रोहतक ग्राउंड रिपोर्ट: मोदी सरकार के जुमलों पर जनता को नहीं भरोसा, जानिए क्या कहते हैं यहां के मतदाता
रोहतक निवासी सुंदर बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हैं। सुंदर बोले, ‘सरकार पढ़े-लिखे युवाओं से पकौड़े तलने के लिए कह रही है। क्या इनके मां-बाप ने इन्हें पकौड़ा तलने के लिए पढ़ाया है।’
हरियाणा के लगभग हर लोकसभा क्षेत्र का चुनावी माहौल एक जैसा ही है। इस लोकसभा चुनाव में पूरे हरियाणा में मोदी सरकार की नाकामियां और जुमले चर्चा का विषय है। रोहतक वाले भी इन्हीं मुद्दों पर वोट करने वाले हैं। यहां के लोग मोदी सरकार का हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा, नोटबंदी, जीएसटी, स्वामिनाथन रिपोर्ट लागू करने के नाम पर किसानों को ठगना, फसल बीमा के नाम पर मची लूट और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मसलों पर सरकार की सियासत पर जमकर चर्चा कर रहे हैं।
रोहतक के डी-पार्क के रहने वाले सुंदर सेन का कहना है कि यहां युवाओं की बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। साथ में किसानों के मसले, जैसे गन्ना, बाजरा और सरसों जैसी फसलों की खरीद की सरकार ने एक सीमा तय कर रखी है। इस वजह से यहां के किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं गन्ने का भी पूरा पैसा नहीं मिला है। सुंदर सेन सरकार पर समाज को बांटने का भी आरोप लगाते हैं। वो कहते हैं, ‘सरकार हमारे भाईचारे का नुकसान कर रही है।’ उनका इशारा जाट और गैरजाट के बीच दरार डालकर राज्य सरकार के अपनी सियासी रोटियां सेंकने की तरफ था।
सुंदर बेरोजगारी को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हैं। सुंदर बोले, ‘सरकार पढ़े-लिखे युवाओं से पकौड़े तलने के लिए कह रही है। क्या इनके मां-बाप ने इन्हें पकौड़ा तलने के लिए पढ़ाया है।’ वहीं रोहतक के ही रहने वाले कारोबारी सुरेश राणा को भी मोदी सरकार से शिकायत है। उनका कहना है कि हमें साल में इतनी बार जीएसटी भरना पड़ता है। तीन-चार सौ करोड़ रुपए कारोबारियों के सरकार के पास पड़े हैं। यह पैसा न मिलने से छोटे दुकानदार का रोजगार चौपट हो गया है। वहीं रेलवे रोड बाजार में कपड़े के बड़े कारोबारी सुशील गुप्ता और ईश्वर गुप्ता का कहना था कि जीएसटी की वजह से यहां के ज्यादातर कारोबारी तबाह हो गए हैं। पूरी मार्केट बैठ चुकी है।
यहां के लोगों का कहना है कि रोहतक में हिंदू-मुसलमान का मसला नहीं उठ सकता था तो सरकार ने जाति का जहर बो दिया है। एक-दूसरे को लड़ाने का काम किया जा रहा है। वहीं भ्रष्टाचार और बिजली पानी भी यहां के लोगों के लिए मुद्दा है। उनका कहना है कि यहां कुछ सालों में भ्रष्टाचार इस सरकार में कई गुना बढ़ गया है। वहीं यहां के लोग पानी की कमी से परेशान हैं।
वहीं किसानों का कहना है कि फसल बीमा के नाम पर उनसे धोखाधड़ी हो रही है। उनका कहना है कि बीमा के नाम पर किसानों से बिना पूछे पैसे काट लिए जाते हैं। लेकिन अब इस सरकार की विदाई वक्त आ गया है। यहां के किसान रमेश, किलोई के विजेंदर जांगडा, गांव बखेता किलोई के सतबीर और रामचंद्र, प्रदीव बावडिया, रामकेश, धर्मबीर और कलानौर के बालंद सभी सरकार की नीतियों से परेशान हैं।
वहीं कलानौर के निवासी और अपने एक संगठन के जरिए गौ सेवा करने वाले मंदीप मोर ने कहा कि गाय हितैषी होने का दावा करने वाली इस सरकार ने मदद के नाम पर आज तक हमें कुछ नहीं दिया। मंदीप के साथ संदीप दहिया, नरेंद्र शर्मा, कृष्ण अहलावत और सुरेश भी गौ सेवा के काम में लगे हैं। ये सभी सरकार से नाराज हैं, इनका कहना है कि हमारे लिए गौ सेवा के नाम पर इस सरकार का धोखा ही बड़ा मुद्दा है।
भले ही हरियाणा में अभी बीजेपी की सरकार हो लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा को यहां के लोग अब भी याद करते हैं। झज्जर के तीन मूर्ति मंदिर रोड के विक्की ने कहा कि बेशक किसी को कोई भी शिकायत हो, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं है कि दीपेंदर हुड्डा की छवि बेहद ईमानदार है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा सेना के सियासी इस्तेमाल पर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहती हैं, ‘मोदी सरकार ने तो हद ही कर दी। सेना का भी सियासी फायदे के लिए इस सरकार ने इस्तेमाल कर लिया।’ उनका कहना है कि मोदी सरकार ने पिछले पांच साल में विकास के एजेंडे पर तो बिल्कुल ही काम नहीं किया है। केवल झूठ और फूट की ही सियासत की है। हरियाणा में जाति के नाम पर दंगे भडका कर भाईचारा खत्म करने का काम किया है, जो बेहद खतरनाक है।
रोहतक लोकसभा क्षेत्र के समीकरण
रोहतक लोकसभा क्षेत्र में नौ विधानसभा है। चार रोहतक जिले में, चार झज्जर में और एक विधान सभा सीट रेवाड़ी जिले में है। गढी-सांपला-किलोई, महम, रोहतक, कलानौर, बहादुरगढ, बादली, झज्जर, बेरी और कोशली विधान सभा सीटें इसमें आती हैं। यहां करीब 16 लाख मतदाताओं में से लगभग साढे छह लाख जाट, 2 लाख 98 हजार एससी, 1 लाख 70 हजार यादव, 1 लाख 24 हजार ब्राम्हण और 1 लाख 8 हजार पंजाबी मतदाता हैं। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दीपेंदर हुड्डा और बीजेपी प्रत्याशी अरविंद शर्मा के बीच है। देवीलाल परिवार से निकली आईएनएलओ और जननायक जनता पार्टी की यहां मौजूदगी भर है। 1952 से 2014 तक यहां हुए 17 चुनाव में से 11 बार कांग्रेस जीती है। यहां कभी गैर जाट चुनाव नहीं जीता है।
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