दुनियाः हमले में घायल रूसी गवर्नर की हालत गंभीर और बिलावल भुट्टो ने देश में न्यायिक सुधार का आह्वान किया
रूस में चाकू के हमले में घायल मरमंस्क क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई चिबिस की हालत गंभीर बनी हुई है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने कहा है कि देश में न्यायिक सुधार का समय आ गया है।
चाकू के हमले में घायल रूसी गवर्नर की हालत गंभीर
चाकू के हमले में घायल रूस के मरमंस्क क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई चिबिस की हालत गंभीर है। उन्हें गुरुवार को एपेटिटी शहर में एक बैठक के बाद चाकू मार दिया गया था। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को एपेटिटी-किरोव अस्पताल के मुख्य चिकित्सक यूरी शिर्याव के हवाले से बताया कि 45 वर्षीय चिबिस की हालत गंभीर है और उनका ऑपरेशन किया जा रहा है।
हमलावर की पहचान अलेक्जेंडर बायदानोव के रूप में हुई। सुरक्षा गार्डों ने उसे मौके पर ही हिरासत में ले लिया। गवर्नर के प्रवक्ता के मुताबिक, हमला अचानक हुआ। आरोपी को रूसी नेशनल गार्ड (रोसग्वर्डिया) ने तुरंत पकड़ लिया। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी ने हमला क्यों किया।
बिलावल भुट्टो ने देश में न्यायिक सुधार का आह्वान किया
पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की सजा को गलत मुकदमे का नतीजा बताने के एक महीने बाद उनके पोते और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने कहा कि न्यायिक सुधार का समय आ गया है। पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश काजी फैज ईसा अध्यक्षता वाली पीठ ने पिछले महीने निष्कर्ष निकाला था कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संस्थापक भुट्टो की 1979 की दोषसिद्धि गलत मुकदमे का परिणाम थी।
न्यायालय ने 2011 में तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की उस अर्जी पर सुनवाई की थी, जिसमें उन्होंने हत्या के एक मामले में उकसाने को लेकर अपने ससुर भुट्टो की दोषसिद्धि पर पुनर्विचार करने का विशेष अनुरोध किया था। भुट्टो को दोषसिद्धि के परिणामस्वरूप 1979 में फांसी दे दी गयी थी। दिवंगत भुट्टो की 45वीं पुण्यतिथि के अवसर पर बृहस्पतिवार को लरकाना जिले में एक इफ्तार में कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा कि पीपीपी नई संघीय सरकार से न्यायिक सुधार करने के लिए कहेगी। पीपीपी अध्यक्ष ने वहां मौजूद लोगों से कहा, “अब न्यायिक सुधार शुरू करने का समय आ गया है। पीपीपी संघीय सरकार से इन सुधारों को करने के लिए कहेगी।”
लॉस एंजिल्स में चोरों ने तिजोरी से 30 मिलियन डॉलर उड़ाए
लॉस एंजिल्स में चोरों ने तिजोरी में रखे 30 मिलियन डॉलर पर हाथ साफ कर दिया। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पुलिस और संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) मामले की जांच कर रहे हैं। सूत्रों ने स्थानीय केएबीसी टेलीविजन स्टेशन को बताया कि चोरी ईस्टर के दिन रविवार को सैन फर्नांडो घाटी के उपनगरीय इलाके सिलमार में गार्डावर्ल्ड में हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार सुबह मामले की जानकारी हुई।
प्रमुख स्थानीय समाचार पत्र, लॉस एंजिल्स टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि यह शहर में नकदी चोरी के मामले में अब तक कि सबसे बड़ी चोरियों में से एक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां पूरे इलाके के व्यवसायियों से नकदी को इकट्ठा कर रखा जाता था। चोरों को इसके बारे में पूरी जानकारी थी। समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, लॉस एंजिल्स में इससे पहले सबसे बड़ी नकदी की लूट 12 सितंबर 1997 को हुई थी। इस दौरान आरोपियों ने 18.9 मिलियन लूट लिए थे।
