तीसरे चरण में बिहार के 5 लोकसभा सीटों के लिए डाले गए वोट, 60 प्रतिशत मतदान
बिहार राज्य निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया कि इन क्षेत्रों में करीब 60 प्रतिशत मतदताओं ने अपने-अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मंगलवार को बिहार की पांच सीटों झंझारपुर, मधेपुरा, सुपौल, अररिया और खगड़िया के लिए मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इसके साथ ही 82 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो गई। इनमें दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव, कांग्रेस नेता रंजीत रंजन, जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी, आरजेडी के सरफराज आलम, बीजेपी के प्रदीप सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के महबूब अली कैसर जैसे लोग शामिल हैं।
तृतीय चरण में करीब 60 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान के दौरान कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। इन क्षेत्रों में 89.09 लाख से ज्यादा पात्र मतदाताओं के लिए 9,076 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बताया, "इन क्षेत्रों में 59.96 प्रतिशत मतदताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पांच लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा मतदान सुपौल और अररिया में हुआ। सुपौल में 62.80 प्रतिशत और अररिया में 62.34 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि मधेपुरा में 59.12 प्रतिशत, खगड़िया में 58.83 प्रतिशत और झंझारपुर में 56.92 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।"
सुबह सात बजे से ही मतदाता मतदान के लिए घरों से निकलने लगे। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। कतारों में महिलाओं की संख्या काफी रही। निर्वाचन आयोग ने भी शांतिपूर्वक मतदान पर संतोष जताया है। श्रीनिवास ने बताया कि मतदान के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर अब तक कहीं से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में कुछ स्थानों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में दुरुस्त कर लिया गया।
सुरक्षा के ²ष्टिकोण से खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित सिमरी बख्तियारपुर, अलौली एवं बेलदौर विधानसभा क्षेत्रों में मतदान चार बजे ही समाप्त हो गया था, जबकि अन्य सभी क्षेत्रों में मतदान का कार्य शाम छह बजे तक जारी रहा। इस चरण के मतदान को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों और बिहार सैन्य बल की तैनाती की गई थी। मतदान के लिए 58 हजार से ज्यादा मतदानकर्मियों को लगाया गया था।
राज्य में महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। हालांकि, मधेपुरा में जन अधिकार पार्टी के पप्पू यादव के उतर जाने से यहां मुकाबला त्रिकोणात्मक देखने को मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में 11 अप्रैल को चार लोकसभा क्षेत्रों, दूसरे चरण में 18 अप्रैल को पांच क्षेत्रों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। मतों की गिनती 23 मई को होगी।
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