दुनियाः पाक सरकार इमरान की पार्टी पर लगाएगी प्रतिबंध और गाजा में स्कूल पर इजरायली हमला, 12 फिलिस्तीनियों की मौत

के. पी. शर्मा ओली ने सोमवार को चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।पूर्वी अफगानिस्तान के कुनार प्रांत के अधिकांश हिस्सों में सोमवार सुबह अचानक आई बाढ़ में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई।

पाक सरकार इमरान की पार्टी पर लगाएगी प्रतिबंध
पाक सरकार इमरान की पार्टी पर लगाएगी प्रतिबंध
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नवजीवन डेस्क

पाकिस्तान सरकार इमरान की पार्टी पर लगाएगी प्रतिबंध

पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि वह जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर देश विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए प्रतिबंध लगाएगी और उनके और उनकी पार्टी के दो वरिष्ठ सहयोगियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करेगी। सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने यह आश्चर्यजनक घोषणा करते हुए कहा, "विदेशी वित्तपोषण मामले, 9 मई के दंगों और सिफर प्रकरण के साथ-साथ अमेरिका में पारित प्रस्ताव को देखते हुए, हमारा मानना ​​है कि खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर प्रतिबंध लगाने के लिए बहुत विश्वसनीय सबूत मौजूद हैं।" अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से 71 वर्षीय खान अपने खिलाफ कई मामलों के कारण रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।

‘जियो न्यूज’ के अनुसार, संघीय सरकार ने पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ पीटीआई के संस्थापक खान और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के खिलाफ अनुच्छेद 6 के तहत देशद्रोह का मामला दर्ज करने का फैसला किया है। तरार ने कहा कि अगर देश को आगे बढ़ना है तो वह पीटीआई के रहते ऐसा नहीं कर सकता। तरार ने कहा, "हमारे धैर्य और सहनशीलता को हमारी कमज़ोरी माना जाता है। पीटीआई और पाकिस्तान एक साथ नहीं रह सकते क्योंकि सरकार देश को राजनीतिक और आर्थिक रूप से स्थिर करने की कोशिश कर रही है, जबकि इसके प्रयासों को विफल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि संघीय सरकार पार्टी पर प्रतिबंध लगाने के लिए उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर करेगी। तरार ने यह भी घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार और उसके गठबंधन सहयोगियों ने नेशनल असेंबली में पीटीआई को आरक्षित सीट देने के उच्चतम न्यायालय के फ़ैसले के ख़िलाफ़ समीक्षा अपील दायर करने का फ़ैसला किया है।

गाजा में स्कूल पर इजरायली हमला, 12 फिलिस्तीनियों की मौत

सेंट्रल गाजा में एक स्कूल पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 12 फिलिस्तीनी मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए। इस स्कूल में विस्थापित लोग रह रहे थे। रविवार को सुरक्षा सूत्रों ने सिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि इजरायली विमानों ने नुसेरात शरणार्थी शिविर में मिसाइल से बमबारी की, जिसे संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी फॉर फिलिस्तीन रिफ्यूजीज इन द नियर ईस्ट (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा संचालित किया जाता है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित कुछ वीडियो फुटेज में स्कूल पर बमबारी दिखाई गई है, इसमें स्कूल के कुछ हिस्से नष्ट हो गए। इस हमले पर इजरायली सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई।

यूएनआरडब्ल्यूए ने इजरायली हमले की निंदा की और जोर देकर कहा कि गाजा में कोई सुरक्षित जगह नहीं है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के सलाहकार अदनान अबू हस्ना ने सिन्हुआ को बताया, "संयुक्त राष्ट्र एजेंसी अपने काम की जगह के बारे में जानकारी रोजाना इजरायली सेना को भेजती है, फिर भी सेना इसे और संयुक्त राष्ट्र दफ्तर को निशाना बनाती है।" इससे एक दिन पहले खान यूनिस के मावासी क्षेत्र में विस्थापित लोगों के तंबुओं पर बमबारी में कम से कम 90 फिलिस्तीनी मारे गए और 300 अन्य घायल हो गए थे, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे थे।

इधर, इजराइली सुरक्षा बलों ने पुष्टि की है कि उसने गाजा पट्टी में हवाई हमलों में हमास के खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर राफा सलामेह को मार गिराया। एक बयान में, इजराइली सेना और शिन बेट आंतरिक सुरक्षा एजेंसी ने रविवार को कहा कि सलामेह खान यूनिस के क्षेत्र में मारा गया। इजरायली मीडिया ने बताया कि खान यूनिस हमले में हमास के सैन्य विंग के कमांडर मोहम्मद डेफ और सलामेह इजरायली हवाई हमले के निशाने पर थे। सेना ने कहा, "सलामेह 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा पर हमास के हमले के "मास्टरमाइंडों में से एक" था। सलामेह 1990 के दशक की शुरुआत में हमास में शामिल हो गया था। सेना ने कहा कि 2016 में उसे खान यूनिस ब्रिगेड का कमांडर नियुक्त किया गया था, और वह खान यूनिस क्षेत्र से इजरायली की ओर मिसाइल लॉन्च करने और सुरंगों के संचालन की देखरेख करता था।


