दुनियाः मलावी के उपराष्ट्रपति की प्लेन क्रैश में मौत हुई और यूक्रेन ने रूसी मिसाइल सिस्टम पर किया भीषण हमला
बांग्लादेश के लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां को मंगलवार को तीन साल के कार्यकाल के लिए बांग्लादेश का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है। ब्रिटेन के प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक संत की 500 साल पुरानी कांस्य मूर्ति भारत को लौटाने पर सहमति जताई है।
मलावी के उपराष्ट्रपति की प्लेन क्रैश में मौत की हुई पुष्टि
मलावी के उपराष्ट्रपति साउलोस चिलिमा और नौ अन्य लोगों की प्लेन हादसे में मौत हो गई है। मलावी के राष्ट्रपति लाजरस चकवेरा ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की। उपराष्ट्रपति और नौ अन्य लोगों को ले जा रहा सैन्य विमान सोमवार को लापता हो गया था। राष्ट्रपति ने कहा कि उपराष्ट्रपति को ले जा रहे विमान का मलबा मिल गया है, लेकिन उसमें कोई जिंदा नहीं बचा है। चिलिमा (51) देश के पूर्व अटॉर्नी जनरल और न्याय मंत्री राल्फ कासाम्बारा के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। राल्फ कासाम्बारा शुक्रवार को लिलोंगवे के एक लॉज के कमरे में मृत पाए गए थे।
मलावी रक्षा बल के विमान को स्थानीय समय के अनुसार सुबह 10 बजे के बाद देश के उत्तर में स्थित मज़ूज़ू अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरना था। विमान के रडार से गायब होने से पहले लिलोंग्वे के कामुज़ू अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर वापस लौटने की सलाह दी गई। विमान से संपर्क नहीं होने पर राष्ट्रपति ने खोज और बचाव अभियान का आदेश दिया। विमान को खोजने की कोशिश में सैनिक पूरी रात और सुबह तक चिकनगावा जंगल में सर्च करते रहे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति लाजरस चकवेरा ने मंगलवार को एक न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि मलावी रक्षा बल के कमांडर ने उन्हें बताया कि खोज और बचाव अभियान पूरा हो गया है। विमान का मलबा मिल गया है। लोगों को इस भयानक त्रासदी के बारे में बताते हुए बहुत दुख हो रहा है। बचाव दल को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त विमान मिला है। राष्ट्रपति चकवेरा ने चिलिमा को श्रद्धांजलि दी, उन्हें एक अच्छा इंसान और मजबूत उपराष्ट्रपति बताया। बीबीसी ने राष्ट्रपति के हवाले से कहा, "मैं इसे अपने जीवन का सबसे बड़ा सम्मान मानता हूं कि वह मेरे डिप्टी और काउंसलर रहे।"
यूक्रेन ने क्रीमिया में रूसी मिसाइल सिस्टम पर किया हमला
यूक्रेनी सेना ने क्रीमिया में तीन रूसी मिसाइल सिस्टम पर हमला किया। इसकी जानकारी यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक बयान जारी कर दी। बयान के अनुसार, पश्चिमी क्रीमिया के येवपटोरिया शहर के पास एक एस-300 सिस्टम पर हमला किया गया, जबकि दूसरा हमला पड़ोसी गांव चोरनोमोरस्क के पास किया गया। इसके अलावा, यूक्रेनी सेना ने उत्तरी क्रीमिया के दजानकोय क्षेत्र में एक एस-400 कॉम्प्लेक्स को निशाना बनाया और मिसाइलें दागी। हमले में रडार स्टेशन नष्ट हो गए और रूसी ठिकानों पर गोला-बारूद से जबरदस्त विस्फोट हुआ। बयान के अनुसार, हमलों के चलते क्रीमिया में रूसी वायु रक्षा को काफी नुकसान हुआ है।
बता दें कि पिछले महीने भी यूक्रेन ने क्रीमिया में रूसी सेना पर अमेरिका से मिली मिसाइलों से हमला किया था। स्वतंत्र मीडिया ने क्रीमिया में 3 सैन्य ठिकानों पर हमलों की सूचना दी थी। इस हमले में कई लोग हताहत हुए थे। इस हमले के जवाब में रूसी वायु रक्षा प्रणालियों ने यूक्रेन की एटीएसीएमएस मिसाइलों को नष्ट कर दिया था। दरअसल, यह मिसाइल यूक्रेन को अमेरिका ने दी थी। अमेरिका ने तब घोषणा की थी कि वह यूक्रेन को नए हथियार पैकेज के हिस्से के रूप में एटीएसीएमएस मिसाइल देगा, जिनकी रेंज 165 किलोमीटर तक है। क्रीमिया रूसी सेना के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यूक्रेन में सैनिकों, हथियारों और गोला-बारूद की आपूर्ति इसी प्रायद्वीप के जरिए होती है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने क्रीमिया समेत रूस द्वारा कब्जाए गए सभी क्षेत्रों को वापस हासिल करने का संकल्प लिया है।
लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां बांग्लादेश के नए सेना प्रमुख होंगे
बांग्लादेश के लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां को मंगलवार को तीन साल के कार्यकाल के लिए बांग्लादेश का नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है और वह 23 जून को कार्यभार संभालेंगे। रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल जमां (58) को कार्यभार संभालने के दिन ही चार सितारा जनरल के पद पर पदोन्नत किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां को 23 जून की दोपहर से तीन साल के लिए (चार सितारा) जनरल के रूप में पदोन्नति के साथ सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है।’’ वह जनरल एसएम शफीउद्दीन अहमद के तीन साल के कार्यकाल की समाप्ति के बाद उनका स्थान लेंगे। इन्फैंट्री कोर अधिकारी के रूप में 1985 में सेना में शामिल हुए जमां वर्तमान में बांग्लादेश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) हैं।
चोरी हुई 500 साल पुरानी कांस्य मूर्ति भारत को लौटाएगी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
ब्रिटेन के प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने एक संत की 500 साल पुरानी कांस्य मूर्ति भारत को लौटाने पर सहमति जताई है। यह माना जाता है कि यह मूर्ति तमिलनाडु के एक मंदिर से चुराई गई थी। विश्वविद्यालय के एशमोलियन संग्रहालय की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया, ‘‘11 मार्च 2024 को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की परिषद ने एशमोलियन संग्रहालय से संत तिरुमंकाई अलवर की 16वीं शताब्दी की कांस्य मूर्ति की वापसी के लिए भारतीय उच्चायोग के दावे का समर्थन किया। अब आखिरी निर्णय के लिए यह चैरिटी आयोग को प्रस्तुत किया जाएगा।"
संत तिरुमंकाई अलवर की 60 सेंटीमीटर ऊंची प्रतिमा को 1967 में डॉ. जे.आर. बेलमोंट (1886-1981) नामक एक संग्रहकर्ता के संग्रह से ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एशमोलियन संग्रहालय द्वारा प्राप्त किया गया था। यह मूर्ति सोथबी की नीलामी से प्राप्त की गई थी। संग्रहालय का कहना है कि पिछले वर्ष नवम्बर में एक स्वतंत्र शोधकर्ता ने उसे इस प्राचीन मूर्ति की उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद उन्होंने भारतीय उच्चायोग को इस मूर्ति के बारे में सूचित किया था।
भारत सरकार ने इस कांस्य मूर्ति के लिए औपचारिक रूप से विश्वविद्यालय से अनुरोध किया। यह माना जाता है कि यह मूर्ति तमिलनाडु के एक मंदिर से चुराई गई थी और नीलामी के जरिए ब्रिटेन के एक संग्रहालय तक पहुंची। विश्व की कुछ सर्वाधिक प्रसिद्ध कला और पुरातत्व कलाकृतियां रखने वाले इस संग्रहालय का कहना है कि 1967 में उसने इस मूर्ति को हासिल किया था। चुराई गई भारतीय कलाकृतियों को ब्रिटेन द्वारा भारत को लौटाए जाने के कई उदाहरण हैं। अभी पिछले साल अगस्त में आंध्र प्रदेश से लायी गयी चूना पत्थर पर तराशी गई मूर्ति और 17वीं सदी की तमिलनाडु की “नवनीत कृष्ण” कांस्य मूर्ति को जांच के बाद ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त को सौंप दिया गया था।
हिजबुल्लाह ने इजराइल में दागे दर्जनों रॉकेट
लेबनान के शिया संगठन हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल में दर्जनों रॉकेट दागे हैं। इजरायली सेना ने मंगलवार को पुष्टि की कि लेबनान से लगभग 50 मिसाइलें दागी गईं, लेकिन इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ। मंगलवार को एक बयान में हिजबुल्लाह ने कहा कि पूर्वी लेबनान के हरमल में रात भर हुए इजरायली हमले के जवाब में ये कार्रवाई की गई है। हमारे लड़ाकों ने यार्डुन बैरक में आर्टिलरी रेजिमेंट के मुख्यालय और 210वें गोलन डिवीजन के बख्तरबंद ब्रिगेड पर दर्जनों रॉकेट दागे। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि सीरिया की सीमा पर इजरायली हमले में पांच लोग मारे गए।
लेबनान के एक सुरक्षा सूत्र ने कहा कि मारे गए लोगों में दो हिजबुल्लाह कमांडर भी शामिल हैं। आठ महीने पहले गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल और लेबनान के बीच सीमा पर इजरायली सेना और हिजबुल्लाह मिलिशिया और अन्य समूहों के बीच रोजाना सैन्य टकराव होता रहा है। दोनों पक्षों में मौतें हुई हैं। आपसी गोलाबारी ने सीमा के दोनों ओर के शहरों में भयंकर तबाही मचाई है। लगभग 150,000 लोगों को निकाला गया है या युद्ध क्षेत्र से बाहर निकाला गया है। स्थिति दिन पर दिन और खराब होती जा रही है। अगर इजरायल-हमास संघर्ष जारी रहा तो इस क्षेत्र में बड़े सैन्य टकराव की आशंका है।
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