दुनियाः यासिर अराफात की 20वीं पुण्यतिथि, फिलिस्तीनियों ने किया याद और गाजा में इजरायली बमबारी में 25 की मौत
इजरायल ने मंगलवार को थाईलैंड में रहने वाले या वहां की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों से सतर्क रहने और गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक घर में मंगलवार को ई-स्कूटर के कारण आग लग गई, जिसमें तीन लोग झुलस गए।
यासिर अराफात की 20वीं पुण्यतिथि, फिलिस्तीनियों ने किया याद
वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों ने अपने दिवंगत फिलिस्तीनी नेता यासिर अराफात को उनकी 20वीं पुण्यतिथि पर याद किया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को मध्य पश्चिमी तट के रामल्लाह में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति परिसर में अराफात की कब्र पर एक समारोह आयोजित किया गया, जिसका आयोजन फिलिस्तीनी राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन (फतह) द्वारा किया गया था और इसमें अधिकारियों और आम लोगों दोनों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में दर्जनों बच्चों सहित प्रतिभागियों ने फिलिस्तीनी झंडे, फतह के पीले बैनर और केफ़ियेह को उठाया, जिसे दिवंगत नेता अक्सर पहने हुए देखे जाते थे।
फतह के उप नेता महमूद अल-अलौल ने अपने भाषण में कहा कि इस साल अराफात की पुण्यतिथि इजरायली "आक्रामकता" के कारण फिलिस्तीनी लोगों के लिए "कठिन समय" में आई है। अल-अलौल ने कहा कि फिलिस्तीनी लोग "बर्बरतापूर्ण युद्ध अपराधों" का सामना कर रहे हैं क्योंकि ये "कब्जा" सभी अंतरराष्ट्रीय समझौतों, कानून और मानदंडों की अनदेखी करता है। उन्होंने फिलिस्तीनियों के खिलाफ किए गए "उल्लंघन और अपराधों" पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की "चुप्पी" की भी आलोचना की। यासिर अराफात फाउंडेशन बोर्ड के अध्यक्ष अहमद सोबोह ने कहा उन्होंने अस्तित्व, जीत और "हमारे अधिकारों और स्वतंत्र राज्य" को विश्व मंच पर सबसे आगे रखने के लिए राष्ट्रीय एकता के महत्व पर जोर दिया। सोमवार को भी, तुलकरम और हेब्रोन सहित कुछ अन्य वेस्ट बैंक शहरों, कस्बों और गांवों ने अराफात की स्मृति में गतिविधियां, प्रदर्शन और फोटो प्रदर्शनी आयोजित की गई।
अराफात का 11 नवंबर, 2004 को 75 वर्ष की आयु में फ्रांस के एक अस्पताल में अज्ञात बीमारी के कारण निधन हो गया था। फिलिस्तीनियों ने इजरायल पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया था, लेकिन इजरायल ने इस दावे को नकार दिया। इस साल पुण्यतिथि ऐसे समय में आई है जब गाजा पट्टी में हमास-इजरायल संघर्ष जारी है। ये जंग 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुई थी। इस संघर्ष के परिणामस्वरूप 43,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए और देश को खासा नुकसान हुआ है। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, हमास के हमले में लगभग 1,200 इजरायली मारे गए थे और लगभग 250 को बंधक बनाया गया था।
गाजा में इजरायली बमबारी में 25 लोगों की मौत
मध्य गाजा पट्टी के एक शरणार्थी शिविर में इजरायल की भारी बमबारी के कारण कम से कम 25 लोग मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए। दक्षिण गाजा पट्टी में विस्थापित लोगों के लिए लगाए गए एक तंबू पर हमले में भी पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार शाम को दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस के पश्चिम में विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले एक तंबू को निशाना बनाकर इजरायली बमबारी के दौरान कम से कम पांच लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
इसके अलावा समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-नुसेरत शरणार्थी शिविर में एक अन्य हमले में कम से कम 20 फिलिस्तीनी मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए। अल-अवदा अस्पताल ने इस हमले की पुष्टि की है, और अस्पताल के अनुसार, पानी की टंकियों पर हमला होने से कई हिस्सों में पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। अस्पताल के प्रशासनिक भवन को भी ड्रोन हमले में नुकसान पहुंचा है। अस्पताल ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से स्वास्थ्य सुविधाओं की सुरक्षा की अपील की है, क्योंकि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ हमले जारी हैं।
इजरायली सेना ने इस मामले पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिण इजरायल में हमास के हमले के जवाब में इजरायल ने गाज़ा पट्टी में बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। गाजा में स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक मरने वालों की संख्या 43,603 हो गई है।
थाइलैंड में इजरायली रहें सावधान, गाइडलाइंस का पालन करें: मोसाद
इजरायल ने मंगलवार को थाईलैंड में रहने वाले या वहां की यात्रा करने वाले अपने नागरिकों से सतर्कता बढ़ाने और 'हालिया सूचना' के बाद अपडेट पर ध्यान देने की अपील की। खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों ने थाईलैंड में इजरायलियों और यहूदियों को नुकसान पहुंचाने की बढ़ती आशंका के मद्देनजर यह अपील की। खुफिया और स्पेशल टास्क फोर्स मोसाद और नेशनल सिक्योरिटी हेडक्वार्टर के एक बयान में कहा गया, "पिछले कई महीनों से थाई क्षेत्र में कई घटनाएं घट रही हैं, जिन्हें इजरायली सुरक्षा बल, थाईलैंड के सुरक्षा बलों के साथ मिलकर नाकाम करने का प्रयास कर रहे हैं।"
