दुनियाः विश्व की सबसे बुजुर्ग महिला का 117 वर्ष की आयु में निधन और पाकिस्तान ने शाहीन-II मिसाइल का परीक्षण किया
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने ऐलान किया है कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के जीतने पर उनकी सरकार में योगदान देने के लिए तैयार हैं। गाजा के खान यूनिस में दो शरणार्थी शिविरों पर इजरायल के हवाई हमले में करीब 15 फिलिस्तीनी मारे गए।
विश्व की सबसे बुजुर्ग महिला का 117 वर्ष की आयु में निधन
दुनिया की सबसे बुजुर्ग व्यक्ति मानी जाने वाली स्पेन की मारिया ब्रान्यास का 117 वर्ष 168 दिन की आयु में निधन हो गया है। उनके परिवार ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। जनवरी 2023 में फ्रांसीसी नन लुसिल रैंडन की मृत्यु के बाद वह दुनिया की सबसे बुजुर्ग इंसान बनी थीं। उनके परिवार ने कहा कि उनका उत्तर-पूर्वी स्पेन के ओलोट शहर में एक घर में "नींद में शांति से निधन हुआ, वैसे ही जैसे वह चाहती थीं, शांत और बिना किसी दर्द के"। परिवार ने कुछ दिन पहले के ब्रान्यास के कुछ अंतिम शब्द भी साझा किये हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने कहा था, "एक दिन, जिसे मैं अभी भी नहीं जानती, लेकिन जो बहुत करीब है, यह लंबी यात्रा समाप्त हो जाएगी। इतने लंबे समय तक जीने के बाद मृत्यु मुझे थका हुआ पाएगी, लेकिन मैं चाहती हूं कि वह मुझे मुस्कुराते हुए, स्वतंत्र और संतुष्ट पाए। रोना मत, मुझे आंसू पसंद नहीं हैं और सबसे बढ़कर मेरे लिए दुखी मत होना, क्योंकि तुम मुझे जानते हो, मैं जहां भी जाऊंगी खुश रहूंगी, क्योंकि मैं किसी न किसी तरह से तुम्हें अपने साथ रखूंगी।"
एक पत्रकार की बेटी मारिया ब्रान्यास का जन्म 4 मार्च 1907 को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुआ था। वह 1914 में स्पेन लौट आईं। गिरोना के एक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा अधिकारी बनने से पहले उन्होंने शुरुआत में एक नर्स के रूप में काम किया। उनकी दो बेटियां हैं। उनके एकमात्र बेटे का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनके 11 पोते-पोतियां, नाती-नातिन भी हैं। मारिया ब्रान्यास ने 2020 में कोविड-19 वायरस को मात दी। हालांकि, उनकी बेटी रोजा ने कहा कि 2023 से उनकी हालत "खराब" हो गई थी। रोजा ने बताया, "उन्हें दर्द नहीं है, न ही वे बीमार हैं।" उन्होंने उनकी बढ़ती उम्र को उनकी स्थिति का कारण बताया था। ब्रान्यास के बाद अब जापान के तोमिको इतूका सबसे बुजुर्ग व्यक्ति बन गये हैं। उनका जन्म 23 मई 1908 को हुआ था।
पाकिस्तान ने बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-II का सफल परीक्षण किया
पाकिस्तान ने मंगलवार को सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-II का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। पाकिस्तानी सेना ने इसकी जानकारी साझा की है। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा कि परीक्षण का उद्देश्य सैनिकों को प्रशिक्षित करना, विभिन्न तकनीकी मापदंडों का बेहतर सटीकता के साथ प्रयोग करना शामिल है।
आईएसपीआर के अनुसार, प्रशिक्षण प्रक्षेपण को सामरिक योजना प्रभाग, सेना सामरिक बल कमान, वैज्ञानिकों और सामरिक संगठनों के इंजीनियरों के वरिष्ठ अधिकारियों ने देखा। आईएसपीआर ने कहा कि अधिकारियों ने इस उपलब्धि में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों की तकनीकी दक्षता, समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पाकिस्तानी सेना की संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष साहिर शमशाद मिर्जा और सेवा प्रमुखों ने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को सफलता पर बधाई दी है।
ट्रंप के चुनाव जीतने पर एलन मस्क सरकार में शामिल होंगे
दिग्गज कंपनी टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने मंगलवार को घोषणा की कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के जीतने पर अमेरिकी सरकार में योगदान देने के लिए तैयार हैं। इसके तहत वह सरकारी दक्षता विभाग (डीओजीई) का नेतृत्व करने के इच्छुक हैं। ट्रंप ने हाल ही में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था कि अगर वो चुनाव जीतते हैं, तो वह मशहूर अरबपति मस्क को कैबिनेट में मंत्री के तौर पर या किसी सरकारी विभाग के सलाहकार पद पर नियुक्त करने पर विचार कर सकते हैं। इस पर मस्क ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, “मैं देश की सेवा करने को तैयार हूं।”
