दुनियाः दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भीषण आग और यूक्रेन को मिसाइल देने पर अमेरिका पर भड़का रूस
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायका ने सोमवार को अपनी नई सरकार में 21 नए मंत्रियों की नियुक्ति की। ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स में रविवार रात आए तूफान की वजह से बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा।
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भीषण आग
ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न से 300 किमी पश्चिम में कडनुक शहर के पास लगी जंगल की आग भीषण हो गई है। अधिकारियों ने सोमवार को चेतावनी दी कि जंगलों में लगी आग कई हफ्तों तक जारी रह सकती है। शनिवार को गर्म और हवा की स्थिति के बीच दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में लगने वाली कई आग में से यह एक थी। जंगल की आग की वजह से विक्टोरिया राज्य के पश्चिमी हिस्से में निवासियों को घर छोड़ना पड़ा। आग से कम से कम एक घर नष्ट हो गया और अधिकारियों का मानना है कि कृषि नुकसान के अलावा दो और घर भी जल गए होंगे।
रविवार की रात को तापमान में गिरावट और क्षेत्र में कुछ बारिश होने से स्थिति आसान हो गई, लेकिन सोमवार को 'देखो और कार्य करो' की चेतावनी जारी रही, निवासियों ने बताया कि अभी वापस लौटना सुरक्षित नहीं है। स्थानीय मेयर टिम मेयर ने सोमवार को कहा कि शनिवार को तेजी से फैल रही आग ने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) टेलीविजन को बताया, "यह एक डरावना वीकेंड रहा है और वास्तव में कठिन रहा है। आग कई हफ्तों तक जारी रह सकती है।"
वीकेंड में आग पर काबू पाने वाले फायर फाइटर्स को राहत देने के लिए स्ट्राइक टीमों को सोमवार को क्षेत्र में तैनात किया गया। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या आग जानबूझकर लगाई गई थी। कंट्री फायर अथॉरिटी (सीएफए) के मार्क गनिंग ने कहा कि जांचकर्ता फिलहाल इसे संदिग्ध मान रहे हैं। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, विक्टोरिया में जानबूझकर या लापरवाही से जंगल में आग लगाने का दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को 15 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। विक्टोरिया के दक्षिण-पश्चिमी तट के साथ एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण ग्रेट ओशन रोड के पास लगी दूसरी आग पर सोमवार को काबू कर लिया गया।
यूक्रेन को मिसाइल देने पर अमेरिका पर भड़का रूस
यूक्रेन को लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति मिलने से रूस नाराज हो गया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अमेरिका के इस फैसले से तनाव में बढ़ोतरी का नया दौर शुरू होगा। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास के मुताबिक पेस्कोव ने कहा, "यदि ऐसा निर्णय वास्तव में लिया गया है और कीव शासन को सूचित किया गया है, तो, निश्चित रूप से, यह तनाव में वृद्धि का एक नया दौर होगा।' प्रवक्ता ने कहा कि मॉस्को की स्थिति सभी के लिए बिल्कुल स्पष्ट होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "ये संकेत पश्चिम को मिल चुके हैं और राष्ट्रपति ने भी इन्हें अपना स्वर दिया है।"
बता दें 12 सितंबर को, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था रूस के खिलाफ पश्चिमी लंबी दूरी के हथियारों का इस्तेमाल करने के संभावित फैसले का मतलब यूक्रेन युद्ध में संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य नाटो देशों की सीधी भागीदारी से कम कुछ नहीं होगा। रूसी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी थी कि इससे इस संघर्ष की प्रकृति में काफी बदलाव आएगा और रूस को बढ़ते खतरों के जवाब में उचित कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
बता दें अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की हरी झंडी दे दी है। अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक उत्तर कोरिया की ओर से युद्ध में मास्को की मदद के लिए हजारों सैनिकों की 'कथित' तैनाती के जवाब में यूएस प्रेसिडेंट ने यह फैसला लिया है। सोल और वाशिंगटन दोनों इस बात का दावा कर रहे हैं कि रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की लंबे समय से यह मांग करते आए हैं कि रूस के अंदर लक्ष्यों को भेदने के लिए कीव को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएसीएमएस) का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए। एटीएसीएमएस 300 किमी (186 मील) तक जा सकती हैं।
श्रीलंका में 21 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली, कुछ नए चेहरे भी शामिल
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायका ने सोमवार को अपनी नई सरकार में 21 सदस्यीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति की। उन्होंने शासन प्रणाली को सुव्यवस्थित करने और करदाताओं पर बोझ कम करने के उनके चुनाव पूर्व किए गए वादे को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में कम सदस्यों को ही जगह दी है। श्रीलंका की सत्ता में आई दिसानायके की नेशनल पीपुल्स पॉवर (एनपीपी) जनता के लिए लागत कम करने के वास्ते एक लघु सरकार की वकालत करती रही है। सितंबर में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से, सरकार राष्ट्रपति सहित सिर्फ 3 मंत्रियों के साथ काम कर रही थी।