यह बयान इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किया गया। हालांकि थाईलैंड के लिए यात्रा चेतावनी के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं किया गया, लेकिन इजरायली एजेंसियों ने थाईलैंड के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए। इनमें कई इजरायली प्रतिभागियों वाले कार्यक्रमों में शामिल होने से बचना शामिल है। ये दिशा-निर्देश थाईलैंड के किसी विशिष्ट क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किए बिना पूरे देश के लिए हैं। इसने इजरायली नागरिकों को सोशल नेटवर्क पर लोकेशन डिटेल और ट्रेवल प्लान को अपडेट करने से बचने की सलाह भी दी।
बयान में कहा गया, "इस बात पर जोर दिया जाना चाहिए कि 7 अक्टूबर की घटनाओं और आयरन स्वॉर्ड्स युद्ध के बाद से, दुनिया भर में इजरायल और यहूदी ठिकानों पर हमला करने के ईरान और उसके सहयोगियों के प्रयासों का विस्तार हुआ है। मोसाद और इजरायली सुरक्षा बल इजरायलियों और यहूदियों की सुरक्षा के लिए दुनिया भर में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए हैं।" इससे पहले सोमवार को, इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने जनता को दिए संदेश में विदेश में रहने वाले अपने नागरिकों को 'फिलिस्तीनी/आतंकवादी समर्थकों के इरादों' के प्रति सचेत रहने के लिए कहा, जो प्रदर्शनों और विरोध प्रदर्शनों के बहाने इजरायलियों के खिलाफ हिंसक हमले कर सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया में ई-स्कूटर के कारण घर में लगी भीषण आग
ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) राज्य की राजधानी सिडनी में स्थित एक घर में मंगलवार को आग लग गई, जिसके बाद तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों का मानना है कि मंगलवार को चार्जिंग पर लगे ई-स्कूटर की बैटरी में यह आग लगी थी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, फायर एंड रेस्क्यू एनएसडब्ल्यू (एफआरएनएसडब्ल्यू) ने मंगलवार सुबह एक बयान में कहा कि फायर फाइटर को स्थानीय समयानुसार मंगलवार सुबह 3 बजे से पहले मध्य सिडनी से लगभग 20 किमी दक्षिण में स्थित उपनगर वोरोनोरा स्थित घर पर आग लगने की जानकारी मिली।
फायर एंड रेस्क्यू ने बताया कि मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों को गैराज पूरी तरह से आग की चपेट में मिला, जिसने मुख्य आवास को भी अपनी चपेट में ले लिया था। बताया जा रहा है कि घर में आग लगने के बाद पांच लोग खुद ही बाहर निकल आए, जबकि तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक गंभीर रूप से झुलस गया है। शुरुआती जांच के बाद फायर एंड रेस्क्यू टीम के जांचकर्ताओं का मानना है कि ई-स्कूटर की बैटरी खराब हो गई थी, जिसके कारण घर में आग लग गई। फायर एंड रेस्क्यू ने कहा कि उसने इस साल 81 माइक्रोमोबिलिटी दुर्घटनाओं की सूचना मिली है जिस पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी।
इजरायली सेना के मेजर की गाजा में मौत
गाजा पट्टी में सैन्य अभियान के समय उत्तरी इलाके में एक इजरायली सेना के मेजर की मौत हो गई है। यह जानकारी इजरायली सेना ने एक बयान में दी। इजरायली सेना ने सोमवार को बताया कि 34 वर्षीय स्क्वाड कमांडर इतामार लेविन फ्रिडमैन "लड़ाई के दौरान गिर गए"। उन्होंने बताया कि उत्तरी गाजा शहर जबालिया पर इजरायली हमले के दौरान एक एंटी टैंक मिसाइल से उनकी मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इजरायली सेना ने अक्टूबर की शुरुआत में एक बड़ा अभियान शुरू किया था, जिसमें दावा किया गया था कि वहां "हमास फिर से उभर आया है"। आधिकारिक इजरायली आंकड़ों के अनुसार, उनकी मौत के साथ ही 7 अक्टूबर, 2023 को गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से मारे गए इजरायली सैनिकों की कुल संख्या 783 हो गई है। बता दें कि इससे पहले मध्य गाजा पट्टी के एक शरणार्थी शिविर में इजरायल की भारी बमबारी के कारण कम से कम 25 लोग मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए। दक्षिण गाजा पट्टी में विस्थापित लोगों के लिए लगाए गए एक तंबू पर हमले में भी पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएफए की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार शाम को दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस के पश्चिम में विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले एक तंबू को निशाना बनाकर इजरायली बमबारी के दौरान कम से कम पांच लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। इसके अलावा समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अल-नुसेरत शरणार्थी शिविर में एक अन्य हमले में कम से कम 20 फिलिस्तीनी मारे गए और 30 से अधिक घायल हो गए। अल-अवदा अस्पताल ने इस हमले की पुष्टि की है, और अस्पताल के अनुसार, पानी की टंकियों पर हमला होने से कई हिस्सों में पानी की सप्लाई बाधित हो गई है। अस्पताल के प्रशासनिक भवन को भी ड्रोन हमले में नुकसान पहुंचा है। अस्पताल ने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से स्वास्थ्य सुविधाओं की सुरक्षा की अपील की है, क्योंकि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ हमले जारी हैं। इजरायली सेना ने इस मामले पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
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