दुनियाः बांग्लादेश के शीर्ष निर्वाचन अधिकारियों ने दिया इस्तीफा और यूक्रेन के चार मंत्री बर्खास्त
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार एक हफ्ते पहले वेस्ट बैंक पर शुरू हुए इजरायली सैन्य अभियान में 33 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि शेख हसीना भारत में बैठकर बांग्लादेश पर राजनीतिक टिप्पणी न करें।
बांग्लादेश के शीर्ष निर्वाचन अधिकारियों ने इस्तीफा दिया
बांग्लादेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवाल की अध्यक्षता वाले पूरे पांच सदस्यीय निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को को पद से इस्तीफा दे दिया। देश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद यह घटनाक्रम हुआ है। यह पहली बार है जब देश के निर्वाचन आयोग ने अपना निर्धारित कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। अवाल को फरवरी 2022 में पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था।
सेना के जवान निर्वाचन आयोग के बाहर और परिसर में तैनात किये गए थे, क्योंकि बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राजधानी के अगरगांव इलाके में स्थित निर्वाचन भवन के सामने एकत्र हुए और अवाल और आयोग के अन्य सदस्यों के खिलाफ नारे लगा रहे थे। आयोग को विशेष रूप से सात जनवरी को आम चुनाव कराने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिसका मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) सहित अधिकतर दलों ने बहिष्कार किया था। इस चुनाव में शेख हसीना की अवामी लीग लगातार चौथी बार फिर से निर्वाचित हुई खीं।
अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अवाल ने कहा कि बांग्लादेश के 53 साल के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है कि किसी निर्वाचन आयोग ने अपना कार्यकाल पूरा किए बिना स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया हो। मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य आयुक्तों - ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद अहसान हबीब खान, रशीदा सुल्ताना, मोहम्मद आलमगीर और मोहम्मद अनीसुर रहमान - ने पांच अगस्त को शेख हसीना की सरकार के पतन के ठीक एक महीने बाद इस्तीफा दे दिया।
रूस से जंग के बीच यूक्रेनी संसद ने चार मंत्रियों को बर्खास्त किया
यूक्रेन की संसद ने चार मंत्रियों को बाहर कर दिया है। वहीं विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा बुधवार को इस्तीफा दे चुके हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सांसदों ने बुधवार को यूरोपीय और यूरो-अटलांटिक एकीकरण के लिए उप प्रधान मंत्री ओल्हा स्टेफनिशिना, सामरिक उद्योग मंत्री ऑलेक्जेंडर कामिशिन, न्याय मंत्री डेनिस माल्युस्का और पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधन मंत्री रुस्लान स्ट्रेलेट्स को बर्खास्त करने के लिए मतदान किया। संसद ने विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा की बर्खास्तगी पर विचार नहीं किया, जिन्होंने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि कैबिनेट फेरबदल का उद्देश्य विभिन्न चरणों में यूक्रेन को मजबूत करना है।
संसद के अध्यक्ष रुस्लान स्टेफानचुक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा, विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने बुधवार को संसद को इस्तीफा पत्र सौंप दिया। स्टेफनचुक ने कहा कि संसद निकटतम पूर्ण सत्र में कुलेबा के आवेदन पर विचार करेगी। 43 वर्षीय कुलेबा को मार्च 2020 में यूक्रेन का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया था। मंगलवार को सर्वेंट ऑफ द पीपल पार्टी के संसदीय गुट के नेता डेविड अराखामिया ने टेलीग्राम पर कहा कि कैबिनेट के 50 प्रतिशत से अधिक स्टाफ को बदला जाएगा।
यूक्रेन की संसद में यह महत्वपूर्ण बदलाव तब हो रहे हैं, जब युद्ध के चलते रूसी सेना पूर्वी मोर्चे पर आगे बढ़ रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इस महीने एक प्रमुख सहयोगी अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं, जहां वे राष्ट्रपति जो बाइडेन को अपनी 'जीत की योजना' के बारे में बता सकते हैं। फरवरी 2022 में रूस द्वारा आक्रमण शुरू करने के बाद से जेलेंस्की ने कई फेरबदल के आदेश दिए हैं। पिछले सितंबर में, उन्होंने भ्रष्टाचार के कई घोटालों के बीच अपने रक्षा मंत्री को बर्खास्त कर दिया था और हाल ही में युद्ध में असफलताओं के बाद सेना के शीर्ष कमांडर को हटा दिया था। इस साल की शुरुआत में मंत्रियों को निकाले जाने या इस्तीफा देने के बाद से कम से कम पांच विभाग खाली हो गए हैं, जिनमें महत्वपूर्ण कृषि और इन्फ्रास्ट्रक्चर विभाग भी शामिल हैं।
इजरायली सैन्य अभियानों में वेस्ट बैंक में 33 फिलिस्तीनी मारे गए
