गुजरात में 2 साल में हिरासत में होने वाली मौतों में 43 फीसदी की बढ़ोतरी, सिर्फ एक पीड़ित परिवार को मिला मुआवजा
बीजेपी सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में डेटा पेश किया, जिसमें उसने स्वीकार किया कि 2020 में हिरासत में मौत की कुल 88 और 2021 में ऐसी 100 घटनाएं हुईं। 2019 में कुल 70 ऐसी मौतें हुईं, जिसका मतलब है कि महज दो साल में 42.85 फीसदी की वृद्धि हुई है।
गुजरात सरकार ने गुरुवार को विधानसभा को सूचित किया कि पिछले दो वर्षों में राज्य में हिरासत में होने वाली मौतों में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अमरेली विधायक परेश धनानी ने सरकार से हिरासत में हुई मौतों की जानकारी मांगी थी। जवाब में सरकार ने कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य में कुल 157 हिरासत में मौतें हुई हैं।
बीजेपी सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में डेटा पेश किया, जिसमें उसने स्वीकार किया कि 2020 में हिरासत में मौत की कुल 88 और 2021 में ऐसी 100 घटनाएं हुईं। 2019 में कुल 70 ऐसी मौतें हुईं, जिसका मतलब है कि महज दो साल में 42.85 फीसदी की वृद्धि हुई है।
पीड़ितों के परिवार को दिए गए मुआवजे के संबंध में धनानी के सवाल का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने सदन को सूचित किया कि पीड़ित के एक परिवार को सूरत में 6,00,000 रुपये प्रदान किए गए थे। अन्य परिवारों को कुछ नहीं मिला।
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