दुनियाः नेपाली कांग्रेस ने पीएम प्रचंड से की इस्तीफे की मांग और बोलीविया में तख्तापलट की कोशिश की जांच जारी

तुर्की में सीरियाई शरणार्थियों के खिलाफ 'भड़काऊ विरोध प्रदर्शन' के लिए 474 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। सिंगापुर में भारतीय मूल की 33 वर्षीय महिला को 12 लोगों से 1,06,000 सिंगापुरी डॉलर से अधिक रकम ठगने के जुर्म में तीन साल कैद की सजा सुनायी गई।

नेपाली कांग्रेस ने पीएम प्रचंड से की इस्तीफे की मांग
नेपाली कांग्रेस ने पीएम प्रचंड से की इस्तीफे की मांग
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नवजीवन डेस्क

नेपाली कांग्रेस ने प्रधानमंत्री प्रचंड से की इस्तीफे की मांग

नेपाल की मुख्य विपक्षी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल से इस्तीफा देने की मांग की। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक प्रतिनिधि सभा में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के प्रवक्ता प्रकाश सरन महत ने कहा," हमारी पार्टी प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने की मांग करती है। उन्हें देश की दो सबसे बड़ी पार्टियों के साथ मिलकर नई सरकार के गठन का फैसला करना चाहिए।" गौरतलब है कि एक दिन पहले, निचले सदन में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) (सीपीएन-यूएमएल) ने दहल से बुधवार शाम तक इस्तीफा देने को कहा था। उसका कहना है कि इससे "राष्ट्रीय सर्वसम्मति वाली सरकार" के गठन का रास्ता साफ हो सकेगा। साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे, ताे उनकी पार्टी गठबंधन से अलग हो जाएगी और अपना समर्थन वापस ले लेगी।

बुधवार को एक बैठक में नेपाली कांग्रेस ने सोमवार रात को सीपीएन-यूएमएल के साथ नई गठबंधन सरकार के गठन के बारे में हुए समझौते का भी समर्थन किया। समझौते के तहत, सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पहले प्रधानमंत्री पद संभालेंगे और फिर 2027 में होने वाले आम चुनाव तक इसे नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को सौंप देंगे। महत ने शिन्हुआ से कहा, "पहले ओली के नेतृत्व वाली सरकार बनेगी। हमारी पार्टी के अध्यक्ष अगली सरकार का नेतृत्व करेंगे।" सीपीएन (माओवादी केंद्र) के अध्यक्ष के रूप में, दहल दिसंबर 2022 में गठबंधन सरकार के प्रमुख बने थे। नवंबर में हुए आम चुनाव में निचले सदन में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। इसके बाद उन्होंने नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल साथ गठबंधन कर सरकार बनाई। सीपीएन (माओवादी केंद्र) ने मंगलवार को घोषणा की कि दहल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे, बल्कि निचले सदन में विश्वास मत हासिल करेंगे।

बोलीविया में तख्तापलट की कोशिश! 30 से ज्यादा संदिग्ध जांच के दायरे में

बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस आर्से के खिलाफ 26 जून को हुए असफल तख्तापलट की कोशिश में शामिल 30 से ज्यादा संदिग्ध व्यक्तियों की जांच चल रही है। प्रासीक्यूटर फ्रैंकलिन एल्बोर्ता ने पत्रकारों से कहा, "हमें यह बात समझनी चाहिए कि यह एक जटिल मामला है। 30 से ज्यादा लोग पहले से ही औपचारिक रूप से जांच के दायरे में हैं।" समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में से एक व्लादिमीर लूपा सलामांका है। वह सशस्त्र बलों के एक विशिष्ट समूह एफ10 का कमांडर है। व्लादिमीर लूपा सलामांका को ला पाज में अभियोजकों (प्रासीक्यूटर्स) के सामने गवाही देनी है। जिनके खिलाफ जांच चल रही है उनमें पूर्व सेना कमांडर और तख्तापलट नेता जनरल जुआन जोस जुनिगा, पूर्व नौसेना कमांडर जुआन अर्नेज़ और पूर्व वायु सेना कमांडर मार्सेलो जेगर्रा शामिल हैं।

बता दें कि दक्षिण अमेरिकी देश बोलीविया में पिछले दिनों तख्तापलट की कोशिश की गई थी जिसमें बोलिवियाई सशस्त्र बलों के बख्तरबंद वाहन और सैनिकों ने ला पाज़ में राष्ट्रपति भवन में घुसने की कोशिश की। बोलिवियाई पुलिस ने विद्रोही सैन्य कमांडर जनरल जुआन जोस ज़ुनिगा को गिरफ्तार कर लिया, जिन्होंने तख्तापलट की कोशिश का नेतृत्व किया था। बोलिवियाई राष्ट्रपति लुइस आर्से ने तख्तापलट की कोशिश की निंदा की और नागरिकों से लोकतंत्र की रक्षा करने और संगठित होने का आह्वान किया। उन्होंने एक नए सेना कमांडर के नाम की घोषणा की। बोलीविया के विभिन्न भागों में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा के लिए राष्ट्रपति के आह्वान में शामिल होकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रदर्शन किया।