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि एक सप्ताह पहले वेस्ट बैंक (पश्चिमी तट) पर शुरू हुए इजरायली सैन्य अभियानों में 33 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और लगभग 140 अन्य घायल हुए हैं। मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि मृतकों में उत्तरी पश्चिमी तट जेनिन में 19, तुबास में चार और तुलकरम में सात फिलिस्तीनी शामिल हैं। वहीं दक्षिण में हेब्रोन में तीन अन्य लोग भी मारे गए हैं। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने बुधवार को लगातार आठवें दिन जेनिन शहर और उसके शिविर के खिलाफ अपना अभियान जारी रखा।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने वफा की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि इस अभियान से जल और बिजली नेटवर्क सहित बुनियादी ढांचे को बड़ी क्षति पहुंची है। इसके अलावा लोगों की संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है। संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी के आयुक्त जनरल फिलिप लाजारिनी ने मंगलवार को कहा कि जेनिन, हिंसा और विनाश से तबाह हो गया है। उन्होंने उत्तर सहित पूरे पश्चिमी तट पर नागरिकों की तत्काल सुरक्षा का आह्वान किया है। उन्होंने मांग की कि इजरायली सेना और फिलिस्तीनी सशस्त्र समूह दोनों 'नागरिकों की सुरक्षा बनाए रखें और सहायता तक पहुंच प्रदान करें'। 28 अगस्त से इजरायल उत्तरी पश्चिमी तट पर बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान चला रहा है। उसका कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य वांछित व्यक्तियों को गिरफ्तार करना और इजरायल के खिलाफ भविष्य में होने वाले हमलों को रोकना है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में गाजा पट्टी में फिलिस्तीनी-इजरायल युद्ध शुरू होने के बाद से पश्चिमी तट पर इजरायली हमलों में 680 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
भारत में बैठकर बांग्लादेश पर राजनीतिक टिप्पणियां न करें हसीनाः यूनुस
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में बैठकर जिस तरह से राजनीतिक टिप्पणियां कर रही हैं वह उचित नहीं है।यूनुस ने यह भी कहा कि जब तक ढाका उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध नहीं करता, तब तक उन्हें चुप रहना चाहिए ताकि दोनों देशों के बीच संबंध असहज न हों। यूनुस ने कहा, ‘‘अगर भारत, बांग्लादेश द्वारा हसीना को वापस बुलाए जाने तक उन्हें अपने पास रखना चाहता है तो शर्त यह होगी कि उन्हें (हसीना को) चुप रहना होगा।’’
ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर साक्षात्कार में यूनुस ने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मजबूत संबंधों को महत्व देता है लेकिन नयी दिल्ली को ‘‘उस विमर्श से आगे बढ़ना चाहिए जो अवामी लीग को छोड़कर शेष अन्य राजनीतिक दलों को इस्लामी के रूप में चित्रित करता है और यह भी कि देश शेख हसीना के बिना अफगानिस्तान के समान हो जाएगा।’’ देश में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और भारत में शरण ली थी। इसके बाद यूनुस को अंतरिम सरकार का प्रमुख नियुक्त किया गया।
सिंगापुर और ब्रुनेई की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश रवाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ब्रुनेई और सिंगापुर की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद बृहस्पतिवार को स्वदेश रवाना हो गए। यात्रा के दौरान उन्होंने दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के साथ ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत बनाने, साझेदारी मजबूत करने और दो दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से निवेश आकर्षित करने पर व्यापक चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘एक सफल यात्रा संपन्न। सिंगापुर की सार्थक यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नयी दिल्ली रवाना हुए।’’
मोदी ने ‘एक्स’ पर कहा कि उनकी सिंगापुर यात्रा ‘‘अत्यंत सार्थक’’ रही। उन्होंने कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देगी और हमारे देशों के लोगों को लाभान्वित करेगी। मैं सिंगापुर की सरकार और लोगों को उनकी गर्मजोशी के लिए धन्यवाद देता हूं।’’
मोदी सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर यहां आए थे। यह सिंगापुर की उनकी पांचवीं आधिकारिक यात्रा थी। उनकी दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा के साथ ही दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों का दायरा ‘‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’’ तक बढ़ाते हुए सेमीकंडक्टर में सहयोग सहित चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
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