हिंसा और बूथ कैप्चरिंग के आरोपों के नाम रहा बंगाल का दूसरा चरण, 80.43 % वोटिंग, असम में भी 76.37 फीसद मतदान

नंदीग्राम की दिन भर की जंग के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह खुद सीआरपीएफ, बीएसएफ और अन्य केंद्रीय बल के जवानों को केवल बीजेपी और उसके गुंडों की मदद करने का निर्देश दे रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी हमला बोला।

फोटो सौजन्यः अमर उजाला
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नवजीवन डेस्क

पश्चिम बंगाल और असम में आज दूसरे चरण का मतदान हुआ। देर रात 8 बजे तक आए चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार बंगाल में 80.43 फीसदी और असम में 76.37 फीसद मतदान हुआ है। दोनों राज्यों में देर रात तक अंतिम वोटिंग प्रतिशत के और ऊपर जाने की संभावना है।

बंगाल के चुनाव की बात करें तो इस चरण में राज्य में 30 सीटों पर मतदान हुआ, लेकिन सभी की निगाहें नंदीग्राम पर टिकी रहीं, जहां से टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। बंगाल में मतदान के दौरान कई जगहों से छिटपुट हिंसा और गड़बड़ी फैलाने की खबरें आईं, लेकिन सबसे ज्यादा हिंसा की शिकायतें नंदीग्राम से आईं।

नंदीग्राम में सुबह मतदान शुरू होने के बाद ही बीजेपी उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने टीएमसी समर्थकों पर अपने काफिला पर हमला करने का आरोप लगाया। इस हमले में काफिले में शामिल मीडिया की एक गाड़ी को नुकसान पहुंचने की खबर है। इसके बाद दोपहर होते-होते विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों से टीएमसी वोटरों को भगाने, वोट नहीं देने और बूथ पर कब्जा करने की खबरें आने लगीं।

लगातार ऐसी खबरों पर दोपहर में खुद सीएम ममता बनर्जी बोयाल पोलिंग बूथ पर पहुंचीं और मतदान का जायजा लिया। ममता ने भी आरोप लगाया कि वहां पर सही से मतदान नहीं हो रहा है और बाहरी लोग स्थानीय लोगों को मतदान करने से रोक रहे हैं। इसके बाद ममता वहीं धरने पर बैठ गईं। ममता बनर्जी की शिकायत की खबर मिलने के बाद चुनाव आयोग के अधिकारी उनसे मिलने पहुंचे और उनकी बात सुनी। इसके बाद ममता ने वहीं राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन लगाकर निष्पक्ष चुनाव कराने की अपील की।

टीएमसी ने बीजेपी पर अर्द्धसैनिक बलों की मदद से नंदीग्राम के कई बूथों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। टीएमसी ने कई बूथों पर पार्टी के पोलिंग एजेंट को बाहर करने और अर्द्धसैनिक बलों द्वारा टीएमसी के वोटरों को वोट देने से रोकने का भी आरोप लगाया। टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि नंदीग्राम के कई बूथों में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बूथ कैप्चरिंग की। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ईवीएम पर भी कब्जा करने की कोशिश की। उन्होंने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है।

नंदीग्राम की दिन भर की जंग के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह खुद सीआरपीएफ, बीएसएफ और अन्य केंद्रीय बल के जवानों को केवल बीजेपी और उसके गुंडों की मदद करने का निर्देश दे रहे हैं। मैं चुनाव आयोग से माफी मांगते हुए कहना चाहती हूं कि हमने बहुत सारी शिकायत आपको दी, लेकिन आप केवल बीजेपी उम्मीदवारों का एकतरफा समर्थन कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव के दिन बंगाल में प्रचार करने को लेकर पीएम मोदी पर भी हमला बोला।

इसके अलावा मोयना सीट पर भी टीएमसी ने बीजेपी पर कई बूथों पर कब्जा करने का आरोप लगाया हैय़ टीएमसी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए मोयना निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा 8 बूथों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। टीएमसी ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता ईवीएम को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं और बूथ पर धांधली कर रहे हैं। बूथ पर तैनात सीआरपीएफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

वहीं असम में दूसरे चरण की 39 सीटों पर शाम पांच बजे तक 67.60 फीसदी मतदान हुआ। असम में कुल मिलाजुला कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें मिली थीं, जिन्हें तत्काल बदलने के बाद मतदान निर्बाध जारी रहा। बराक घाटी, पर्वतीय क्षेत्र और मध्य और निचले असम के 13 जिलों के 10,592 मतदान केंद्रों में से अधिकतर पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं। बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी मताधिकार का प्रयोग किया।

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Published: 01 Apr 2021, 6:11 PM