के पी शर्मा ओली चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने

के. पी. शर्मा ओली ने सोमवार को चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके नेतृत्व वाली नयी गठबंधन सरकार के समक्ष देश में राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने की कठिन चुनौती होगी। नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ओली को रविवार को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रधानमंत्री नियुक्त किया था। ओली को संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस (एनसी) और कुछ अन्य छोटे दलों का समर्थन प्राप्त है। ओली (72) ने पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’ की जगह ली है, जो शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल नहीं कर पाये थे।

पौडेल ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनीफाइड मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट (सीपीएन-यूएमएल) के अध्यक्ष ओली को राष्ट्रपति भवन के मुख्य भवन शीतल निवास में आयोजित एक समारोह शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह आधे घंटे से अधिक देरी से शुरू हुआ। समाचार पोर्टल ‘माई रिपब्लिका’ के अनुसार, नेपाली कांग्रेस पार्टी के भीतर विवाद के चलते सरकार में शामिल होने वाले मंत्रियों के नामों को अंतिम रूप देने में देरी के कारण ही शपथ ग्रहण समारोह में विलंब हुआ।

राष्ट्रपति ने दो उप प्रधानमंत्रियों प्रकाश मान सिंह और बिष्णु पौडेल को भी शपथ दिलाई। इसके अलावा 19 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। सिंह शहरी विकास मंत्रालय का कार्यभार भी संभालेंगे, जबकि विष्णु प्रकाश पौडेल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा की पत्नी आरजू राणा देउबा को विदेश मंत्री बनाया गया है। सरकार में नेपाली कांग्रेस से 10 कैबिनेट मंत्री हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री को छोड़कर, सीपीएन-यूएमएल से आठ, जनता समाजवादी पार्टी से दो और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी से एक मंत्री हैं। शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान प्रधानमंत्री प्रचंड, विदेशी राजनयिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।

अफगानिस्तान में बाढ़ से पांच लोगों की मौत

पूर्वी अफगानिस्तान के कुनार प्रांत के अधिकांश हिस्सों में सोमवार सुबह अचानक आई बाढ़ में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। एक स्थानीय अधिकारी ने यह जानकारी दी। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रांतीय प्रबंधक एहसानुल्लाह एहसान के हवाले से समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताय कि असदाबाद शहर, प्रांतीय राजधानी और प्रांत के कुछ अन्य जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई।

एहसान ने कहा, "असदाबाद शहर में बाढ़ के कारण दो बच्चों और एक महिला सहित चार लोगों की जान चली गई और प्रांत के असमार जिले में एक अन्य महिला की मौत हो गई।" एहसान ने कहा कि अचानक आई बाढ़ ने प्रांत के बाहरी इलाकों में दर्जनों घरों, सड़कें, पुल, पुलिया, नहरें, बांध और कृषि भूमि को बहा दिया। अफगानिस्तान के मौसम विभाग ने दो दिन पहले अफ़गानिस्तान के 34 प्रांतों में से 22 में भारी बारिश, बिजली, तूफान और बाढ़ की भविष्यवाणी की थी।


मेरी मौत नियत कर दी गई थी- ट्रंप ने हमले पर कहा

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पेंसिल्वेनिया में एक चुनावी रैली में उन पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी ‘‘मौत नियत कर दी गयी थी’’ तथा उन्होंने इस घटना को एक “विचित्र अनुभव” बताया। घटना के बाद अपने पहले साक्षात्कार में 78 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति ने रूढ़िवादी अमेरिकी मीडिया को बताया कि उन्हें लगता है कि वे “भाग्य या भगवान” की कृपा से बच गये। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार से शुरू हो रहे ‘रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन’ के लिए मिलवॉकी जाते समय ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ से बात करते हुए कहा, “मेरे बारे में यह माना जा रहा था कि मैं यहां नहीं रहूंगा, मेरी मौत नियत कर दी गयी थी।” सम्मेलन में उन्हें पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “सबसे अविश्वसनीय बात यह थी कि मैंने न केवल अपना सिर घुमाया, बल्कि सही समय पर और सही मात्रा में घुमाया।” उन्होंने यह भी कहा कि जो गोली उनके कान को छूती हुई निकली, उससे उनकी आसानी से मौत हो सकती थी। ट्रंप ने कहा, “मेरी मौत नियत कर दी गयी थी, मेरे बारे में माना जा रहा था कि मैं यहां नहीं रहूंगा।” उन्होंने इस पूरी घटना को एक “ विचित्र अनुभव” बताया। इस हमले में एक दर्शक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन पर हमला करने वाले 20 वर्षीय बंदूकधारी की भी मार गिराया गया, जिसका नाम थॉमस मैथ्यू क्रुक्स था।

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