बिहार की नई सरकार के 14 में से 13 मंत्री हैं करोड़पति, बीजेपी से सबसे ज्यादा अमीर बने ‘माननीय’

एडीआर के अनुसार ये निष्कर्ष विधानसभा चुनाव में नेताओं के दिए शपथपत्रों के विश्लेषण पर आधारित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्लेषण से पता चला है कि नई सरकार के 14 मंत्रियों में से 13 करोड़पति हैं। जबकि सभी मंत्रियों की औसत संपत्ति 3.93 करोड़ रुपये है।

फोटोः सोशल मीडिया
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आसिफ एस खान

बिहार की नई नीतीश कुमार सरकार की कैबिनेट के 14 मंत्रियों में से 13 मंत्री करोड़पति हैं और इन नेताओं के पास औसतन 3.93 करोड़ रुपये की संपत्ति है। यह जानकारी बिहार इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने दी है। जिन 14 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया गया है, उनमें 13 करोड़पति हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 6 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल-युनाइटेड (जदयू) के 5 और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के एक-एक मंत्री हैं। इन 14 मंत्रियों में दो महिलाएं हैं।

इलेक्शन वॉचडॉग एडीआर ने कहा है कि ये निष्कर्ष अक्टूबर-नवंबर के विधानसभा चुनावों से पहले उन्हीं के द्वारा पेश किए गए शपथपत्रों के विश्लेषण पर आधारित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, "विश्लेषण किए गए 14 मंत्रियों की औसत संपत्ति 3.93 करोड़ रुपये है। जिन 14 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया गया है, उनमें 13 करोड़पति हैं।"

नीतीश सरकार में सबसे ज्यादा संपत्ति रखने वाले मंत्रियों में तारापुर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए मेवा लाल चौधरी टॉप पर हैं, जिनके पास 12.31 करोड़ रुपये की संपत्ति है। खास बात ये है कि मेवा लाल चौधरी ही इस सरकार के सबसे विवादित मंत्री भी हैं। उनके शपथ लेते ही उन पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय का वीसी रहते नियुक्ति में धांधली के लगे आरोप फिर से चर्चा में आ गए हैं। साथ ही उनकी पत्नी की मौत का भी मुद्दा गर्मा गया है।

वहीं, इस मंत्रिमंडल में सबसे कम घोषित संपत्ति वाले मंत्री अशोक चौधरी हैं, जिन्होंने अपनी 72.89 लाख रुपये की संपत्ति की घोषणा की है। वहीं, कुल 8 मंत्रियों ने अपनी देनदारियां भी बताई हैं, जिनमें सबसे ज्यादा देनदारी सिमरी बख्तियारपुर निर्वाचन क्षेत्र के मुकेश सहनी की है, जिन पर 1.54 करोड़ रुपये का कर्ज है।

वहीं, 4 मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 8वीं और 12वीं कक्षा के बीच बताई है, जबकि 10 मंत्रियों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता दर्शाई है। इसी तरह 6 मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 50 वर्ष के बीच बताई और 8 मंत्रियों ने 51 से 75 साल के बीच बताई है।

बता दें कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए हाल में संपन्न हुए चुनाव में एनडीए ने 125 सीटें जीतकर बहुमत हासिल की है, जबकि तेजस्वी यादव की अगुवाई वाले महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं। महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल को 75, कांग्रेस को 19 और वामपंथी दलों (सीपीआई-एमएलएल, सीपीआई-एम और सीपीआई) को 16 सीटें मिली हैं।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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Published: 18 Nov 2020, 6:05 PM