हिंडनबर्ग से हिले अडानी ग्रुप को लगा करारा झटका, रद्द किया 20 हजार करोड़ का FPO, निवेशकों के पैसे लौटाने का ऐलान
हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद से हिचकोले खा रहे अडानी ग्रुप को करारा झटका लगा है और उसके शेयरों के दाम बेतहाशा गोते खा रहे हैं। इसी के चलते अडानी समूह ने अपने 20 हजार करोड़ के एफपीओ को रद्द करने का फैसला किया है। समूह ने कहा है कि वह निवेशकों के पैसे लौटा देगा।
अडानी समूह ने अपना 20 हजार करोड़ रुपए का एफपीओ यानी फॉलोअप पब्लिक ऑफर रद्द करने का ऐलान किया है। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा है कि मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने एफपीओ रद्द करने का फैसला लिया है। गौतम अडानी ने कहा कि शेयर बाजार में भारी हलचल और बाजार में उतार चढ़ाव के मद्देनजर कंपनी ने निवेशकों के हितों की रक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि एफपीओ से जो रकम हासिल हुई है उसे वे निवेशकों को वापस कर देंगे और इससे जुड़े लेन-देन को खत्म कर देंगे।
अडानी ग्रुप का यह असाधारण फैसला हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने के बाद समूह के शेयरों में बड़े पैमाने पर गिरावट के बीच आया है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने समूह पर "बेहद दुस्साहसी तरीके से शेयरों की खरीद-फरोख्त में हेराफेरी और खातों में धोखाधड़ी" का आरोप लगाया गया था।
इस रिपोर्ट के जवाब में अडानी समूह ने हिंडनबर्ग की साख और रिपोर्ट के समय पर सवाल उठाया है। कंपनी ने अपने जवाब में कहा है कि रिपोर्ट केवल "किसी विशिष्ट कंपनी पर अनुचित हमला नहीं है, बल्कि भारत, भारतीय संस्थानों की स्वतंत्रता, अखंडता और गुणवत्ता पर एक सुनियोजित हमला है।" अडानी समूह ने इस रिपोर्ट को भारत के विकास की कहानी और भारत की महत्वाकांक्षा पर भी हमला बताया है। ”
गौरतलब है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में बीते पांच कारोबारी सत्रों में जबरदस्त गिरावट दर्ज हुई है और कंपनी अपने कुल बाजार पूंजीकरण में 7 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान उठाया है।
अडानी के शेयर हुए धड़ाम, क्रेडिट सुईस ने बॉन्ड लेने से किया इनकार
अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर बुधवार को बीएसई में 26 प्रतिशत से अधिक गिरकर 2,180.20 रुपये पर बंद हुआ। इसी दौरान यह खबर भी आई कि क्रेडिट सुइस ने मार्जिन क्रेडिट के लिए गिरवी रखने वाले अडानी कंपनियों के बॉन्ड को स्वीकार करना बंद कर दिया है।
इसके अलावा अडानी समूह की एक और कंपनी अडानी पोर्ट्स में भी 20 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई और वह 492.15 पर बंद हुआ। इसी तरह कंपनी के स्वामित्व वाली कंपनी अंबुजा सीमेंट्स का शेयर भी 16.56 प्रतिशत गिरकर 334.60 रुपये पर बंद हुआ, जबकि एसीसी 5.96 प्रतिशत घटकर 1,852 रुपये पर बंद हुआ।
क्या होता है FPO?
ये समझना जरूरी है कि फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) होता क्या है? दरअसल, किसी कंपनी के लिए पैसे जुटाने का एक तरीका होता है। जो कंपनी पहले से शेयर मार्केट में लिस्टेड होती है, वो इन्वेस्टर्स के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं।
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