मस्क ने मजाक करते हुए कहा कि वह ट्रंप सरकार के तहत एक नई अमेरिकी सरकार में 'सरकारी दक्षता विभाग' का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। पिछले हफ्ते, ट्रंप और मस्क ने एक्स पर एक ऑडियो साक्षात्कार के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की थी, जिनमें आव्रजन, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, और वैश्विक राजनीति शामिल थे। मस्क ने ट्रंप को जलवायु परिवर्तन और नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में शिक्षित करने का प्रयास किया। हालांकि, मस्क की जलवायु परिवर्तन पर की गई आलोचना को लेकर पूंजीपति विनोद खोसला ने मूर्खतापूर्ण बताया था। मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन किया और डेमोक्रेट प्रतिद्वंद्वी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के खिलाफ उनके पक्ष में खड़े हुए। ट्रंप ने एक चुनावी रैली में अवैध अप्रवासन की बात करते हुए उल्लेख किया कि इससे उनकी जान बच गई। साक्षात्कार के प्रसारण में साइबर हमलों के कारण देरी हुई थी। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति को जनवरी 2021 में ट्विटर (अब एक्स) से स्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था, लेकिन मस्क ने उनका निलंबन हटा दिया।
गाजा में इजरायली हवाई हमलों में 15 फिलिस्तीनियों की मौत
गाजा के खान यूनिस में दो शरणार्थी शिविरों पर इजरायल के हवाई हमले में कम से कम 15 फिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीनी सूत्रों ने ये जानकारी दी है। फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने सोमवार को सिन्हुआ न्यूज एजेंसी को बताया कि इजरायली विमानों ने गाजा शहर के पश्चिम में अल-शती में फिलिस्तीनियों के एक कैंप पर हमला किया। चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि हवाई हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, खान यूनिस के पश्चिम में एक इंटरनेट वितरण केंद्र के पास फिलिस्तीनियों के एक और कैंप पर इजरायली हमले में छह लोग मारे गए।
इसी बीच, फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने सोमवार को बताया कि गाजा पट्टी में 885 स्वास्थ्य कर्मियों के साथ, 207 यूएनआरडब्ल्यूए स्टाफ सदस्यों सहित अब तक कम से कम 289 राहत कार्यकर्ता मारे गए हैं। यूएनआरडब्ल्यूए के आयुक्त जनरल फिलिप लाजारिनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कई लोगों ने घायलों और बीमारों को मानवीय सहायता या चिकित्सा देखभाल प्रदान करते समय अपनी जान गंवा दी। उन्होंने यह भी बताया कि संघर्ष के मानवीय प्रभाव और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून के जारी उल्लंघन को कवर करते समय 160 से अधिक पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए हैं। 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायली सीमा पर हमास के हमले के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में गाजा में हजारों फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
पीएम मोदी बुधवार को पोलैंड और यूक्रेन के दौरे पर जाएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21-22 अगस्त को पोलैंड का दौरा करेंगे। यह 45 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा होगी। इसके बाद वह युद्धग्रस्त युक्रेन भी जाएंगे। वर्ष 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पहली बार यूक्रेन जा रहे हैं। पोलैंड के वारसॉ में पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत किया जाएगा। वह राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इसके अलावा, पीएम मोदी पोलैंड में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करेंगे। पोलैंड के बाद प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन जाएंगे, जहां वह कीव में राजनीतिक, व्यापार, आर्थिक, निवेश, शिक्षा, सांस्कृतिक, जन-संपर्क, मानवीय सहायता और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करेंगे। यूक्रेन में वह भारतीय समुदाय के छात्रों तथा अन्य लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 45 वर्षों में यह पहला अवसर है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री पोलैंड का दौरा कर रहा है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत और पोलैंड के बीच एक अनोखा संबंध 1940 के दशक के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध के समय से है, जब पोलैंड की छह हजार से ज्यादा महिलाओं और बच्चों ने भारत की दो रियासतों- जामनगर और कोल्हापुर - में शरण ली थी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से दोनों देशों के बीच के संबंधों को और मजबूती मिलेगी। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने रूस का दौरा किया था, जहां उन्हें रूस के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया था।
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