श्रीलंका के संविधान के अनुसार, 30 सदस्यीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति का प्रावधान है। राष्ट्रपति दिसानायका ने वित्त और रक्षा विभागों को अपने पास ही रखा है, जबकि 12 नए संसद सदस्यों को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया। उन्होंने वर्ष 2000 से सेवाएं दे रहे आठ अनुभवी सदस्यों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। कैबिनेट में नए चेहरों में पांच प्रोफेसर भी हैं। कैबिनेट में दो महिला सदस्य हैं जिनमें प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या के पास शिक्षा विभाग है और सरोजा सावित्री पॉलराज के पास महिला और बाल मामलों के विभाग की जिम्मेदारी है। सिंहला बहुल दक्षिण से अल्पसंख्यक तमिल पॉलराज पार्टी के लंबे संघर्ष में शामिल रही हैं।
शपथ ग्रहण समारोह की कुछ खास बातों में मत्स्य पालन मंत्री रामलिंगम चंद्रशेखरन का तमिल में शपथ लेना शामिल है, जो नई सरकार में अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधित्व पर प्रकाश डालता है। नई संसद की पहली बैठक गुरुवार को होगी। दिसानायके के नेतृत्व वाली एनपीपी ने बृहस्पतिवार को हुए संसदीय चुनावों में दो-तिहाई बहुमत हासिल करके जीत दर्ज की। इसने जाफना निर्वाचन क्षेत्र में भी अपना दबदबा बनाया जो देश के तमिल अल्पसंख्यकों का गढ़ है। एनपीपी ने 225 सदस्यीय विधानसभा में 159 सीटों में से दो तिहाई बहुमत के साथ लगभग 62 प्रतिशत वोट हासिल किए।
ऑस्ट्रेलिया में तूफान से भारी नुकसान, उड़ानें रद्द, सिडनी हार्बर ब्रिज का एक हिस्सा उड़ा
ऑस्ट्रेलिया के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) में रविवार रात आए तूफान की वजह से बड़े पैमाने पर संपत्तियों को नुकसान पहुंचा। सिडनी हार्बर ब्रिज का एक हिस्सा उड़ गया। वहीं 20 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रविवार रात सिडनी और न्यू साउथ वेल्स के अधिकांश हिस्सों में 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से हवाएं चलीं। भारी बारिश हुई और पूरे राज्य में व्यापक ब्लैकआउट से लोग प्रभावित हुए। मौसम विज्ञान ब्यूरो (बीओएम) ने सोमवार को पूर्वोत्तर एनएसडब्लू में अधिक भयंकर तूफान का पूर्वानुमान लगाया है।
एनएसडब्ल्यू राज्य आपातकालीन सेवा (एसईएस) ने सोमवार को बताया कि उसे राज्य भर में 278 घटनाओं की सूचना मिली, जिनमें से 81 सिडनी में हुई। सिडनी से लगभग 500 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित 93 लोगों की आबादी वाले एक छोटे से शहर कारिंडा में 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से हवाएं चलीं। इसके कारण तीन व्यावसायिक संपत्तियां नष्ट हो गई और उनकी छतें उड़ गई। रविवार को स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे के बाद आए तूफान के कारण सिडनी हार्बर ब्रिज से एक वर्ग मीटर की कंक्रीट और स्टील रोड प्लेट उखड़ गई, जिससे 25 कारें क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी वजह से पुल पर यातायात व्यवस्था बाधित हुई।
एनएसडब्लू के परिवहन सचिव जोश मरे ने कहा कि राज्य सरकार वाहनों की मरम्मत का खर्च वहन करेगी। मरे ने सोमवार को नाइन रेडियो से कहा, "यह एक बुरा सपने जैसा था। मैं उन सभी लोगों से माफी मांगता हूं जिनकी कार क्षतिग्रस्त हुई या जो दो घंटे तक फंसे रहे।" रविवार को सिडनी आने वाली 20 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं तथा कतर और फिजी से आने वाली अन्य उड़ानों को ब्रिस्बेन की ओर मोड़ दिया गया।
तुर्की ने इजरायली प्रेसिडेंट के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं दी
तुर्की ने इजरायल के प्रेसिडेंट इसाक हर्ज़ोग के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इस बात की जानकारी अर्ध-आधिकारिक अनादोलु एजेंसी ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, यह घटना तब हुई जब हर्ज़ोग को अजरबैजान में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के 29वें सत्र में भाग लेने जाना था। यह सम्मेलन 11 नवंबर को शुरू हुआ। अनादोलु के अनुसार, इजरायली सरकार ने इस यात्रा के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन तुर्की अधिकारियों ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद, हर्ज़ोग ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए शनिवार को अपनी अज़रबैजान यात्रा रद्द कर दी।
2010 के बाद से तुर्की और इजरायल के बीच संबंध खराब रहे हैं, खासकर फिलिस्तीन मुद्दे को लेकर। हाल के वर्षों में रिश्तों को सुधारने की कोशिश की गई थी, लेकिन गाजा संकट ने फिर से तनाव बढ़ा दिया है। इस बीच दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं और तुर्की ने इजरायल के साथ सभी व्यापारिक संबंध भी निलंबित कर दिए हैं। इस क्षेत्र में चल रहे संघर्ष का व्यापक असर आसपास के देशों में भी देखने के लिए मिला है। जैसे इस साल के पहले 10 महीनों में जॉर्डन का पर्यटन राजस्व 6.1 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि से 4.4 प्रतिशत कम है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, इस गिरावट का कारण पर्यटकों की संख्या में 6.6 प्रतिशत की गिरावट है। आर्थिक समाचार संपादक और विश्लेषक इल्हाम सईद ने सिन्हुआ को बताया, "पर्यटन में गिरावट का मुख्य कारण गाजा और लेबनान में युद्ध के कारण यूरोपीय एयरलाइंस द्वारा जॉर्डन के लिए कई उड़ानें रद्द करना है।" इसी बीच, उत्तरी गाजा पट्टी में दो इजरायली सैनिक मारे गए और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया है। अक्टूबर 2023 में फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष की शुरुआत के बाद से, कई मोर्चों पर चल रहे युद्ध में 798 इजरायली सैनिक मारे गए हैं।
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