दुनियाः रिपब्लिकन पार्टी ने ट्रंप को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया और इराकी बल के गोला-बारूद डिपो में विस्फोट
रिपब्लिकन पार्टी ने आज डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए आधिकारिक रूप से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इराक की राजधानी बगदाद के पास इराकी पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज के गोला-बारूद डिपो में एक साथ कई विस्फोट होने से हड़कंप मच गया।
रिपब्लिकन पार्टी ने ट्रंप को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक बार फिर राष्ट्रपति चुनाव के लिए आधिकारिक रूप से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इस मौके पर ट्रंप ने एक घंटे और तीस मिनट से अधिक समय तक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने माइग्रेशन, मुद्रास्फीति और विश्व मंच पर कमजोर हो रहे अमेरिका के बारे में बात की। 13 जुलाई को ट्रंप पर हत्या का प्रयास किया गया था जिसमें वो बाल-बाल बच गए।
उन्होंने कहा, "मैं आज रात पूरे देश के लिए एक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए आया हूं। हर नागरिक के लिए, चाहे आप युवा हों या बुजुर्ग, पुरुष हों या महिला, डेमोक्रेट हों या रिपब्लिकन, अश्वेत हों या श्वेत, एशियाई हों या हिस्पैनिक, मैं आपकी ओर वफादारी और दोस्ती का हाथ बढ़ाता हूं।" पहले 10-15 मिनट में 13 जुलाई की गोलीबारी की घटना को फिर से दोहराया गया जिसे उपस्थित लोगों ने ध्यान से सुना।फिर उन्होंने दर्शकों का ध्यान अमेरिका में हो रहे माइग्रेशन की ओर आकर्षित किया।
पूर्व राष्ट्रपति को एक नरम रुख पेश करने को कहा गया था, जिससे उन्हें दौड़ में बने रहने में मदद मिलेगी। उधर उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ पार्टी में विद्रोह बढ़ रहा है। वो रेस में बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यूक्रेन और गाजा में युद्ध का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, "हमारे विरोधियों को एक शांतिपूर्ण धरती विरासत में मिली जिसे उन्होंने युद्धग्रस्त में बदल दिया।" फिर उन्होंने कहा, "हमारा ग्रह तीसरे विश्व युद्ध की कगार पर खड़ा है, और यह एक ऐसा युद्ध होगा जैसा पहले कभी नहीं हुआ।"
इराकी बल के गोला-बारूद डिपो में विस्फोट
इराक की राजधानी बगदाद के पास इराकी पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज के गोला-बारूद डिपो में एक साथ कई विस्फोट होने से हड़कंप मच गया हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि गुरुवार को अर्धसैनिक बलों द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पहला विस्फोट बगदाद के दक्षिण में यूसुफियाह इलाके में 42वीं हशद शाबी ब्रिगेड के डिपो में स्थानीय समयानुसार शाम 7:00 बजे हुआ। बयान में कहा गया है कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। साथ ही इस बात पर जोर दिया गया है कि घटना के पीछे के कारणों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है।
कहा गया है कि बचाव और चिकित्सा दल तथा दमकल गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद हैं। गृह मंत्रालय के एक सूत्र ने सिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी को बताया कि विस्फोट के बाद लगी आग से कई विस्फोट हुए और कई घंटों तक यह जारी रहा। नागरिक सुरक्षा दल ने जब आग बुझाई तब जाकर विस्फोट बंद हुआ। उन्होंने कहा कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि विस्फोटों की वजह क्या थी, क्या यह दुर्घटना के कारण हुआ या अज्ञात विमान द्वारा किया गया हमला था।
नेतन्याहू ने कहा, रफा क्रॉसिंग पर इजरायल का रहेगा नियंत्रण
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में रफा क्रॉसिंग का अचानक दौरा किया और पूरे गाजा-मिस्र सीमा पर इजरायल के नियंत्रण को बनाए रखने की बात कही। उन्होंने कहा, युद्ध विराम समझौता होने के बाद भी रफा क्रासिंग पर इजरायल का नियंत्रण रहेगा। नेतन्याहू ने गुरुवार को रफा में कमांडरों से बात की। यहां इजरायली सुरक्षा बलों ने मई की शुरुआत से ही कब्जा कर रखा है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि नेतन्याहू ने गाजा और मिस्र के बीच सीमा क्षेत्र "फिलाडेल्फिया कॉरिडोर" का भी निरीक्षण किया।
नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, "फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और रफा क्रॉसिंग पर हमारा नियंत्रण भविष्य के लिए आवश्यक है।" उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह वे अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने के लिए वाशिंगटन जाएंगे, जहां वो गाजा में चल रहे युद्ध के बारे में दुनिया को बताएंगे कि ये क्यों जरूरी है। नेतन्याहू ने यह बयान तब दिया जब एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल युद्ध विराम समझौते पर बातचीत के लिए काहिरा में था। रफा क्रॉसिंग और "फिलाडेल्फिया कॉरिडोर" पर नियंत्रण इस बातचीत में एक प्रमुख मुद्दा है। रक्षा मंत्री योआव गैलेंट सहित इजरायली अधिकारियों ने भी कहा है कि इजरायल एक समझौते के तहत कुछ शर्तों के साथ क्षेत्र से हटने के लिए सहमत होगा, जिससे गाजा में अभी भी बंधक बनाए गए लगभग 120 लोगों की रिहाई सुनिश्चित होगी।
पाकिस्तान के पंजाब से अलकायदा का खूंखार आतंकी गिरफ्तार
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी) ने एक बड़े अभियान में गुजरात शहर से प्रतिबंधित अल-कायदा संगठन के एक शीर्ष नेता को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा बलों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और अल-कायदा सहित प्रतिबंधित संगठनों के गुर्गों के खिलाफ अपने चल रहे अभियान के तहत ओसामा बिन लादेन के करीबी अल-कायदा के वरिष्ठ नेता अमीन उल हक की गिरफ्तारी की है।
जानकारी के अनुसार, खुफिया जानकारी पर आधारित यह ऑपरेशन पाकिस्तान के नए सैन्य अभियान अज्म-ए-इस्तेहकाम के तहत चलाया गया। गिरफ्तार किया गया अमीन उल हक मूल रूप से अफगानिस्तान का रहने वाला है और वह फर्जी दस्तावेजों पर पाकिस्तान में रह रहा था। सीटीडी के डीआईजी उस्मान गोंडल ने कहा, ''अमीन उल हक की गिरफ्तारी बहुत महत्वपूर्ण है, उसका नाम वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध है। वह अलकायदा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। उसने प्रतिबंधित आतंकी संगठन के पुनर्गठन में अहम भूमिका निभाई थी।''
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बांग्लादेश में जारी हिंसा पर जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि गुतारेस बांग्लादेश के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं और वहां जारी हिंसा से बेहद चिंतित हैं। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था को लेकर देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बृहस्पतिवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ हम ढाका और बांग्लादेश के अन्य स्थानों पर घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं।’’
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बांग्लादेश सरकार से बातचीत के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की अपील की, साथ ही गतिरोध दूर करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। दुजारिक ने कहा, ‘‘हिंसा कोई हल नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि गुतारेस बेहतर विश्व के निर्माण में युवाओं की सार्थक और रचनात्मक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बांग्लादेश में जारी हिंसा से बहुत चिंतित हैं जिसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है और पत्रकारों सहित सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
ढाका और अन्य शहरों में विश्वविद्यालय के छात्र 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ने वाले युद्ध नायकों के रिश्तेदारों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों को आरक्षित करने की प्रणाली के खिलाफ कई दिनों से रैलियां कर रहे हैं। गुरुवार को आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान राजधानी ढाका तथा अन्य जगहों पर हिंसा भड़कने से कम से कम 18 और लोगों की मौत हो गई तथा 2,500 से अधिक लोग घायल हो गए। इसके साथ ही विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से मरने वालों की संख्या 25 हो गई है।
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