दुनिया: इजरायल ने गाजा के पास तैनात किये एंटी-ड्रोन केज से लैस टैंक और पीएम सुनक बोले- आपके साथ खड़ा है यूके
गाजा के बाहर इकट्ठा हो रहे इजरायली टैंकों को एंटी-ड्रोन केज से लैस किया गया है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गुरुवार को दोहराया कि ब्रिटेन संकट की इस घड़ी में इजरायल के साथ खड़ा है।
इजरायल ने गाजा के पास तैनात किये एंटी-ड्रोन केज से लैस टैंक
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि संभावित जमीनी हमले से पहले गाजा के बाहर इकट्ठा हो रहे इजरायली टैंकों को एंटी-ड्रोन केज से लैस किया गया है, जिसका रूस-यूक्रेन युद्ध में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया था। यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, वाशिंगटन पोस्ट ने संशोधित कवरिंग वाले इजरायली टैंकों की तस्वीरें साझा की हैं, जिनका उद्देश्य वाहन के अंदर सैनिकों को ड्रोन से गिराए गए किसी भी विस्फोटक से बचाना है।
सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज के एक वरिष्ठ सलाहकार मार्क कैंसियन ने अखबार को बताया, "मेरी धारणा यह है कि हमास के हमलों ने इज़राइल को केज का अधिक व्यापक इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहन दिया।
निज्जर की हत्या पर ऑस्ट्रेलियाई खुफिया प्रमुख ने कहा, ट्रूडो के दावे पर 'विवाद का कोई कारण नहीं'
ऑस्ट्रेलिया के खुफिया प्रमुख ने कहा है कि इस साल जून में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार की भूमिका के कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के दावे पर "विवाद करने का कोई कारण नहीं" है।
भारत ने आरोप से इनकार किया है, लेकिन दोनों देशों के बीच इसको लेकर राजनयिक विवाद पैदा हो गया ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (एएसआईओ) के महानिदेशक माइक बर्गेस ने एबीसी न्यूज चैनल को बताया कि "यह एक गंभीर आरोप है" और उनके पास "इस मामले में कनाडाई सरकार ने जो कहा है उस पर विवाद करने का कोई कारण नहीं है"।
उन्होंने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि किसी भी देश पर उस देश के नागरिक की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है, यह एक गंभीर आरोप है, और कुछ ऐसा है जो हम नहीं करते हैं और कुछ ऐसा है जो नहीं करना चाहिए।"
बर्गेस ने ये टिप्पणी कैलिफ़ोर्निया में की। वो यहां फ़ाइव आइज़ ख़ुफ़िया साझेदारों की एक सार्वजनिक सभा में मौजूद थे। इसके सदस्य देशों में ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और न्यूज़ीलैंड हैं।
इजराइल पर हिजबुल्ला के साथ युद्ध शुरू न करने का दबाव डाल रहा अमेरिका
बाइडेन प्रशासन निजी तौर पर इजरायल से हिजबुल्ला के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू नहीं करने का आग्रह कर रहा है ताकि मौजूदा युद्ध को गाजा से आगे फैलने से रोका जा सके। मीडिया रिपोर्टों में यह बात कही गई है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस बात को मानता है कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1,400 से अधिक इजरायलियों के मारे जाने के बाद से हिजबुल्ला द्वारा उसकी उत्तरी सीमा पर बढ़ते लक्ष्यीकरण का इजरायल को जवाब देना चाहिए।
लेकिन लेबनानी समूह द्वारा बार-बार किए गए हमलों और इस तथ्य के कारण कि इजरायल गाजा से हमास के क्रूर हमले का अनुमान लगाने में विफल रहा, इस बात पर चर्चा तेज हो गई है कि क्या इजराइल को अपनी दबिश बनाए रखने के लिए हिजबुल्ला के खिलाफ लड़ाई शुरू करनी चाहिए।
टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की चर्चा अमेरिका के लिए चिंता का कारण है, जो निजी तौर पर और सार्वजनिक रूप से हिजबुल्ला और ईरान को इजरायल के उत्तरी मोर्चे पर युद्ध नहीं करने की चेतावनी देता रहा है।
इजरायल ने गाजा में बंधक बनाए गए 203 लोगों के परिवारों को सूचित किया
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा में 203 बंधकों के परिवारों को सूचित किया है, जिन्हें 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद बंदी बना लिया गया था। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सेना बंधकों की कुल संख्या के बारे में निश्चित नहीं है, हालांकि उसके आकलन में अलग-अलग स्तर का विश्वास है।
उन्होंने कहा कि 203 अपहृतों के परिवारों को सूचित किया गया है। यह संख्या अंतिम नहीं है।आईडीएफ के प्रवक्ता ने आगे कहा कि सेना ने हमास के बड़े हमले के बाद मारे गए 306 सैनिकों के परिवारों को भी सूचित किया है। गुरुवार की घोषणा हमास के एक अधिकारी के उस दावे के कुछ दिन बाद आई है जिसमें दावा किया गया था कि गाजा में 200 से 250 इजरायली बंधक हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास की सैन्य शाखा अल-कसम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने सोमवार को एक टेलीविजन संबोधन में कहा था कि आतंकवादी समूह ने 200 लोगों को बंधक बना रखा है, बाकी को गाजा पट्टी में अन्य गुटों ने पकड़ लिया है। उन्होंने कहा कि वे लगातार इजरायली बमबारी के कारण घिरे इलाके में बंधकों की सही संख्या निर्धारित नहीं कर सके।
पीएम ऋषि सुनक ने इजरायल से कहा, आपके साथ खड़ा है यूके
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गुरुवार को दोहराया कि ब्रिटेन संकट की इस घड़ी में इजरायल के साथ खड़ा है। उन्होंने 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर हमास के हमले को आतंकवाद का अकथनीय, भयावह कृत्य करार दिया। पीएम सुनक ने तेल अवीव में हवाईअड्डे के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की दिन भर की यात्रा के बाद वह युद्धग्रस्त देश का दौरा करने वाले तीसरे विश्व नेता हैं।
बीबीसी ने सुनक के हवाले से कहा, ''मैं बाद में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ अपनी बैठकों को लेकर बहुत उत्सुक हूं और मुझे पूरी उम्मीद है कि वे उपयोगी बैठकें होंगी।''
अपने आगमन के तुरंत बाद, पीएम सुनक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ''मैं इज़रायल में हूं, एक राष्ट्र शोक में है। मैं आपके साथ शोक मनाता हूं और आतंकवाद जैसी बुराई के खिलाफ आपके साथ खड़ा हूं। आज, और हमेशा।"
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia