कन्नौज हिंसा में अब तक 14 गिरफ्तार, विरोध में हिंदू संगठनों ने डीएम ऑफिस में पढ़ा हनुमान चालीसा
राज्य सरकार ने इस मामले में कन्नौज के डीएम राकेश कुमार मिश्र और एसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव को हटाते हुए लापरवाही बरतने के आरोप में तालग्राम के प्रभारी निरीक्षक हरिश्याम सिंह, तालग्राम थाने के दो उपनिरीक्षक विनय कुमार और राम प्रकाश को निलंबित कर दिया था।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में तालग्राम थाना क्षेत्र के रसूलाबाद गांव में एक धार्मिक स्थल में मांस मिलने के बाद हुई हिंसा और दुकानों में आगजनी के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अब तक दोनों पक्ष के 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि दोनों पक्ष गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं हैं। आज हिन्दू संगठनों ने गिरफ्तारी के विरोध में डीएम कार्यालय में धरना देकर हनुमान चालीसा का भी पाठ किया।
इलाके में पैदा हुए तनाव को देखते हुए कन्नौज के नए डीएम और एसपी ने गांव में ही डेरा डाल दिया है। सैकड़ो लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि सभी गिरफ्तारी वायरल वीडियो और साक्ष्यों के आधार पर की गई है। हालात अभी भी पूरी तरह शांत नही है और फ़िज़ा में तनावमिश्रित शांति है। नए पुलिस कप्तान कुंवर अनुपम सिंह घटनास्थल पर ही डटे हुए हैं। उनका कहना है कि कन्नौज में अब पूरी तरह अमन है और हम उपद्रवियों की गिरफ्तारी कर रहे हैं।
शनिवार को कन्नौज जिले में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। यहां तालग्राम थाना क्षेत्र के गांव रसूलाबाद के एक मंदिर में कुछ अराजक तत्वों द्वारा मांस का टुकड़ा फेंका गया था जिसके बाद सैकड़ों की भीड़ ने मांस की तीन दुकानों में आग लगा दी थी। इस घटना के बाद यहां सांप्रदायिक तनाव फैल गया। पुलिस ने इस मामले में 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करते हुए 14 लोगों को गिरफ्तार किया है।
प्रदेश सरकार ने लापरवाही बरतने के आरोप में दो चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करते हुए कन्नौज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हटा दिया था। कन्नौज में नए डीएम और एसपी की तैनाती के बाद हालात नियंत्रण में आए हैं। तालग्राम के चैयरमैन दिनेश यादव ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मामले में सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। दिनेश यादव ने बताया कि प्रशासन को बिना राजनीतिक दबाव में आए अपना काम स्वतंत्र रूप से करना चाहिए।
बता दें कि रसूलाबाद गांव के बाहर शिव मंदिर में किसी ने रात के समय मांस का टुकड़ा फेंक दिया था। सुबह जब पुजारी जगदीश चंद्र रोज की तरह पूजन करने पहुंचे तो मांस का टुकड़ा पड़े होने की जानकारी उन्होंने ग्रामीणों को दी। इसके बाद सीओ सदर शिव प्रताप सिंह और थानाध्यक्ष हरिश्याम सिंह मौके पर पहुंचे और मंदिर की साफ-सफाई करवाकर माहौल को शांत कर दिया। इसके बाद इस घटना को तूल देने की कवायद शुरू हो गई और हिंदूवादी संगठनों ने घटना के विरोध में और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तालग्राम इंदरगढ़ रोड जाम कर दिया।
इसी बीच गांव से कुछ दूरी पर स्थित मांस की तीन दुकानों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी गई। इसके अलावा एक कब्रिस्तान के गेट को भी नुकसान पहुंचाया गया। तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। दोनों समुदाय के लोगों के आमने-सामने आने की स्थिति उत्पन्न हो गई। एक समुदाय की दुकानों में आगजनी के बाद पूरे मामले में ढिलाई बरतने पर डीएम और एसपी कन्नौज को हटा दिया गया।
घटना के बाद हरकत में आई कन्नौज पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में रविवार को अकबर, निहाल, आसिफ, इलियास, रहीम को गिरफ्तार करते हुए जेल भेजा है। वहीं आगजनी और तोड़फोड़ के आरोप में वीरेंद्र, बृजेश, रवि, पंकज, आशाराम, उमेश, सोनू पटेल और राजन पटेल को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इसके अलावा पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में कई अन्य लोगों को भी चिह्नित किया है। पुलिस ने इन लोगों को वायरल फोटो और वीडियो के आधार पर गिरफ्तार किया है। इसके विरोध में हिंदूवादी संगठनों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया। हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने डीएम दफ्तर के बाहर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
पहले शासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कन्नौज के डीएम राकेश कुमार मिश्र और एसपी राजेश कुमार श्रीवास्तव को हटा दिया था। इसके अलावा लापरवाही बरतने के आरोप में तालग्राम के प्रभारी निरीक्षक हरिश्याम सिंह, तालग्राम थाने के दो उपनिरीक्षक विनय कुमार और राम प्रकाश को निलंबित कर दिया था। कन्नौज के नए एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने मीडिया से कहा कि तालग्राम की घटना शर्मनाक है। इस मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। किसी निर्दोष को नहीं पकड़ा जाएगा। घटना की तह तक जांच कराई जाएगी और असल दोषियों को जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि तालग्राम की घटना का राजफाश जल्द हो जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। नगर का माहौल शांतिपूर्ण है और दुकानें खुली हैं। यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल रही है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
हालांकि कन्नौज के तालग्राम इलाके के मुस्लिम समुदाय के लोग अलग तरह की बात कह रहे हैं। उनका दावा है कि उनके खिलाफ साजिश हुई है। कन्नौज के स्थानीय निवासी इमदाद कुरैशी बताते हैं कि मंदिर में मीट फेंकने में जिन लोगों की गिरफ्तारी की गई है वो राजनीति से प्रेरित है। ले ऐसा क्यों करेंगे। ऐसा करने की एक भी वजह नही है। अरशद बताते हैं कि यहां मीट की दुकानों को हटाने के लिए हिंदूवादी संगठनों के लोग अक्सर कहते रहे हैं। अब तीन दुकानों में आग लगा दी गई है। सम्भवतः अब बहुत दिनों तक दुकानें बंद ही रहेंगी। जो वो चाहते थे वो हो गया है। उन्हें विश्वास ही नही है कि कोई मुसलमान मंदिर में मीट फेंक सकता है। इसमें जरूर कोई गहरी साजिश है। हम प्रशासन से निष्पक्ष जांच की अपील करते हैं।
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