दुनियाः ट्रंप ने कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर उठाए सवाल और खामेनेई ने इजरायल पर हमले का दिया आदेश
इजरायली हमले में मंगलवार को मारे गए हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फौद शोकोर का शव बेरूत के दहिएह में मलबे के नीचे मिला है। न्यूयार्क में हुए 9/11 हमलों के गुनहगार खालिद शेख मोहम्मद और उसके दो साथी कोर्ट में अपना गुनाह कबूल करने को तैयार हो गए हैं।
ट्रंप ने कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर उठाए सवाल
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शिकागो में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स (एनएबीजे) सम्मेलन के दौरान अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "कमला हैरिस हमेशा से भारतीय मूल की थीं और वह केवल भारतीय विरासत को बढ़ावा दे रही थीं। मुझे कई साल पहले तक पता नहीं था कि वह अश्वेत हैं, लेकिन बाद में वह अश्वेत बन गईं और अब वह अश्वेत के रूप में पहचानी जाना चाहती हैं।"
रिपब्लिकन के पूर्व राष्ट्रपति ने बुधवार को एनएबीजे के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "मुझे नहीं पता कि वह भारतीय हैं या अश्वेत? मैं दोनों का सम्मान करता हूं, लेकिन वह स्पष्ट रूप से नहीं करतीं।" हैरिस पहली अश्वेत महिला और एशियाई अमेरिकी हैं जिन्होंने उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है। वह जमैकन पिता और एक भारतीय मां की बेटी हैं, दोनों ही अमेरिका में प्रवासी हैं। सीनेटर के रूप में हैरिस कांग्रेसनल ब्लैक कॉकस की सदस्य थीं। कमला हैरिस के अभियान के कम्युनिकेशन्स डायरेक्टर माइकल टायलर ने बुधवार को एक बयान में कहा, ''डोनाल्ड ट्रंप ने मंच पर जो शत्रुता दिखाई, वही शत्रुता उन्होंने अपने पूरे जीवन में, अपने कार्यकाल के दौरान और राष्ट्रपति पद के लिए अपने पूरे अभियान के दौरान दिखाई है, वह सत्ता हासिल करना चाहते हैं।''
खामेनेई ने इजरायल पर हमले का दिया आदेश
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या के प्रतिशोध में इजरायल पर सीधे हमला करने का आदेश दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट ने तीन ईरानी अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी गई है। खामेनेई ने बुधवार को ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग में यह आदेश दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन अधिकारियों में से दो ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के सदस्य हैं। इससे पहले, खामेनेई ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित एक संदेश में कहा कि इजरायल ने अपने लिए "कठोर सजा" के लिए जमीन तैयार कर ली है।
बुधवार को इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने इजरायल पर तेहरान में एक "आतंकवादी हमले" में इस्माइल हानिया और उसके बॉडी गार्ड की हत्या करने का आरोप लगाया। इसने हानिया और उसके बॉडी गार्ड की "शहादत" पर संवेदना व्यक्त की, साथ ही कहा कि हानिया मंगलवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान आये थे और पिछले कुछ वर्षों में वो कई बार ईरान आये हैं। इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स ने इजरायल के "आपराधिक कृत्य" की निंदा करते हुए इसे अंतर्राष्ट्रीय नियमों और कानूनों का उल्लंघन बताया और कहा कि इजरायल को ईरान से करारा जवाब मिलेगा। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में हानिया की "शहादत" पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा, सम्मान और गौरव की रक्षा करेगा और इजरायल को इस "कायरतापूर्ण कदम" के लिए भुगतना पड़ेगा।
बेरूत में हिजबुल्लाह के शीर्ष कमांडर का शव मलबे में मिला
