लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां पूरी, 20 राज्यों की 91 सीटों पर गुरुवार को डाले जाएंगे वोट
प्रथम चरण में 91 लोकसभा सीटों के लिए कुल 1279 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिसमें से 559 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से 213 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। जबकि 146 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रह हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पहले चरण का मतदान गुरुवार को होगा। मतदान शुरू होनो में 12 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। इस चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। गुरुवार के मतदान के लिए तैयारियां पुरी कर ली गई है। आज (बुधवार) सुबह से ही अलग-अलग राज्यों और जिलों के चुनाव कंट्रोल रूम से चुनाव पार्टियों को रवाना किया जाने लगा है।
असम, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों से पोलिंग पार्टियों के रवाना होने की फोटो सामने आ रही हैं। पोलिंग पार्टियों को उनकी ईवीएम मशीन और दूसरे जरूरी दस्तावेजों और सामान के साथ चुनाव कंट्रोल रूम परिसर से ही बसों में बैठाकर रवाना किया गया।
दूर-दराज के इलाके की पोलिंग पार्टियां चुनाव केंद्र पर पहुंच चुकी हैं। प्रथम चरण के मतदान कर्मियों को चुनाव ड्यूटी का प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है। चुनाव ड्यूटी के दौरान मतदान कर्मियों और सुरक्षा बलों को क्या करना है और क्या नहीं, इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से उन्हें छोटी सी बुकलेट भी प्रदान की गई है।
बता दें कि पहले चरण का चुनाव प्रचार मंगलवार शाम पांच बजे ही थम चुका है। इसके बाद ज्यादातर उम्मीदवार गुपचुप तरीके से डोर-टू-डोर कैंपेन चला रहे हैं। वोटिंग से एक दिन पहले कई इलाकों में राजनीतिक पार्टियों द्वारा मतदाताओं को शराब और पैसे बांटने की शिकायतें मिलती हैं। इसके मद्देनजर आयोग ने चुनाव ड्यूटी में लगे अपने अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन व पुलिस समेत अन्य सुरक्षा अधिकारियों को बुधवार को पूरी मुस्तैदी बरतने का निर्देश दिया है।
सुरक्षा ड्यूटी में तैनात सुरक्षा बलों के जवानों का मतदान पहले ही शुरू हो चुका है। जवानों से उनकी बटालियन में ही चुनाव अधिकारी की मौजूदगी में पोस्टल बैलेट पेपर के जरिए मतदान कराया गया।
प्रथम चरण में 91 लोकसभा सीटों के लिए कुल 1279 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिसमें से 559 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से 213 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। जबकि 146 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रह हैं। इस चरण में 37 लोकसभा क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। यहां 3 से ज्यादा ऐसे उम्मीदवार हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
प्रथम चरण में कई बड़े नेता और केंद्रीय मंत्रियों के भाग्य के फैसले होंगे। इस चरण में राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष अजित सिंह, केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह, महेश शर्मा, हरीश रावत और नितिन गडकरी जैसे बड़े नेताओं की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी।
पहले चरण में 11 अप्रैल को आंध्र प्रदेश की 25, अरुणाचल प्रदेश की दो, मेघालय की एक, उत्तराखंड की पांच, मिजोरम की एक, नागालैंड की एक, सिक्किम की एक, लक्षद्वीप की एक, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की एक और तेलंगाना की 17, असम की पांच, बिहार की चार, छत्तीसगढ़ की एक, जम्मू-कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, मणिपुर की एक, ओडिशा की चार, त्रिपुरा की एक, उत्तर प्रदेश की आठ और पश्चिम बंगाल की दो सीटों लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। 23 मई को 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।
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