्रा और आने वाले दिनों में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर किया जा रहा है। लेकिन अब जो खबर आ रही है वह बेहद चौंकाने और चिंतित करने वाली है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक घाटी में सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि कश्मीर के मौजूदा हालात के मद्देनजर यह फैसला किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हाई अलर्ट पर आश्चर्य जताया है। उन्होंने कहा है कि आखिर घाटी में ऐसा क्या हो रहा है जिसके चलते सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इस बीच हिंदू अखबार ने खबर दी है कि जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त 25000 सुरक्षा बल भेजे जा रहे हैं। अखाबर के मुताबिक ये जवान गुरुवार को घाटी में भेजे गए हैं। हालांकि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य में सबकुछ सामान्य होने की बात कही है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती से अफवाहों का बाजार गर्म है।
गौरतलब है कि बीते दिनों सरकार ने घाटी में 10 हजार जवान भेजे थे। अब ताजा फैसले में 25 हजार जवान और भेजे जाने की बात सामने आ रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलों को राज्य में जिला स्तर पर ठिकाने बनाने के आदेश दिए गए हैं। द हिंदू ने कश्मीर के पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा है कि ‘उन्हें अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजे जाने की सूचना मिली है। कई जवानों को अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी से मुक्त किया गया था, जो कि अब दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे।’
अखबार ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि अमरनाथ यात्रा को भी समय से पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं दक्षिण कश्मीर में चलने वाले कई लंगरों को भी गुरुवार को खाली करा लिया गया है। खबर के अनुसार, अमरनाथ यात्रा के लिए 40 से ज्यादा कंपनियां तैनात की गई थी। वहीं राज्य में फिलहाल एक हाई अलर्ट की स्थिति दिखाई दे रही है। खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में मौजूदा स्थिति को लेकर काफी डर का माहौल है।
हालांकि कुछ दिन पहले जब 10 हजार जवानों को जम्मू कश्मीर में भेजे जाने की बात सामने आयी थी, तब सरकार की तरफ से कहा गया था कि आगामी विधानसभा चुनावों के चलते यह तैयारियां की जा रही हैं। वहीं ऐसी भी अफवाहें हैं कि सरकार आर्टिकल 35ए से छेड़छाड़ कर सकती है। इन अफवाहों के चलते ही जम्मू कश्मीर की राजनीति में काफी सक्रियता दिखाई दे रही है।
राज्य की क्षेत्रीय पार्टियां चेतावनी भी दे चुकी हैं कि यदि आर्टिकल 35ए से किसी भी तरह की छेड़छाड़ की गई तो यह बारूद के ढेर में आग लगाने के जैसे होगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की।
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Published: 02 Aug 2019, 11:30 AM