कप में पेशाब करने पर सिडनी में विमान यात्री पर लगा जुर्माना
सिडनी हवाई अड्डे पर उड़ान के पहुंचने के बाद विमान से उतरने में देरी के दौरान कप में पेशाब करने के लिए एक यात्री पर जुर्माना लगाया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि यह घटना, पिछले दिसंबर में ऑकलैंड से 3 घंटे की एयर न्यूजीलैंड की उड़ान के बाद हुई थी और सिडनी की एक अदालत ने फरवरी में आक्रामक व्यवहार के लिए 53 वर्षीय व्यक्ति पर 600 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (395 अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना लगाया था। यह घटना शुक्रवार को लोगों के ध्यान में आई, जब न्यूजीलैंड की समाचार वेबसाइट ‘स्टफ’ ने बताया कि उसी पंक्ति में एक यात्री हॉली ने कहा कि उसने विमान के चालक दल को इस व्यवहार की सूचना दी थी।
उसने कहा कि वह और उसकी 15 वर्षीय बेटी गलियारे और बीच की सीटों पर बैठी थीं, तभी खिड़की वाली सीट पर बैठा व्यक्ति एक कप में पेशाब कर रहा था। पुरुष यात्री का नाम जारी नहीं किया गया है। स्टफ की खबर के अनुसार, हॉली ने कहा कि विमान लगभग 20 मिनट तक टर्मिनल गेट आवंटित होने के इंतजार में सड़क पर खड़ा रहा, तभी उसने एक कप में यात्री के पेशाब करने की स्पष्ट आवाज सुनी। उसने कहा कि वह आदमी “स्पष्ट रूप से काफी नशे में था” और विमान से बाहर निकलते ही उसने एक विमान परिचारक पर मूत्र गिरा दिया।
भारतीय छात्रों ने ब्रिटेन में शुरू किया ‘फेयर वीजा, फेयर चांस’ अभियान
ब्रिटेन में भारतीय छात्रों के एक प्रमुख संगठन ने ‘ग्रैजुएट रूट’ वीजा के पक्ष में ‘फेयर वीजा, फेयर चांस’ नाम से एक नया अभियान शुरू किया। ‘ग्रैजुएट रूट’ वीजा अंतरराष्ट्रीय स्नातकों को उनकी डिग्री के बाद दो साल के लिए ब्रिटेन में रहने और कार्य अनुभव प्राप्त करने का मौका देता है। इसकी शुरुआत तीन वर्ष पूर्व की गई थी और तब से ही यह भारतीय छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है। दरअसल, एक स्वतंत्र विस्थापन सलाहकार समिति (एमसीए) को ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली ने ‘ग्रैजुएट रूट’ वीजा की समीक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह उस उद्देश्य को पूरा करता है या नहीं, जिसके लिए इसे बनाया गया है। माना जा रहा है कि समिति अगले माह तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
‘नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनी यूनियन’ (एनआईएसएयू) ने ही इस वीजा के लिए अभियान चलाया था, उसे डर है कि इस वीजा अवधि को कम किया जा सकता है। ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (एपीपीजी) के सह-अध्यक्ष लॉर्ड करन बिलिमोरिया ने कहा, ‘‘स्नातकोत्तर के बाद दो साल तक काम करने से अंतरराष्ट्रीय छात्रों को मौका मिलता है कि वे अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल सकें, कुछ छात्रों को बेहतरीन कार्य अनुभव प्राप्त करने आदि में मदद मिलती है।’’ उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ‘ग्रैजुएट रूट’ को कम किया गया, तो यह ब्रिटेन के लिए अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय छात्र ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में 42 अरब जीबीपी का योगदान करते हैं। ब्रिटेन के गृह कार्यालय के अनुसार, 213,250 छात्रों को ‘ग्रैजुएट रूट’ के जरिये वीजा दिया गया है और इसमें भारतीय छात्रों की संख्या काफी अधिक है।
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