दुनिया: पाकिस्तान चुनाव आयोग ने PTI के शीर्ष नेताओं के नामांकन किए खारिज और कीव पर बड़े हवाई हमले में 16 घायल
पाकिस्तान में जैसे-जैसे आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए राहें कठिन होती जा रही हैं, क्योंकि चुनाव आयोग उन सभी के नामांकन पत्र खारिज करता जा रहा है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पीटीआई के शीर्ष नेताओं के नामांकन खारिज किए
पाकिस्तान में जैसे-जैसे आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के लिए राहें कठिन होती जा रही हैं, क्योंकि चुनाव आयोग उन सभी के नामांकन पत्र खारिज करता जा रहा है।
ऐसे ताजा मामले में पीटीआई के प्रमुख और संस्थापक इमरान खान समेत पीटीआई के दर्जनों उम्मीदवारों के नामांकन पत्र जांच के दौरान रिटर्निंग अधिकारियों ने खारिज कर दिए हैं। अस्वीकृत उम्मीदवारों में पीटीआई के लगभग सभी शीर्ष नेता शामिल हैं, जिसके कारण उन्हें अपने नामांकन की मंजूरी के लिए अदालत के समक्ष अपील दायर करनी पड़ी।
दूसरी ओर, जहां पीटीआई उम्मीदवारों के कागजात विभिन्न आधारों पर खारिज किए जा रहे हैं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के लिए जीत की राह आसान होती दिख रही है, क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन के संस्थापक मियां मुहम्मद नवाज शरीफ के नामांकन पत्र को रिटर्निंग ऑफिसर ने मंजूरी दे दी है।
हालांकि, पीटीआई के एक वकील ने शरीफ के कागजात की मंजूरी को चुनौती दी है और चुनाव अधिनियम की धारा 63 के तहत आपत्ति जताई है।
पाकिस्तान में इमरान खान और पीटीआई सबसे लोकप्रिय
पाकिस्तान में विभिन्न राजनीतिक नेताओं और पार्टियों की स्थिति के बारे में नए जमीनी आकलन से पता चलता है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पीटीआई देश भर में सबसे लोकप्रिय हैं।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, जानकार सूत्रों ने कहा कि पंजाब प्रांत में पीटीआई और पीएमएल-एन के बीच लोकप्रियता का बड़ा अंतर था लेकिन अब ये पीएमएल-एन के पक्ष में जाने लगा है। यह अंतर 15 प्रतिशत से घटकर लगभग 5 प्रतिशत हो गया है। दो प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच राष्ट्रव्यापी लोकप्रियता का अंतर अभी भी पीटीआई को पीएमएल-एन की तुलना में कहीं अधिक लोकप्रिय दिखाता है।
द न्यूज ने बताया, पंजाब के मामले में, पीएमएल-एन ने सुधार दिखाया है और प्रांत में आम चुनावों में पीटीआई को अच्छी प्रतिस्पर्धा देने के करीब है। सूत्रों ने नए सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि पीटीआई की देशव्यापी वर्तमान लोकप्रियता 2018 में उसकी लोकप्रियता से अधिक है, जब पिछला आम चुनाव हुआ था।
कीव पर बड़े हवाई हमले में 16 घायल
यूक्रेन की राजधानी कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि कीव पर बड़े पैमाने पर रूसी मिसाइल और ड्रोन हमले में कम से कम 16 लोग घायल हो गए। सिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार टेलीग्राम पर एक पोस्ट में मेयर ने कहा कि मंगलवार का हमला एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरा हमला है, जिसके कारण कीव के विभिन्न हिस्सों में एक अपार्टमेंट ब्लॉक, सुपरमार्केट और एक गोदाम में आग लग गई।
बयान में कहा कि रोकी गई मिसाइलों का मलबा दो अन्य अपार्टमेंट इमारतों और एक गैर आवासीय सुविधा, कीव सिटी मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेशन (केसीएमए) पर भी गिरा। इसमें कहा गया है कि मध्य पोडिल जिले में एक गैस पाइपलाइन और पानी की मुख्य लाइन क्षतिग्रस्त हो गई, साथ ही हमले के कारण राजधानी के चार जिलों में बिजली भी गुल हो गई।
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूसी सेना ने 16 टीयू-95 हवाई बमवर्षकों से यूक्रेन के खिलाफ क्रूज मिसाइलें और कई मिग-31 लड़ाकू विमानों से बैलिस्टिक किंजल मिसाइलें दागीं।
मध्य जापान में भूकंप के कारण मकान ढहे, आग लगी और कुछ लोगों की मौत
1 जनवरी को, जापान के इशिकावा प्रांत में नोटो प्रायद्वीप पर 7.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे सुनामी पैदा हुई। जापान ब्रॉडकास्टिंग एसोसिएशन के अनुसार, 2 जनवरी को 9 बजे तक, भूकंप के कारण इशिकावा प्रांत के वाजिमा शहर में आठ लोगों की मौत हुई है।
भूकंप से प्रभावित इशिकावा प्रांत में कई मकान ढह गए और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। इशिकावा प्रांत के वाजिमा शहर में भी आग लग गई और 10 से अधिक मकान जल गए।
रिपोर्ट के अनुसार भूकंप प्रभावित क्षेत्र में यातायात और कुछ संचार सुविधाओं को नुकसान पहुंचा है। भूकंप के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गयीं और होकुरिकु शिंकानसेन और जोएत्सु शिंकानसेन के कुछ खंड निलंबित कर दिए गए। स्थानीय एक्सप्रेसवे भी बंद किया गया है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि इशिकावा और अन्य स्थानों पर 1.2 मीटर से अधिक की सुनामी
अमेरिका और जापान के सैन्य बजट पर चिंतित 90 प्रतिशत नेटिजन्स
अमेरिका और जापान के वर्ष 2024 सैन्य बजट ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गए हैं, जिसने वर्तमान भू-राजनीतिक तनाव को और बढ़ाया है। चाइना ग्लोबल टीवी नेटवर्क (सीटीटीएन) से किये गये एक वैश्विक पोल के अनुसार इस जनमत सर्वे में हिस्सेदार 90 प्रतिशत लोगों ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त की। उनके विचार में अमेरिका और जापान के सैन्य बजट में अविवेक बढ़ोत्तरी से क्षेत्रीय अस्थिर तत्व अधिक पैदा होंगे और पूर्वी एशिया यहां तक कि पूरे विश्व में नये दौर की सैन्य प्रतिस्पर्द्धा छिड़ेगी।
इस सर्वेक्षण में 89.3 प्रतिशत लोगों के विचार में वैश्विक सैन्य बजट की निरंतर वृद्धि से शांति के बिना वैश्विक सुरक्षा गतिरोध और गंभीर बनाया जाएगा। 87.2 प्रतिशत लोगों ने वैश्विक सैन्य व्यापार बाजार के धमाकेदार विकास पर चिंता जतायी। उनके विचार में इससे क्षेत्रीय टक्कर के खतरे का विस्तार होगा और गुटों में मुकाबला छिड़ेगा।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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