तुर्की में बड़े पैमाने पर सीरिया विरोधी दंगे, 474 लोग हिरासत में

तुर्की के गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि दो दिन पहले पूरे देश में सीरियाई शरणार्थियों के खिलाफ 'भड़काऊ विरोध प्रदर्शन' के लिए 474 और संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्री अली येरलिकाया ने मंगलवार को कहा कि 30 जून को तुर्की के मध्य कायसेरी प्रांत में एक सीरियाई व्यक्ति ने एक सीरियाई लड़की के साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद सोमवार रात देश भर के कुछ शहरों में सीरियाई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। तुर्की के मंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, "285 बंदियों के खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें ड्रग्स, लूटपाट, चोरी, संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और यौन उत्पीड़न जैसे अपराध शामिल हैं।"

सीरिया विरोधी दंगे सबसे पहले कायसेरी प्रांत में शुरू हुए। यहां पर निवासियों ने पिछले रविवार को सीरियाई लोगों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आग लगा दी तथा उनके वाहनों में तोड़फोड़ की थी। इसके बाद हिंसा हेते, किलिस, गाजियांटेप, कोन्या और अंताल्या प्रांतों तक फैल गई है। वहीं तुर्की सरकार शांति की अपील कर रही है। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि सीरिया में उकसावे के लिए कायसेरी में हुई घटनाओं का एक्सप्लोइटेशन गलत है और उकसावे के खिलाफ चेतावनी दी।

ऑस्ट्रेलिया का 'बच्चों को पोर्न से बचाने' के लिए बड़ी तकनीक पर जोर

ऑस्ट्रेलिया की ई-सेफ्टी कमिश्नर ने घोषणा की है कि उन्होंने बच्चों को ऑनलाइन पोर्नोग्राफी और खुद को नुकसान पहुंचाने जैसी अन्य "उच्च प्रभाव वाली" सामग्री से बचाने में सक्षम कोड विकसित करने के लिए प्रमुख तकनीकी प्लेटफार्मों को छह महीने का समय दिया है। यह हाल की इन घोषणाओं पर आधारित है कि संघीय सरकार बच्चों को ऑनलाइन पोर्न देखने से रोकने के लिए "आयु आश्वासन" तकनीक का परीक्षण कर रही है।

स्कूल जाने वाले बच्चों के माता-पिता इस बात से अच्छी तरह परिचित हैं कि ऐसे प्रयासों की आवश्यकता क्यों है। आयुक्त का स्वयं का शोध बताता है कि ऑनलाइन पोर्नोग्राफी देखने वाले बच्चों की औसत आयु 13 वर्ष है। कुछ बच्चे गलती से बहुत कम उम्र में इस पर पहुँच जाते हैं।आयु सत्यापन एक अविश्वसनीय रूप से चुनौतीपूर्ण तकनीकी समस्या है - विशेष रूप से वयस्कों की अश्लील सामग्री तक पहुंच के लिए। वर्तमान में, सबसे विश्वसनीय आयु सत्यापन विधियां सरकार द्वारा जारी पहचान (चाहे भौतिक हो या डिजिटल) हैं। फिर भी बहुत कम लोग अपनी पोर्न आदतों को सरकार के सामने उजागर करने को तैयार होंगे।


सिंगापुर में भारतीय मूल की महिला को ठगी के जुर्म में तीन साल की कैद

सिंगापुर में भारतीय मूल की 33 वर्षीय एक महिला को 12 लोगों से 1,06,000 सिंगापुरी डॉलर से अधिक रकम ठगने के जुर्म में बुधवार को तीन साल कैद की सजा सुनायी गयी। जिला न्यायाधीश जॉन एनजी ने प्रिशिला शामनी मनोहरन नामक महिला पर 2000 सिंगापुरी डॉलर का जुर्माना भी लगाया। मनोहरन ने 2022 में ठगी का धंधा शुरू किया था। मनोहरन ने यह दावा कर एक व्यक्ति से 57,250 सिंगापुरी डॉलर की ठगी की कि उसके बेटे-बेटी की मृत्यु हो गयी है और उसे हाउसिंग बोर्ड की सार्वजनिक योजना के तहत एक अपार्टमेंट से संबंधित लेनदेन के लिए भुगतान करना है।

‘द स्ट्रेट टाइम्स’ की खबर के अनुसार खुद को वकील बताते हुए उसने अपनी मौत की झूठी कहानी रची तथा संबंधित व्यक्ति को ‘बकाया कानूनी शुल्क’ की फर्जी बिल भेजकर उसे चूना लगाया। अन्य मामलों में महिला ने अपने और अस्पताल के एक कर्मी के बीच कथित रूप से फर्जी ‘व्हाट्सअप चैट रिकार्ड’ तैयार किया और अस्पताल कर्मी को यकीन दिलाया कि चिकित्सा शुल्क के लिए उसे पैसों की सख्त जरूरत है। महिला ने इस साल के प्रारंभ में दो लोगों को 11,800 सिंगापुरी डॉलर का चूना लगाया। बीस जून को मनोहरन ने छह विभिन्न आरोपों में अपना गुनाह कबूल किया था।

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