इजरायली हमले में मंगलवार को मारे गए हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फौद शोकोर का शव बेरूत के दहिएह में मलबे के नीचे मिला है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली ड्रोन ने मंगलवार शाम को शूरा काउंसिल के नजदीक एक ठिकाने पर तीन मिसाइलें दागीं। हमलों का लक्ष्य हिजबुल्लाह के महासचिव सैय्यद हसन नसरल्लाह के वरिष्ठ सैन्य सलाहकार फौद शोकोर को निशाना बनाना था। फौद शोकोर के अलावा हमले में पांच अन्य लोग मारे गए और लगभग 74 लोग घायल हुए।
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि लेबनान आक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का अपना अधिकार सुरक्षित रखता है। 8 अक्टूबर 2023 को लेबनान-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ गया था। यह तनाव तब बढ़ा जब लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह ने हमास के हमले के प्रति एकजुटता दिखाते हुए इजरायल की ओर रॉकेटों से हमला किया था। इसके बाद इजरायल ने दक्षिण-पूर्वी लेबनान की ओर भारी तोपों से गोलीबारी कर जवाबी कार्रवाई की।
9/11 के दो गुनहगार दोष स्वीकार करने को तैयार: पेंटागन
अमेरिकी शहर न्यूयार्क में हुए 9/11 हमलों के गुनहगार खालिद शेख मोहम्मद और उसके दो साथी कोर्ट के समक्ष अपना गुनाह कबूल करने को तैयार हो गए हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। तीनों अपराधी क्यूबा में ग्वांतानामो बे जेल में बंद हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने अपने बयान में कहा कि सैन्य आयोगों के संयोजक प्राधिकारी, सुसान एस्कलियर ने 9/11 के सह-अभियुक्तों में से तीन खालिद शेख मोहम्मद, वालिद मुहम्मद सलीह मुबारक बिन अत्ताश और मुस्तफा अहमद एडम अल हवासावी के साथ प्री ट्रायल समझौता किया। पेंटागन के एक अधिकारी ने प्री-ट्रायल समझौतों के दस्तावेज जनता के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
पेंटागन ने 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए हमलों को लेकर अली अब्दुल अजीज अली और रामजी बिन अल शिभ के साथ तीनों आरोपियों पर 5 जून, 2008 को संयुक्त रूप से आरोप तय किया गया था। कथित भूमिका के संबंध में उन्हें 5 मई 2012 को दूसरी बार अभियुक्त बनाया गया। अमेरिकी सीनेट रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल ने इस मामले पर राष्ट्रपति जो बाइडेन के ढुलमुल रवैए पर जोरदार हमला बोला। अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, “आतंकवाद के सामने बाइडेन-हैरिस प्रशासन की कायरता एक राष्ट्रीय अपमान है। 9/11 के हमलों के पीछे के लोगों सहित आतंकवादियों के खिलाफ याचिका समझौता, सरकार की अपनी जिम्मेदारी से घिनौना विमुखता को दर्शाता है।"
आईडीएफ ने हमास के सबसे बड़े सैनिक कमांडर को मारने का किया दावा
इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गुरुवार को दावा किया कि पिछले महीने उसके लड़ाकू विमानों के हमले में हमास के सैैनिक कमांडर मोहम्मद देफ को मार गिराया गया। आईडीएफ ने गुरुवार को कहा,"13 जुलाई को, आईडीएफ के लड़ाकू विमानों ने खान यूनिस क्षेत्र में हमला किया। हमले में हमास के सैन्य शाखा के कमांडर और संगठन के दूसरे नंबर के नेता मोहम्मद देफ की मौत हो गई। देफ ने ही पिछले साल सात अक्टूबर को इजराइल में जानलेवा नरसंहार की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।"
यह ऑपरेशन आईडीएफ और इजराइली सुरक्षा एजेंसी, शिन बेट द्वारा संयुक्त रूप से अंजाम दिया गया। आईडीएफ ने बयान में कहा, "खुफिया जानकारी के आधार पर वायु सेना के विमानों ने एक परिसर को निशाना बनाया। हमले में वहां छिपे खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर डेफ और राफे सलामा व अन्य आतंकवादियों को मार गिराया गया।" आईडीएफ के अनुसार, डेफ ने हाल के वर्षों में इजराइल के खिलाफ कई आतंकवादी साजिशों की योजना बनाई और उन्हें अंजाम दिया। वह गाजा पट्टी में हमास की आतंकवादी गतिविधियों का प्रबंधन करता था और संगठन की वरिष्ठ सैन्य शाखा को आदेश जारी करता था। आईडीएफ ने बताया, "डेफ ने हमास नेता याह्या सिनवार के साथ मिलकर काम किया और यहूदिया और सामरिया में संगठन को मजबूत बनाने में योगदान दिया।"
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