थम गया पहले दौर का चुनावी शोर, 20 राज्यों की 91 सीटों पर 1279 उम्मीदवार मैदान में
लोकसभा चुनाव 2019 के प्रथम चरण का चुनाव प्रचार आज (मंगलवार) शाम 5 बजे समाप्त हो गया। पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में बड़े दलों के कई नेताओं के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन में बंद हो जाएगा।
लोकसभा चुनाव 2019 के प्रथम चरण के लिए आज शाम 5 बजे प्रचार थम जाएगा। इस चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान होना है। पहले चरण में कई बड़े नेता और केंद्रीय मंत्रियों के भाग्य के फैसले होंगे। इस चरण में राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष अजित सिंह, केंद्रीय मंत्री वी. के. सिंह, महेश शर्मा, हरीश रावत और नितिन गडकरी जैसे बड़े नेताओं की किस्मत ईवीएम में बंद हो जाएगी।
बता दें कि प्रथम चरण में आंध्र प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। तो वहीं असम की पांच, बिहार की चार, छत्तीसगढ़ की एक, जम्मू कश्मीर की दो, महाराष्ट्र की सात, मणिपुर की दो, मेघालय की दो, नगालैंड-मिजोरम की एक-एक, तेलंगाना की 17, उत्तर प्रदेश की आठ, उत्तराखंड की पांच और पश्चिम बंगाल की दो सीटों पर वोटिंग होगी।
प्रथम चरण में 91 लोकसभा सीटों के लिए कुल 1279 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिसमें से 559 निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें से 213 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं। जबकि 146 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले चल रह हैं। इस चरण में 37 लोकसभा क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है। यहां 3 से ज्यादा ऐसे उम्मीदवार हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
प्रथम चरण के एक तिहाई उम्मीदवार करोड़पति हैं। इस चरण के 401 प्रत्याशियों के पास करोड़ों की संपत्ति रखते हैं। जबकि 23 उम्मीदवारों के पास कोई संपत्ति नहीं है। प्रथम चरण में महिला प्रत्याशियों की संख्या बहुत कम है। इस चरण में कुल 89 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
पहले चरण में 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी के पश्चिमी हिस्से के 8 सीटों पर मतदान होना है। बीजेपी के लिए यह चरण काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी। हालांकि एक सीट पर उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। पहले चरण पर मतदान होने वाली सीटों में गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बागपत, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, कैराना और बिजनौर शामिल है।
इस बार मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन की ओर से उम्मीदवार बनाए गए हैं। उनका मुकाबला बीजेपी के संजीव बाल्यान से है। वहीं गाजियाबाद से बीजेपी के उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री वीके सिंह कांग्रेस की डॉली शर्मा और एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन के उम्मीदवार सुरेश बंसल के खिलाफ मैदान में हैं। जबकि गौतमबुद्ध नगर से केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के अरविंद कुमार सिंह और गठबंधन के सतवीर नागर से है। बागपत लोकसभा सीट पर भी दो बड़े नेताओं के बीच टक्कर है। यहां केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह को आरएलडी नेता अजित सिंह के बेटे जयंत चुनौती दे रहे हैं। सहारनपुर से बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद राघव लखनपाल को फिर से उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने इमरान मसूद को मैदान में उतारा है। बीएसपी ने इस सीट से फजलुर्रहमान को टिकट दिया है।
पहले दौर में बिहार के चार सीटों पर मतदान होना है। एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान जमुई से एक बार फिर से एनडीए के उम्मीदवार बनाए गए हैं। तो गया लोकसभा क्षेत्र से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी महागठबंधन के प्रत्याशी हैं। औरंगाबाद में भी एनडीए बनाम यूपीए का मुकबला है। बीजेपी ने वर्तमान सांसद सुशील कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं महागठबंधन की तरफ से हम के उपेन्द्र प्रसाद चुनावी मैदान में हैं।
महाराष्ट्र की नागपुर सीट कई लिहाज से महत्वपूर्ण हैं। यहां आरएसएस का मुख्यालय है और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चुनावी मैदान में हैं। जबकि चंद्रपुर लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री हसंराज अहिर बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
बता दें कि 11 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे, जबकि 19 मई को सातवें चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। मतों की गिनती 23 मई को होगी। लोकसभा के साथ ही ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और आंध्र प्रदेश विधानसभा के चुनाव भी कराए जा रहे हैं।
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Published: 09 Apr 2019, 5:00 PM